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  • दिल्ली में गुरुवार की सुबह छाया कोहरा

    दिल्ली में गुरुवार की सुबह छाया कोहरा

    नई दिल्ली | राष्ट्रीय राजधानी में गुरुवार सुबह कोहरा छाया रहा, वहीं अधिकतम और न्यूनतम तापमान क्रमश: 20 और 12 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। आईएमडी ने अगले तीन दिनों के लिए आम तौर पर बादल छाए रहने के साथ हल्की बारिश की भविष्यवाणी की है।

    विभाग ने इस सप्ताह की शुरूआत में कहा था कि नौ जनवरी तक उत्तर पश्चिम और मध्य भारत में बारिश होगी और उत्तर भारत में अगले 6-7 दिनों के दौरान शीत लहर की स्थिति की संभावना नहीं है।

    भारत मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार, 6 जनवरी तक पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली, उत्तरी राजस्थान, पश्चिम उत्तर प्रदेश में काफी व्यापक रूप से हल्की से मध्यम वर्षा होने की संभावना है।

    “इस पूरे सप्ताह अधिकतम तापमान में 19 से 21 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम 8 से 12 डिग्री सेल्सियस के बीच उतार-चढ़ाव रहेगा।

    सुबह 8.30 बजे सापेक्षिक आद्र्रता 95 प्रतिशत दर्ज की गई है।

  • AQI लेवल का स्तर दिन पर दिन खराब

    AQI लेवल का स्तर दिन पर दिन खराब

    दिल्ली में हुई जोरदार बारिश के बाबजूद लोगो को नहीं मिली राहत . आज भी दिल्ली का AQI लेवल रहा बेहद खराब

  • मौंसम का मिजाज बदला

    मौंसम का मिजाज बदला

    क्या लोगो को मिलेगी दिल्ली की बारिश के बाद Pollution से रहत? मौंसम का मिजाज बदला

  • दिल्ली की वायु गुणवत्ता फिर ‘बेहद खराब’ श्रेणी में पहुंची

    दिल्ली की वायु गुणवत्ता फिर ‘बेहद खराब’ श्रेणी में पहुंची

    नई दिल्ली, सिस्टम ऑफ एयर क्वालिटी एंड वेदर फोरकास्टिंग एंड रिसर्च (सफर) के अनुमानों के मुताबिक हवा में पीएम 2.5 और पीएम 10 प्रदूषकों के संतोषजनक से मध्यम स्तर की रिकॉडिर्ंग के एक दिन बाद, दिल्ली-एनसीआर ने शुक्रवार को समग्र वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 380 दर्ज किया, जिसमें दोनों प्रदूषक फिर से ‘बहुत खराब’ श्रेणी में आ गए।

    दिल्ली के लिए वायु गुणवत्ता प्रारंभिक चेतावनी प्रणाली (पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय) द्वारा जारी बुलेटिन के अनुसार दिल्ली-एनसीटी पर हवा की गुणवत्ता 26 नवंबर को ‘बहुत खराब’ श्रेणी में रहने की संभावना है। रात के दौरान ज्यादातर शांत या धीमी हवाएं प्रभावी फैलाव के लिए प्रतिकूल होती हैं। वायु गुणवत्ता में मामूली सुधार होने की संभावना है, लेकिन 27 नवंबर और 28 नवंबर को ‘बहुत खराब’ श्रेणी में रहने की संभावना है।

    हवा की गुणवत्ता ‘बेहद खराब’ श्रेणी में रहने की संभावना है। 27 नवंबर से 30 नवंबर तक धीरे-धीरे सुधार होने की संभावना है और पीएम2.5 प्रमुख प्रदूषक होगा।

    “प्रमुख सतही हवा दिल्ली के दक्षिणपूर्व-पूर्वी दिशा से 6 किमी प्रति घंटे की हवा की गति के साथ आने की संभावना है, मुख्य रूप से 27 नवंबर को सुबह साफ आसमान और कोहरा रहेगा। प्रमुख सतही हवा अलग-अलग दिशाओं से आने की संभावना है। दिल्ली में 6 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल रही हैं। 28 नवंबर को मुख्य रूप से साफ आसमान और सुबह हल्का कोहरा रहेगा। 29 और 30 नवंबर के दौरान हवाएं अपेक्षाकृत तेज होने की संभावना है।

    भारत मौसम विज्ञान विभाग ने शुक्रवार की सुबह धुंध के साथ मुख्य रूप से साफ आसमान की भविष्यवाणी की।

    दिन का अधिकतम तापमान 28 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम 11 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है।

    गुरुवार को अधिकतम तापमान 27.8 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम 11 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया।

    सुबह 8.30 बजे सापेक्षिक आद्र्रता 95 प्रतिशत दर्ज की गई।

  • वायु प्रदूषण: दिल्ली-एनसीआर में लॉकडाउन नहीं, बल्कि कई और पाबंदियां लगाई जाएंगी

    वायु प्रदूषण: दिल्ली-एनसीआर में लॉकडाउन नहीं, बल्कि कई और पाबंदियां लगाई जाएंगी

    नई दिल्ली| वायु प्रदूषण को कम करने के लिए सरकारी और निजी दोनों कार्यालयों में 50 प्रतिशत कर्मचारियों के लिए वर्क फ्रॉम होम, दिल्ली के 300 किलोमीटर के दायरे में 11 ताप विद्युत संयंत्रों में से छह को बंद करना, 21 नवंबर तक निर्माण गतिविधियों पर छूट के साथ प्रतिबंध और सभी स्कूलों, कॉलेजों और शैक्षणिक संस्थानों पर रोक केवल ऑनलाइन कक्षाएं जैसे आपातकालीन उपायों के हिस्से के रूप में ये कुछ मुख्य निर्देश दिए गए हैं। ये निर्देश तत्काल प्रभाव से लागू हो गए हैं।

    हालाँकि, इन तमाम निदेशरें में लॉकडाउन शामिल नहीं है, जैसा कि सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली के एक नाबालिग निवासी द्वारा दायर एक मामले की सुनवाई के दौरान सुझाया था, जिसने दावा किया है कि गंभीर वायु प्रदूषण उसके और अन्य बच्चों के लिए स्वास्थ्य के लिए खतरा पैदा कर रहा है।

    पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय के तहत एक एजेंसी, दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों के लिए वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग ने मंगलवार को एक आपातकालीन बैठक की, जिसमें सभी उद्योगों को बंद करने का निर्णय लिया गया। सभी एनसीआर राज्यों के लिए गैस ईंधन, 21 नवंबर तक दिल्ली में आवश्यक सामान ले जाने वाले ट्रकों को छोड़कर ट्रकों की नो एंट्री, दिल्ली की सड़कों पर 15 साल से अधिक पुराने डीजल और पेट्रोल वाहन नहीं चलेंगे और पीयूसी प्रमाण पत्र के बारे में सख्त जांच के आदेश दिए गए है।

    इसमें पर्याप्त संख्या में बसों-सार्वजनिक परिवहन को तैनात करना, दिन में तीन बार एंटी-स्मॉग गन, पानी की बौछार करना और धूल कम करनी शामिल है। बैठक में निर्णय लिया गया कि जीआरएपी के अनुसार सड़कों निर्माण और विध्वंस कचरे को ढेर करने वाले व्यक्तियों और संगठनों पर जुमार्ना लगाया जाएगा।

    इससे पहले, सोमवार को याचिका पर सुनवाई करते हुए, सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र और राज्यों, विशेषकर दिल्ली सरकार को वायु प्रदूषण पर शासन करने में विफल रहने के लिए फटकार लगाई थी, जो पिछले सप्ताह खतरनाक स्तर पर पहुंच गया था और वर्तमान में गंभीर स्तर पर बना हुआ है।

    हर साल दिवाली के समय और उत्तर पश्चिम भारत में खरीफ फसल कटाई के साथ, वायु प्रदूषण बढ़ जाता है। कई कारणों में से, क्षेत्र में किसानों द्वारा पराली जलाने और मौसम संबंधी कारक मौजूदा वायु प्रदूषण को बढ़ाते हैं।

    शीर्ष अदालत ने राज्यों से आपात उपायों के बारे में मिलने और निर्णय लेने को भी कहा है। सुप्रीम कोर्ट ने उत्सर्जन और वायु प्रदूषण को रोकने के लिए लॉकडाउन का सुझाव दिया था।

    दिल्ली सरकार ने इसके लिए इच्छा भी दिखाई थी, लेकिन कहा कि वह अदालत और केंद्र के फैसले का इंतजार करेगी।

    मंगलवार को बैठक में उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और राजस्थान के मुख्य सचिवों और प्रधान सचिवों को आमंत्रित किया गया था।

    आयोग ने 22 नवंबर से पहले संबंधित अधिकारियों से अनुपालन रिपोर्ट भी मांगी है।