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  • वाह रे भाजपा के राष्ट्रवाद, हत्यारे और बलात्कारी को जेड प्लस सुरक्षा!

    वाह रे भाजपा के राष्ट्रवाद, हत्यारे और बलात्कारी को जेड प्लस सुरक्षा!

    चरण सिंह राजपूत
    त्तर प्रदेश के चुनाव में गुंडे बदमाशों को ठिकाने लगाने का दावा कर रही भाजपा ने पैरोल पर जेल से बाहर आये डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत रहीम सिंह को जेड प्लस श्रेणी की सुरक्षा प्रदान की है। उनकी जान को खालिस्तान समर्थकों से जान का खतरा बताया जा रहा है। राम रहीम पूर्व पत्रकार रामचंद्र छत्रपति की हत्या और दो डेरो शिष्यों के बलात्कार के मामले में आजीवन कारावास की सजा काट रहा है। सुरक्षा तो राम रहीम से रामचंद्र छत्रपत्ति की परिजनों को है। जिन दो शिष्यों के साथ बलात्कार के दोष में वह सजा काङट रहा है उसके परिजनों को है। जब देश में सत्ता के लिए गुंडे, बदमाश, हत्यारे और बलात्कारी को सजा मिलने लगे तो समझ जाइये देश कहां जा रहा है। राम रहीम की भाजपा को वोट देने की अपील के बाद उसे जेट प्लस सुरक्षा मिलने के बाद अब तो यह भी लगने लगा है कि भाजपा पर लोकसभा चुनाव जितने के लिए पुलवामा हमला कराने के आरोप में भी कहीं न कहीं कोई दम है। वैसे भी पुलवामा आतंकी हमले में अभी तक कोई जांच नहीं होने की बातें सामने आती रही हैं।
    ऐसे में प्रश्न उठता है कि आखिरकार किसी हत्यारे, बलात्कारी को किसी से जान का क्या खतरा हो सकता है। यदि खतरा है भी तो राम रहीम की पैरोल खत्म कर जेल में क्यों नहीं भेज दिया जाता। दरअसल राम रमीम पर भाजपा की मेहरबानी का बड़ा कारण पंजाब में उनके अपने समर्थकों से भाजपा के पक्ष में वोट डालने की अपील है। राम रहीम को पैराल पर छोड़ा ही विधानसभा चुनाव की वजह है। वैसे भी पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने भी भाजपा पर राम रहीम से अपने समर्थकों से उसे वोट देने अपील कराने का आरोप लगाया है। तो क्या भाजपा चुनाव जीतने के लिए कुछ भी कर सकती है। सत्ता के लिए वह गुंडे, बदमाश, हत्यारे, बलात्कारी को भी संरक्षण दे सकती है।
    भाजपा को आंदोलित किसान तो नक्सली, आतंकी, देशद्रोही नजर आते हैं । किसान नेता राकेश टिकैत, गुरनाम सिंह चढ़ूनी, योगेंद्र यादव, पत्रकार रवीश कुमार को भाजपा समर्थक कितनी धमकियां देते रहते हैं यह सब कुछ भाजपा सरकारों को दिखाई नहीं देता है। तो यह माना जाए कि अब भाजपा जेल में भी राम रहीम को दूसरी सुविधाएं उपलब्ध कराएगी। राम रहीम को जेड प्लस सुरक्षा देकर भाजपा ने राम रहीम के साथ अपने संबंधों को उजागर कर दिया है। वैसे भी पहली बार मुख्यमंत्री बनने पर मनोहर लाल खट्टर अपने कैबिनेट के साथ राम रहीम के दरबार में माधा टेकने गये थे। खट्टर पर राम रहीम के भाजपा को जितवाने के बदले ५० लाख रुपये का चंदा देना का भी आरोप है।

    दरअसल अब उन्हें शीर्ष स्तरीय सुरक्षा कवर देने का फैसला हरियाणा सरकार का है। क्या राम रहीम कोई समाजसेवक है, कोई गणमान्य व्यक्ति है ? एक हत्यारे और बलात्कारी पर भाजपा इतनी मेहरबानी क्यों है। क्या जेल से ज्यादा सुरक्षा भी कहीं मिल सकती है ? जिस व्यक्ति ने अपने कुकर्म उजागर करने वाले पत्रकार रामचंद्र छत्रपति की हत्या कर दी हो अपनी दो डेरा शिष्यों के बलात्कार किया हो। उस व्यक्ति को जेड प्लस सुरक्षा देकर खट्टर सरकार क्या साबित करना चाहती है। आजीवन कारावास की सजा काट रहे राम रहीम को रोहतक की सुनारिया जेल से 21 दिन की छुट्टी पर 7 फरवरी को रिहा किया गया था। इस मामले में पंचकूला की विशेष सीबीआई अदालत ने 2017 में राम रहीम को दोषी ठहराया था।
    दरअसल सरकार सुरक्षा एजेंसियों द्वारा किए गए व्यापक खतरे के आकलन के आधार पर किसी व्यक्ति को सुरक्षा विवरण प्रदान करती है। भारत में एक्स, वाई, वाई-प्लस, जेड और जेड-प्लस की सुरक्षा दी जा जाती है। जेड प्लस श्रेणी सबसे ऊंची है। देश में केवल सबसे महत्वपूर्ण लोगों को यह सुरक्षा दी जाती है। इन श्रेणियों के अलावा एसपीजी (विशेष सुरक्षा समूह) कवर केवल प्रधानमंत्री और उनके परिवार परिवार के लिए है। राम रहीम क्या है ?
  • गुरुग्राम नमाज मामले में दोनों पक्षों के साथ मुलाकात : राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग

    गुरुग्राम नमाज मामले में दोनों पक्षों के साथ मुलाकात : राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग

    नई दिल्ली| हरियाणा के गुरुग्राम में खुले में जुमे की नमाज पढ़ने का मामला शांत होता नहीं दिख रहा है, इसी समस्या का शांतिपूर्ण समाधान निकलने के लिए राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग जल्द अपने सदस्यों को गुरूग्राम भेजेगा, इस डेलिगेशन में राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग उपाध्यक्ष आतिफ रशीद व अन्य सदस्य जाएंगे। वहीं इस मौके पर हरियाणा प्रशासन की ओर से भी वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहेंगे और हिन्दू और मुस्लिम लोगों के जिम्मेदार व्यक्तियों से मुलाकात करेंगे।

    आयोग के सदस्यों की कोशिश होगी कि इस मसले का बैठ कर हल निकाला जाए। इसके अलावा आयोग की यह भी कोशिश रहेगी कि मौजूदा वक्त में दोनों पक्षों के बीच जो मतभेद उत्पन्न हुआ है उसे खत्म किया जा सके, इसमें आयोग स्थानीय प्रशासन की भी मदद लेगा।

    दरअसल पिछले कुछ महीने से लगातार मुस्लिम समाज के गुरुग्राम में खुले में जुमे की नमाज पढ़ने का कई हिंदू संगठन विरोध कर रहे हैं। हालांकि हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने भी विधानसभा में इस मुद्दे पर बयान दिया था।

    इस दौरान उन्होंने कहा था कि, किसी भी समुदाय के किसी भी नागरिक को सार्वजनिक स्थान पर धार्मिक प्रार्थना नहीं करनी चाहिए।

    मुख्यमंत्री ने साफ कहा था कि ताकत दिखाने के लिए खुले में प्रार्थना करना बिल्कुल उचित नहीं है।