Category: अपराध

  • Delhi Kanjhawala Case : जिसने पेट भरा, उसे भी निधि ने दी गाली, आसपास के लोगों को चुप रहने की दे रही धमकी

    Delhi Kanjhawala Case : जिसने पेट भरा, उसे भी निधि ने दी गाली, आसपास के लोगों को चुप रहने की दे रही धमकी

    सुल्तानपुरी मामले में निधि की गली के लोग खुलकर मीडिया के सामने आ रहे हैं। वह निधि के बारे में हर बात बता रहे हैं। वह गली के लोगों को चुप रहने की धमकी दे रही है। बुधवार रात को उसने लोगों से गाली गलौज की थी।
    नई दिल्ली । सुल्तानपुरी मामले में निधि की गली के लोग खुलकर मीडिया के सामने आ रहे हैं। वह निधि के बारे में हर बात बता रहे हैं। इससे निधि बौखलाई हुई है। वह गली के लोगों को चुप रहने की धमकी दे रही हैं। गुरुवार रात को उसने उसे परिवार के लोगों से भी गाली गलौज की है, जो कुछ दिन से उसे खाना खिला रहे थे। ऐसे में गली के लोग काफी गुस्सा हुए हैं। दरअसल बीते कुछ दिनों से अंजलि की दोस्त निधि घर पर ही थी। उसे खाना पड़ोसी ही बनाकर भिजवा रहे थे।

    जब पड़ोसी खाना देने गये

    गुरुवार को उस परिवार के सदस्यों ने निधि के बारे में मीडियाकर्मियों से बात की। सूत्रों के अनुसार रात के समय जब पड़ोसी खाना देने के लिए गये तो वह उन पर गुस्सा हो गई। उसने गाली गलौज करने लगी पड़ोसियों से जब बात की गई तो उन्होंने कहा कि हम निधि से कोई संबंध नहीं रखना  चाहिए। पूछताछ के लिए निधि को लेकर पुलिस पूछताछ के लिए निधि को पुलिस शुक्रवार सुबह उसके घर से लेकर गई।

    पुलिस ने निधि से की पूछताछ

    निधि से पूछा गया कि वह कितने बजे होटल से निकली व कितने बजे हादसा हुआ। रास्ते में वह किसी से मिली थी या नहीं, इसको लेकर भी पूछताछ की गई। निधि की मां सुदेश भी सुल्तानपुरी में ही रहती है। सिर्फ  ब्लॉक अलग है। निधि कई वर्षों से अपनी मां के घर नहीं गई है।

  • Delhi Mandoli Jail : पांच जेल अधिकारी सस्पेंड, छापेमारी में मिले थे 117 मोबाइल

    Delhi Mandoli Jail : पांच जेल अधिकारी सस्पेंड, छापेमारी में मिले थे 117 मोबाइल

    दिल्ली की मंडोली जेल से बड़ी संख्या में मोबाइल बरामद होने के बाद जेल विभाग ने कड़ी कार्रवाई की है। विभाग ने जेल अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया है। इसमें दो उप अधीक्षकों एक सहायक अधीक्षक एक प्रधान वार्डर और एक वार्डर को निलंबित कर दिया है।

    नई दिल्ली। दिल्ली की मंडोली जेल से बड़ी संख्या में मोबाइल बरामद होने के बाद जेल विभाग ने कड़ी कार्रवाई की है। विभाग ने पांच जेल अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया है। इसमें मंडोली जेल के दो उप अधीक्षकों, एक सहायक अधीक्षक, एक प्रधान वार्डर और एक वार्डर को निलंबित कर दिया है। जेल अधिकारियों के अनुसार सस्पेंड होने वालों में उप अधीक्षक प्रदीप शर्मा और धमेंद्र मौर्य, सहायक अधीक्षक सनी चंद्रा, हेड वार्डर लोकेश धामा और वार्डर हंसराज मीणा शामिल हैं। उन्होंने बताया कि महानिदेशक (कारागार) संजय बेनीवाल ने सभी जेल अधीक्षकों को तलाशी दल गठित करने और उनकी जेलों में मेबाइल फोन और अन्य प्रतिबंधित वस्तुओं को पता लगाने का निर्देश दिया है।
    15 दिनों में हुई छापेमारी
    तिहाड़ जेल संख्या आठ नौ में छापेमारी के दौरान एक दो नहीं बल्कि सात मोबाइल व तीन चाकू कैदियों के पास से बरद हुए हंै। जेल प्रशासन का कहना है गत 15 दिनों के दौरान विभिन्न जेेलों में की गई छापेमारी में 117 मोबाइल बरामद हुए हैं। जेल महानिदेशक संजय बेनीवाल पहले ही इस बात को साफ कर चुके हैं कि जेलों में इस तरह की गतिविधियां पाए जाने पर न सिर्फ कैदी बल्कि संबंधित जेल के अधिकारी के खिलाफ भी कार्रवाई होगी। पांच में दोषी पाए जाने पर जेल अधिकारी को बर्खास्त किया जाएगा।

  • Kanjhawala Death Case : अंजली की सहेली निधि की भूमिका संदिग्ध, 7 सवालों के जवाब तलाश रही पुलिस

    Kanjhawala Death Case : अंजली की सहेली निधि की भूमिका संदिग्ध, 7 सवालों के जवाब तलाश रही पुलिस

    सुल्तानपुरी मामले में पुलिस हर पहलू पर गहन जांच कर रही है। पुलिस ने आरोपियों को एक साथ बैठाकर व अगल-अलग भी पूछताछ की। बुधवार को भी आरोपियों से पूछताछ की गई। पांचों के बयान में कोई अंतर नहीं आ रहा है।
    नई दिल्ली। सुल्तानपुरी प्रकरण में अंजली की सहेली निधि की भूमिका पर गंभीर सवाल उठ रहे हैं। रोज नए सीसीटीवी कैमरा फुटेज सामने आ रहे हैं, जो निधि की ओर से दिये गये बयान को झूठा साबित करते नजर आ रहे हंै। शनिवार रात दो बजे दोनों कृष्ण विहार पहुंची तो इस दौरान अंजली ही स्कूटी चलाती नजर आ रही है। उसके पीछे निधि बैठी है। दुर्घटना से पहले निधि स्कूटी का हैंडल पीछे की ओर से पकड़ती है और दुर्घटना के बाद मौके से ऐसे फरार हो जाती है मानो कुछ हुआ ही न हो। निधि का दावा है कि वह अंजली को १०-१५ दिन से ही जानती थी, जबकि होटल स्टाफ का कहना है कि वे दोनों पहले भी कई बार एक साथ होटल में आ चुकी थीं।

    यह उठ रहे सवाल ?

    निधि ने दुर्घटना होने पर क्यों नहीं मचाया शोर ? अपनी दोस्त अंजली को बचाने की कोशिश क्यों नहीं की ? पुलिस को कॉल क्यों नहीं की ? सुल्तानपुरी थाने के पास से गुजरने पर भी पुलिस को शिकायत क्यों नहीं की ?
    अगले दिन भी किसी को कुछ भी क्यों नहीं बताया ?
    दुर्घटना से पहल स्कूटी का हैंडल पकड़ककर क्या उसने जान पूछकर कार से टक्कर करवाई ?
    मुख्य सड़क से न जाकर वह गलियों से घर क्यों गई ?

    पुलिस को मिला सीसीटीवी फुटेज

    सीसीटीवी फुटेज में दिखाई दे रहा है कि जब अंजली स्कूटी चला रही होती है तो दुर्घटना में मात्र तीन सेकेंड पहले वह पीछे से हाथ आगे ल्ेकर जातीहै और स्कूटी का हैंडल पकड़ लेती है। इसके अगले ही पल कार से स्कूटी की टक्कर हो जाती है।
    टक्कर से तीस सेकेंड बाद वह मुख्य सड़क से न होते हुए गलियों के रास्ते अपने घर की ओर निकल पड़ती है। करीब २०० मीटर दूर गली में लगे सीसीटीवी कैमरे में दिखाई देता कि निधि हाथ में कुछ सामान लेकर जा रही है। वह आराम से जाती दिखाई द रही है। उसका घर सुल्तानपुरी थाने के सामने की गली में अंदर जाकर है। ऐसे में वह कृष्ण विहार से सुल्तानपुरी थाने के पास से होकर घर जाती है।

    डरी हुई नहीं लग रही थी निधि

    गली में जाकर वह घर के बाहर लगे लोहे केगेट पर लात मारती है। पास में आग सेंक रहे युवक निशांत से वह इस बारे में कोई जिक्र नहीं करती। उसे अंजली से ज्यादा इस बात की चिंता थी कि उसका फोन बंद हो गया था। वह निशांत के घर में फोन चार्ज पर लगाती है। इसके बाद पांच मिनट में अपने घर जाती है। मां से घरेलू नुस्खे से आटे व हल्दी की रोटी बनवाती है और हाथ पर बंधवाती है। निशांत ने बताया कि निधि देर रात को जब घर आई तो वह बिल्कुल भी डरी हुई नहीं थी। जब निशांत ने चेहरे पर लगी चोट के बारे में पूछा तो उसने सिर्फ यही बताया कि उसकी स्कूटी दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी। घर में भूतल पर निधि रहती है और पहली व दूरी मंजिल पर किरायेदार। सूत्रों के अनुसार रविवार को निधि ने इस बारे में किसी को नहीं बताया। वह आराम से अपने घर की दूसरी मंजिल पर गई व धूप में जाकर बैठ गई।

    ज्यादातर घर से बाहर रहती थी

    निधि के पड़ोसियों का कहना है कि वह सुल्तानपुरी में एक अन्य मकान में अकेले ही रहती है। कुछ महीने पहले ही उसने मकान खरीदा था। किसी को नहीं पता कि वह क्या काम करती थी लेकिन वह कभी दो दिन तो कभी सात दिन तक घर से बाहर रहती थी।

  • Daughters are not safe in Delhi : पांडव नगर में कार में खींचा तो आदर्श नगर में दोस्ती तोड़ने पर चाकू से गोदा

    Daughters are not safe in Delhi : पांडव नगर में कार में खींचा तो आदर्श नगर में दोस्ती तोड़ने पर चाकू से गोदा

    राजधानी दिल्ली में बेटियां सुरक्षित नहीं हैं। यहां लगातार लड़कियों के साथ अपराध की घटनाएं सामने आ रही हैं। पांडव नगर में एक लड़की को कार में खींचने की कोशिश की गई तो आदर्श नगर में युवती पर चाकू से कई बार वार किये गये।

    पहली घटना

    पांडव नगर में एक लड़की को कार में खींचने की घटना सामने आई। लड़की के कार में बैठने में असफल होने पर युवक ने उस पर तेजाब फेंकने की धमकी दी। दिल्ली पुलिस ने इस मामले में केस दर्ज करके जांच शुरू कर दी है।
    जानकारी के अनुसार एक 19 वर्षीय लड़की को एक युवक ने अपनी कार में खींचने की कोशिश की। जब वह अपनी कोशिश में नाकाम रहा तो उसने लड़की को तेजाब फेंकने की धमकी दे डाली। इस दौरान छात्रा घायल हो गई।

    दूसरी घटना

    जानकारी के अनुसार आदर्श नगर थाना क्षेत्र में दोस्ती तोड़ने पर युवती पर चाकू से कई वार किये गये। घटना सोमवार दोपहर की बताई जा रही है। हमले के बाद घायल युवती को बाबू जगजीवन राम अस्पताल में भर्ती कराया गया है। अभी पीड़िता की हालत स्थिर बताई जा रही है। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार फरार अभियुक्त सुखविंदर सिंह उर्फ सुखा को गिरफ्तार कर लिया गया है। ज्ञात हो कि आदर्श नगर के मजलिस पार्क में 21 साल की लड़की पर उसके दोस्त सुखविंदर सिंह उर्फ सुखा ने चाकू से हमला कर दिया। युवती को चाकू मारने के बाद आरोपी मौके से फरार हो गया था। टेक्निकल निगरानी के माध्यम से उसका पीछा करते हुए अंबाला से दिल्ली जाते समय मंगलवार तीन जनवरी को उसे दबोच लिया। फिलहाल पीड़िता की हालत स्थिर है। आगे की जांच चल रही है।

     

  • कौन हैं भारतीय हॉकी टीम के पूर्व कप्तान संदीप सिंह, यौन उत्पीड़न का आरोप लगने के बाद छोड़ा खेल मंत्री का पद, जिंदगी पर बन चुकी है फिल्म

    कौन हैं भारतीय हॉकी टीम के पूर्व कप्तान संदीप सिंह, यौन उत्पीड़न का आरोप लगने के बाद छोड़ा खेल मंत्री का पद, जिंदगी पर बन चुकी है फिल्म

    भारतीय हाकी टीम के पूर्व कप्तान और हरियाणा के खेल मंत्री संदीप सिंह पर प्राथमिकी दर्ज हुई है।  35 वर्षीय संदीप सिंह पर एक महिला कोच ने यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है। एफआईआर दर्ज होने के बाद संदीप सिंह ने अपना खेल विभाग मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को सौंप दिया है। संदीप सिंह की राजनीति में एंट्री साल 2019 में हुई थी।
    उन्होंने हरियाणा विधानसभा चुनाव में पिहोवा से कांग्रेस के मनदीप सिंह को 5,000 से अधिक मतों से हराया था, इसके बाद भाजपा की खट्टर सरकार में उन्हें खेल मंत्री बनाया गया था। संदीप सिंह की राजनीति में एंट्री साल 2019 में हुई थी। उन्होंने हरियाणा विधानसभा चुनाव में पिहोवा से कांग्रेस के मनदीप सिंह को 5,000 से अधिक मतों से हराया था। इसके बाद भाजपा की खट्टर सरकार ने उन्हें खेल मंत्री बनाया गया था। संदीप सिंह का जन्म 1987 में गुरुचरण सिंह सैनी और दलजीत कौर सैनी के घर हुआ था। बचपन में संदीप सिंह बड़े भाई बिक्रम सिंह जीत के साथ हरियाणा के कुरुक्षेत्र जिले में शाहाबाद हॉकी अकादमी में कोच बलदेव सिंह के अंडर हॉकी खेलने जाते थे। अपने भाई के साथ अभ्यास करते हुए साल 2014 में संदीप सिंह सुल्तान अजलन शाह कप में भाग लेने वाले सबसे कम उम्र के भारतीय खिलाड़ी बने। इसी साल सिंह ने एथेंस ओलंपिक में भाग लिया। तब वह ओलंपिक खेलने वाले कम उम्र के भारतीय हॉकी खिलाड़ी थे। एक साल बाद संदीप सिंह जूनियर विश्व कप में सवार्ेच्च स्कोरर बन गये।

    टूर्नामेंट से पहले रीढ़ में लगी गोली

    साल 2006 की बात है। संदीप जर्मनी में आयोजित होने वाली सीनियर विश्व कप टूर्नामेंट की तैयारी कर रहे थे। टूर्नामेंट से कुछ दिन पहले वह टीम के साथ राजपाल सिंह के साथ कालका शताब्दी ट्ऱेन में यात्रा कर रहे थे। उसी दौरान ट्रेन में ही रेलवे सुरक्षा बल के एक गार्ड ने संदीप सिंह की रीढ़ में गलती से गोली मार दी। यह 22 अगस्त 2006 की बात है। इसके बाद सिंह काफी दिनों तक चंडीगढ़ के पीजीआईएमईआर में भर्ती रहे।

    दो साल बाद हुई वापसी

    रीढ़ की हड्डी में चोट लगने के बाद सिंह का वजय ४० प्रतिशत कम हो गया। ठीक होने के बाद उन्होंने कड़ी ट्रेनिंग की। दो साल बाद संदीप सिंह मैदान में वापसी की। साल २००८ के सुल्तान अजलन शाह कप में खेलते हुए उन्होंने कुल नौ गाल दागे। वह इस टूर्नामेंट में टॉप स्कोरर थे। इसी वर्ष उन्हें भारतीय हॉकी टीम का कप्तान नियुक्त किया गया।

    करियर का चरम

    उनकी कप्तानी में भारत ने २००९ में सुल्तान अजलन शाह कप जीता। सिंह ने जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने छह गोल किये और प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट चुने गये। भारतीय हॉकी टीम साल २००८ में बीजिंग ओलंपिक के लिए क्वालीफाई नहीं कर पाई थी। लेकिन सिंह के नेतृत्व में २०१२ के लंदन ओलंपिक में भारतीय हॉकी टीम जगह बनाने में कामयाब हुई। उन्होंने क्वालीफाइंग कैंपेन में १६ गोल किये, जिसमें अंतिम क्वाीलफायर में फ्रांस के खिलाफ पांच गोल शामिल थे। फ्रांस के खिलाफ सभी पांच गोल पेनल्टी कार्नर से हुए। यह संदीप सिंह के खेल करियर का चरम था। इसी दौरान उन्हें फ्लिकर सिंह के नाम से पुकारा जाने लगा। यह उपमान उन्हें उनकी ड्रैग फ्लिक स्पीड की वजह से मिला। उनकी ड्रैग फ्लिक स्पीड १४५ किमी प्रति घंटे से ज्यादा की रफ्तार से होती थी। उनका ट्वीटर अकाउंट भी फ्लिकर सिंह के नाम से ही है।

    जिंदगी पर बन चुकी है फिल्म

    अभिनेता दिलजीत दोझांस ने 13 जुलाई, 2018 को रिलीज हुई हिन्दी पिल्म सूरमा में संदीप सिंह की भूमिका निभाई थी। शाद अली द्वारा निर्देशित इस फिल्म में तापसी पन्नू और अंगद बेदी भी मुख्य भूमिकाओं में थे।

    संदीप सिंह पर क्या लगे हैं आरोप

    शिकायकर्ता ने संदीप सिंह पर यौन उत्पीड़न, गलत तरीके से बंधक बनाने, पीछा करने और आपराधिक धमकी देने का आरोप लगाया है। रविवार को रोहतक में विरोध प्रदर्शन किया गया, जहां कार्यकर्ताओं ने सरकार से सिंह को बर्खास्त करने की मांग की गई।

  • आखिर कौन है ”बिकनी किलर” चार्ल्स शोभराज,विदेशी महिलाओं को बनाता था शिकार

    आखिर कौन है ”बिकनी किलर” चार्ल्स शोभराज,विदेशी महिलाओं को बनाता था शिकार

    चार्लस शोभराज द बिकनी किलर- मासूम का दिखने वाला ये शख्स जिसका नाम चार्ल्स शोभराज है, दरसअल फेमस ”बिकनी किल्लर’‘ के नाम से कुख्यात है। चार्ल्स शोभराज का पूरा नाम चार्ल्स गुरुमुख शोभराज हॉट चंद भवनानी है। बता दें वो एक कॉनमैन था, एक ठग जो ठग विद्या की हर कला में पारंगत था। चार्ल्स को महिलाएं, खासकर विदेशी महिलाएं उसे पसंद थीं, क्योंकि वे आसानी से फंस जाती थीं, उसे उसका आसान शिकार कहते हैं, वह जिस भी महिला को फंसाने की ठान लेता था, उसे अपना दीवाना बना देता था। चार्ल्स ने 12 से लेकर 24 हत्याएं की लेंकिन सच में उसने कितने लोगों को मारा है,यह राज आज भी शोभराज के दिल में ही दफ्न है।

    बेहद शातिर फितरत का है चार्ल्स शोभराज

    रिचर्ड नेविले की पुस्तक ‘द लाइफ एंड क्राइम्स ऑफ चार्ल्स शोभराज’ के अनुसार चार्ल्स ने कहा है कि मैं अपनी मर्जी से जेल से भाग सकता हूं। मैं अपनी मर्जी से लूट सकता हूं। मैं जैसे चाहता हूं, वैसे जी सकता हूं।’ एक रिर्पोट के अनुसार चार्ल्स ने एक बार जेल मे अपना जन्मदिन मनाया था। उसके जन्मदिन में कई कैदी और पुलिस कर्मचारी भी मौजूद थे,जहां उसने केक मे नशीली दवाइयां मिलाकर सभी को खिला दी थी, और 4-5 कैदियों संग फरार हो गया था।

    चार्लस शोभराज का जुर्म की दुनिया मे पहला कदम

    चार्ल्स का जन्म वैसे तो वियतनाम के एक छोटे से शहर में हुआ था बाद में चार्ल्स की मां वियतनाम में एक फेंच फौजी से मिली, जिसने उसकी मां के साथ-साथ चार्ल्स को भी अपना लिया और इस तरह चार्ल्स को फ्रांस की नागरिकता मिल गई। लेकिन कम उम्र में ही यानी साल 1963 में चोरी के जुर्म में चार्ल्स को पहली बार फ्रांस के पोईसी जेल में बंद होना पड़ा और यहीं से जुर्म की दुनिया में उसकी ऐसी एंट्री हुई कि फिर वो कभी वापस ही नहीं लौट सका। कहते हैं कि चार्ल्स ने साल 1975 में थाईलैंड में पहली हत्या की। उसने 1975 में एक टूरिस्ट की स्वीमिंग पूल में जान ले ली। सत्तर के दशक में ही उसने साउथ ईस्ट एशिया में 12 पर्यटकों की हत्या कर दी। इनका कत्ल पानी में डूबो कर, गला घोंट कर, चाकू मार कर यहां जिंदा जला कर किया गया। चार्ल्स अपना शिकार हमेशा टूरिस्ट लड़कियों को बनाता था। जिनकी जान वो समंदर या स्वीमिंग पूल के इर्द-गिर्द लिया करा था, कुछ इसी वजह से उसका नाम ”बिकिनी किलर” पड़ गया।

    कौन है सीरियल किलर चार्ल्स शोभराज की पत्नी 

    फेमस बिकनी किलर को तो हर कोई जानता है लेकिन उनकी शादी किससे हुई है,कौन है ये बहुत कम लोग ही जानते है।लेकिन आज हम आपको इस विडियों के माध्यम से बताएंगे की चार्ल्स को किससे प्यार हुआ था,और उसकी शादी कब और किससे हुई थी। तो एण्ड तक बने रहिएगा। चार्ल्स की पत्नी का नाम है निहिता बिस्वास।।

    निहिता बिस्वास नेपाल की रहने वाली है। चार्ल्स और निहिता की मुलाकात के बारे में बात करें तो दोनों की पहली मुलाकात नेपाल में ही हुई थी। चार्ल्स को जेल में एक ट्रांसलटर की जरूरत थी और इसी सिलसिले में दोनों की मुलाकात भी हुई थी. तब निहिता को लगता था कि चार्ल्स शोभराज बेकसूर है। और उस पर लगे इल्जाम गलत हैं। धीरे-धीरे दोंनो के बीच मेल-जोल बढ़ा और निहिता को चार्ल्स से प्यार हो गया। दोनों के बीच नजदीकियां बढ़ीं और फिर दोनों ने शादी कर ली। निहिता इस समय 21 साल की थी, जबकि चार्ल्स उससे दोगुनी उम्र का. सीरियल किलर से शादी करके निहिता भी फेमस हो गई। शादी में दोनों की उम्र के अंतर से भी निहिता चर्चा में रही, इसके बाद निहिता बिग बॉस 5 में दिखाई दी थीं, लेकिन सबसे पहले शो से बाहर हो गईं। सीरियल किलर चार्ल्स शोभराज की पत्नी निहिता विश्वास ने जेल से रिहा होने पर कहा कि उसकी रिहाई का लंबे समय से इंतजार किया जा रहा था और वे इससे खुश हैं।

    19 साल बाद क्यों हो रही है चार्ल्स की रिहाई

    शोभराज की रिहाई के पीछे नेपाल का वरिष्ठ नागरिक अधिनियम है। इसका जिक्र फैसले में किया गया है। शोभराज के वकील लंबे समय से क्षमादान के लिए अदालत के हस्तक्षेप की मांग कर रहे थे। विभिन्न याचिकाओं में उन्होंने वरिष्ठ नागरिक अधिनियम 2063 के खंड 12 (1) के प्रावधानों का हवाला देते हुए उसकी जेल की सजा में छूट की मांग की थी। जो उम्रदराज कैदियों की सजा में छूट की अनुमति देता है। शोभराज इस वक्त 78 साल का हो चुका है। यही अधिनियम उसकी रिहाई का बड़ा कारण बना है। इसके साथ ही नेपाल में फ्रांसीसी दूतावास ने भी शोभराज की सेहत को देखते हुए उसकी रिहाई के लिए नेपाल सरकार से संपर्क किया था।  शोभराज के वकील ने उसकी रिहाई पर कहा कि शोभराज पिछले बीस साल से जेल में है। वह नेपाल में अपने ऊपर लगे सभी आरोपों की सजा अवधि को पूरा कर चुका है। यहां के कानून के मुताबिक 65 साल की उम्र से ज्यादा के कैदी का अगर व्यवहार अच्छा है तो उसकी सजा में 75 फीसदी तक की छूट दी जा सकती है। आपको यह भी बता दें कि चार्ल्स पर नेपाल सरकार ने पूरी तरह बैन लगा दिया है। अब चार्ल्स अपनी बची हुई पूरी जिंदगी नेपाल में जा नहीं सकेंगें।

    रिहाई के बाद भेजा गया फ्रांस

    चार्ल्स शोभराज को रिहाई के बाद फ्रांस भेज दिया गया। नेपाल में कोई सुरक्षित ठिकाना न मिलने की वजह से उसे एक दिन की देरी से रिहा किया। 2003 से नेपाल पुलिस के हत्थे चढ़ने से पहले शोभराज पर हत्या का कोई भी मामला दर्ज नहीं हुआ था।
    मर्डर के बाद लड़कियों को पहनाता था फूल वाली बिकनी
    तेज दिमाग वाले शातिक किलर को आखिरकार बिकनी किलर को कहा जाता है इसके पीछे भी एक कहानी छिपी है। दरसअल कहा जाता है कि उसने कई ऐसी हत्याएं की है जिसमें मृतक युवती फूलों वाले बिकनी पहनने पाई गई है। जिसमें पहला नाम थाइलैंड गल्फ में मृत पाई गई सुंदर हसीना टेरेसा नोलोतन थी। इसके अलावा इसने जितने भी हत्याएं की है उन सभी मृतक हसीनाओं ने बिकनी पहनी हुई थी। तब से ही उसका नाम फेमस बिकनी किलर पड़ गया।
    अपराधी चार्ल्स शोभराज पर बन चुकी है ये फिल्म और सीरीज
    • शैडो ऑफ द कोबरा (1989)- यह टीवी फिल्म रिचर्ड नेविल और जूली क्लार्क की पुस्तक ‘द लाइफ एंड क्राइम्स ऑफ चार्ल्स शोभराज’ पर आधारित है। दो घंटे 45 मिनट की यह टीवी फिल्म दो एपिसोड में विभाजित है. फोकस इस बात पर था कि 1970 के दशक के दौरान दक्षिण पूर्व एशिया में पश्चिमी पर्यटकों पर शोभराज ने कैसे हमला किया था। था। इस फिल्म में पाकिस्तानी मूल के ब्रिटिश अभिनेता आर्त मलिक ने शोभराज की भूमिका निभाई. उन्होंने फिल्म में उम्दा काम किया था। ऑस्ट्रेलियाई अभिनेत्री हेलेन बुडे ने शोभराज की प्रेमिका मोनिक लेक्लर की भूमिका निभाई।
    • शोभराज और हाउ टू बी फ्रेंड्स विद ए सीरियल किलर (2004)- साल 2004 में फिनलैंड (Finland) के फिल्म निर्माता जान वेलमैन ने ‘शोभराज, ऑर हाउ टू बी फ्रेंड्स विद ए सीरियल किलर’ नामक डॉक्यूमेंट्री बनाई थी. फिल्म ने उस समय इस विषय में नए सिरे से रुचि पैदा की थी कि कैसे 22 सितंबर, 2003 को शोभराज को गिरफ्तार किया गया था।

     

     

  • UP में सनसनीखेज़ वार्दात, एक ही हफ्ते में एक ही कॉलेज की तीन छात्राओं ने किया सुसाइड

    UP में सनसनीखेज़ वार्दात, एक ही हफ्ते में एक ही कॉलेज की तीन छात्राओं ने किया सुसाइड

    उत्तर प्रदेश(UP) के सीतापुर से एक सनसनीखेज खबर सामने आ रही है। खबर के मुताबिक, एक ही कॉलेज की तीन छात्राओं ने एक हफ्ते के अंदर ही सुसाइड कर लिया और वहीं एक छात्रा ने अपने हाथ की नस काट ली। अब एक ही कॉलेज की छात्राएं होने से कॉलेज प्रशासन घेरे में आ गया है। आखिर क्या हुआ उस कॉलेज में की छात्राओं को ऐसा कदम उठाना पड़ा ??

    सीतापुर जिले के कमलापुर में स्थित आरबीएसएस कॉलेज की तीन छात्राओं ने एक ही हफ्ते के अंदर आत्महत्या करली। इस खबर से इलाके में संसनी फैल गई है। बताया जा रहा है कि, तीनो ही लड़कियां नाबालिक थी। सबसे पहले 11विं की छात्र ने आत्महत्या की, उसके बाद 12विं की 2 छात्राओं ने आत्महत्या की, या अब 10वीं की छात्र ने अपने हाथो की नस काट ली है। पुलिस के पास मौजूद जानकरी के हिसाब से, एक नाबालिक लड़की ने फंसी के फंदे पर लटक कर जान दी, एक छात्रा ने नदी में कूदकर खुदखुशी कर ली, वहीं तीसरी छात्र ने कीटनाशक खाकर आत्महत्या कर ली।

    ख़बरों के मुताबिक तीन छात्राएं, जिन्होने सुसाइड किया था उनका अंतिम संस्कार बिना पोस्टमार्टेम के कर दिया गया था। वही 10विं की छात्रा जिसने नस काट ली थी, उसकी हालत गंभीर बनी हुई है।

    इस मामले में, विद्यालय प्रशासन ने एक जांच समिति बिठायी है। वही परिजानो का कहना है कि छात्राओं को प्रताड़ित किया जा रहा था। सुसाइड करने वाली एक लड़की के भाई के मुताबिक, ‘मृतका को प्रताड़ित किया गया था। इसके बाद उसने नदी में कूदकर जान दे दी। हमारी बहन कहाँ जा रही थी? किससे मिलती थी? यह सब कुछ लोगों को पता था। उसे प्रताड़ित किया जा रहा था ।’

    स्कूल के प्रिंसिपल का क्या कहना है

    आरबीएसएस कॉलेज के प्रिंसिपल साकिब जमाल अंसारी ने इस मामले में ब्लैकमेलिंग का शक जताया है। अंसारी का कहना है तीन छात्राएं कॉलेज में पढ़ती जरूर थी, लेकिन उनकी classes Covid19 के चलते ऑनलाइन चलती थी। ऐसे में जिस ग्रुप के जरिये लड़कियां पढ़ती थीं, उसमें लड़के भी जुड़े थे। प्रिंसिपल ने आगे ये भी कहा कि पुलिस ने इस मामले में एक शक्स को हीरासत में लिया है, शक है कि ये शक्स जो खुद को आर्मी का कैप्टन बताता है, वो लड़कियों से जुड़ा था. वो लड़कियों को अग्निवीर बनाने के बहाने करीब आया, फिर दोस्ती बढाई और हो सकता है उसके पास लड़कियों के कुछ वीडियो भी हो, जिससे वो ब्लैकमेल करता होगा। प्रिंसिपल ने आगे ये भी कहा कि, हालांकि पुलिस इस मामले में जांच कर रही है, लेकिन मामले में हमने भी जांच कमेटी बनाई है।

    पुलिस प्रशासन की कार्यवाही

    मामले की कार्रवाई करने के लिए, पुलिस ने संज्ञान लेकर मामला दर्ज किया है। इसके बाद तकरीबन एक दर्जन लोगो को पुलिस ने हिरसत में लिया है। वही 4 लोगो को गिरफ्तार किया गया है।

    सीतापुर के एडिशनल सुपरिटेंडेंट पुलिस एनपी सिंह का कहना है, ‘तीनों सुसाइड में यह कॉमन है कि सभी एक ही स्कूल की छात्राएं हैं। मगर, उनकी खुदकुशी करने का तरीका अलग-अलग है। हम हर पहलू की जांच कर रहे हैं। अभी चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है। आगे की कार्यवाही की जा रही है।’

  • ऐसा बॉयफ्रेंड भगवान किसी को ना दे…. शादी से मना करने पर प्रेमिका की लात घूसों से की पिटाई

    ऐसा बॉयफ्रेंड भगवान किसी को ना दे…. शादी से मना करने पर प्रेमिका की लात घूसों से की पिटाई

    कसाई प्रेमी ने अपनी गर्लफ्रेंड की बुरी तरह पिटाई सिर्फ इसलिए कर डाली क्योंकि उसकी गर्लफ्रेंड ने उससे शादी करने से मना कर दिया था। जिससे लड़के का इगो हर्ट कर दिया और उसने इंसानियत की सारी हदे पार कर दी। जिसका वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है।

    दरसअल मध्य प्रदेश के रीवा जिले का इक विडियो सामने आया है जिसमें एक युवक इक लड़की की बेरहमी से पिटाई करता हुआ नज़र आ रहा है। सूत्रों से मिलीं जानकारी के मुताबिक आरोपी व्यक्ति मऊगंज क्षेत्र का रहने वाला है। और ये दोनों पिछले कई समय से एक- दूसरे के साथ रिलेशनशिप में थे। वही प्रेमिका द्वारा दिये गए ब्यान मे सामने आया है कि जब वे ढेरा में अपने पैतृक घर जा रहे थे तो रास्ते में आरोपी पंकज त्रिपाठी ने उसकी बुरी तरह पिटाई कर दी। क्योंकि वो शादी के जिद पर अड़ा था। बुरी तरह मारपीट के दौरान युवती बेहोश हो गई।

    कई समय बाद जब इलाके के लोगों ने लड़की को बेहोश देखा तो उन्होंने इसकी सूचना पुलिस को दी। जिसके बाद लड़की को अस्पताल में भर्ती कराया । वायरल वीडियो में युवक अपनी प्रेमिका के चेहरे पर लात-घूंसे बरसाता दिख रहा है। पिटाई का वीडियो देखते ही देखते सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। इसके बाद मध्य प्रदेश पुलिस ने 24 साल के आरोपी प्रेमी के खिलाफ केस दर्ज कर आरोपी पंकज त्रिपाठी को गिरफ्तार किया लिया है। वही इस घटना के बाद एमपी पुलिस पर भी लापरवाही के कई सवाल खड़े किये जा रहे है।

     

     

  • सावधान BOYS, लड़की को कहा ‘छम्मक-छल्लो, item या चुड़ैल’, तो हो सकती है 3 साल की जेल

    सावधान BOYS, लड़की को कहा ‘छम्मक-छल्लो, item या चुड़ैल’, तो हो सकती है 3 साल की जेल

    सनातन धर्म मे हमेशा स्त्री को दुर्गा,काली,चंडी,और लक्ष्मी के रूप मे पूजा जाता है। लेकिन जैसे-जैसे इंसान कलयुग की और बढ़ रहा है वह अपने सभ्यता से खिन्न होता जा रहा है। वर्तमान मे महिलाओ के साथ हो रहे अन्याय से हर कोई परिचित है। कुछ वर्गो की मानसिकता इस कदर हो गई है कि वह स्त्री को मात्र एक उपभोग और अइयाशी की वस्तु  समझने लगा है। इतना ही नहीं वह राह चलती लड़कियों पर भद्दे व अश्लील कमेंट्स और इशारे रहता है। इन लोगों कई दफा कड़ी सजायें भी सुनाई जाती है लेकिन फिर भी ये लोग अपनी हरकतो से बाज़ नही आते।

    क्या महिलाओं को जागरूक करने के लिये NCIB ने पोस्ट किया हैं शेयर

    दरअसल, नेशनल क्राइम इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो यानी NCIB ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर पर एक पोस्ट शेयर करते हुए लिखा है कि यदि कोई व्यक्ति स्त्री को आवारा माल,छम्मक-छल्लो, आइटम चुड़ैल , कलमुखी, चरित्र जैंसे शब्दो से संबोधित करता है,या फिर अश्लील इशारे करता है। जिसे उसके लज्जा का अनादर हो तो उसे आईपीसी की धारा 509 के तहत 3 वर्ष तक जेल/आर्थिक दंड या दोनों हो सकता है’। हालांकि भारतीय दंड संहिता ( Indian Penal Code) में ये प्रावधान 2013 से ही लागू है। लेकिन इसके बाद भी अपराध रूकने का नाम नहीं ले रही। रोज महिलाओं के साथ हो रहे हिंसा की गाथा इस कदर बढ़ती जा रही है। कभी दहेज को लेकर तो कभी उसके लड़की होने का एहसास दिलाने को लेकर। इसके पीछे का कारण क्या है ये हम जानने की कोशिश करेंगें।

    2013 मे छेड़खानी की धारा लागू होने के बाद भी क्यों नहीं रूक रहे अपराध

    2013 में जब कानून में संशोधन हुआ है उसके बाद के मामलों में छेड़छाड़ के लिए नए कानून के तहत सजा का प्रावधान है। हम बात करे अगर भारतीय दंड संहिता के सेक्शन 354 की जिसके अगर कोई शख्स ये जानते हुए भी कि किसी महिला के साथ मारपीट करता है, यौन उत्पीड़न करता या उसकी लज्जा भंग करता है तो उसे सेक्शन 354 के तहत संज्ञेय अपराध माना जाता है।

    कई प्रशासन की कमी तो कही सामाज की कुरूतियों का डर 

    महिलाओं के साथ हो रहे अपराध दिन प्रति दिन बढ़ रहा है, हालांकि कई महिलायें इसके खिलाफ आवाज़ उठाती है तो वही खइयों को सामाज का स्टेटस सोचने पर विवश कर देता है,जिसके कारण इन अपराधियो के होसले और बुलंद हो जाते है। भारत में घरेलू हिंसा Act के तहत साल 2021 में एनसीआरबी की रिर्पोट के मुताबिक 4,28,278 मामले दर्ज किये गए है। जिनमें 7.40 फीसदी बलात्कार के केस है। वही 2022 में इन मामलो मे लगातार इज़ाफा हो रहा है।

     एफआईआर दर्ज नहीं करते 

    छेड़छाड़,रेप,मारपीट,अश्लील इशारे ये आम घटनाएं हो गई है। इन में से मामलों के खिलाफ तो FIR दर्ज ही नहीं की जाती। और अगर दर्ज भी की जाती है तो कई बार सख्ती से प्रशासनी कारवाई नहीं की जाती। कही पैसों के दम पर मामला रफ्फा-दफ्फा कर दिया जाता है तो कहीं शरमिंदगी के मारे।।

    पितृसत्तात्मक मानसिकता

    महिलाओं के साथ छेड़छाड़ और एक आम रुख कि ‘’लड़के आखिर लड़के हैं’’, यौन उत्पीड़न को निरपराध और छिछोरी गतिविधि बनाते हैं। लेकिन ऐसे विकृत सुख का आखिर अर्थ क्या है और महिलाओं पर इसका क्या असर है, इस पर कोई विचार नहीं करता। लड़कियों के महज़ एक उरभोग की वसतु समझा जाता है। इस तरह की मानसिकता का आखिर कब खात्मा होगा।

     

     

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  • MP : मदरसों के कोर्स पर मचा बवाल, MLA ने की सरस्वती शिशु मंदिर की जांच की मांग

    MP : मदरसों के कोर्स पर मचा बवाल, MLA ने की सरस्वती शिशु मंदिर की जांच की मांग

    एमपी के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने हाल ही मे मदरसों के कोर्स की जांच का आदेश दिया था। उन्होंने कहा है कि प्रदेश के कुछ मदरसों में आपत्तिजनक पाठन सामग्री के उपयोग का विषय संज्ञान में लाया गया है। उन्होंने कहा है कि मदरसों मे पढ़ाए जाने वाले कोर्स और कंटेट की जांच होगी। जिसको लेकर अब विवाद छिड़ गया है। गृह मंत्री की इस आदेश पर कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद भड़क गए। और उन्होंने इस पर पलटवार करते हुए मध्य प्रदेश के सरस्वती शिशु मंदिरों की जांच की भी मांग कर दी। उन्होंने कहा कि पता चलना चाहिए कि वहां पर क्या पढ़ाई चल रही है। क्या मदरसों को किया जा रहा है टारगेट

    मध्य प्रदेश में मदरसों के सिलेबस की जांच पर कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद ने सवाल उठाए हैं. उन्होंने कहा कि सिर्फ मदरसों को टारगेट किया जा रहा है। मदरसों में क्या हालात हैं कम से कम यहां से पता चलेगा। 3 साल से मदरसों को फंड नहीं मिला है।

    मदरसों में कहीं देशद्रोहिता की शिक्षा तो नहीं दी जाती – संस्कृति मंत्री ऊषा ठाकुर 

    मदरसों के सिलेबस की जांच के आदेश को लेकर मचे बवाल के बीच संस्कृति मंत्री ऊषा ठाकुर ने आरिफ मसूद के आरोपों का जवाब दिया है। उन्होंने कहा कि मदरसों में कहीं देशद्रोहिता की शिक्षा तो नहीं दी जा रही, कहीं मानव तस्करी तो नहीं हो रही इसकी चिंता है। जिन मदरसों को अनुमति नहीं दी गई है उन पर नियंत्रण होना चाहिए।