विश्वासघात की पराकाष्ठा : यह क्या हो गया है हमारे समाज को !
चरण सिंह इसे पश्चिमी सभ्यता का प्रभाव कहें। इसे समाज का नैतिक पतन कहें। इसे बर्बाद होता समाज कहें या फिर किसी तरह के डर का समाप्त होना। समाज में…
क्या राजनीति में सब दाग अच्छे हैं?
गोबर पीने तक का ज्ञान दे रहे हैं नेता लोग? नेता तोड़ रहे भाषा की मर्यादा, असली मुद्दे गायब गुड़ ‘गोबर’ हुई राजनीति। हाल ही में, हरियाणा विधानसभा में कुछ…
राजेश के नाम पर आरजेडी और जदयू का खेल बिगाड़ेंगे राहुल गांधी!
चरण सिंह कांग्रेस ने दलित वोटबैंक को फिर से हासिल करने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगा दिया है। जिस तरह से राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन को राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाने…
धरती पर लौटीं सुनीता विलियम्स : एक ऐतिहासिक वापसी
(सुनीता विलियम्स की उपलब्धियाँ न केवल भारतीय वैज्ञानिकों बल्कि देश के युवाओं के लिए भी प्रेरणा का स्रोत हैं।) सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर की धरती पर सुरक्षित वापसी एक…
वक्फ संशोधन बिल पर नीतीश की अग्नि परीक्षा!
चरण सिंह वक्फ संसोधन बिल पर जिस तरह से मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड की अगुआई में दिल्ली जंतर मंतर पर आंदोलन हुआ। मुस्लिम धर्म गुरुओं ने टीडीपी प्रमुख चंद्रबाबू नायडू…
रुपये (₹) के चिह्न को लेकर विवाद: भाषा का सम्मान या राजनीति का हथकंडा?
केवल वाद विवाद से हल नहीं निकलेगा। संविधान में ये कानून होना चाहिए कि कोई भी राज्य या राज्य सरकार राष्ट्रीय स्तर पर उपयोग की जाने वाली या मानी जाने…
चिंताजनक है सरकारी अधिकारियों का दुरुपयोग
सरकारी अधिकारियों के साथ बढ़ता दुर्व्यवहार एक महत्वपूर्ण मुद्दा बनता जा रहा है, क्योंकि वे अपने कर्तव्यों को निष्पक्ष और बिना किसी पक्षपात के निभाने का प्रयास करते हैं। कई…
“पत्रकार था साहब देशवासियों के हित में भ्रष्टाचार का” पोल” खोल कर रख दिया था इस लिए मार दिया गया मैं कोई नेता थोड़ी हूं जिसके लिए पक्ष विपक्ष चर्चा करेंगे”
मोहम्मद हिफजान रिजवान पत्रकार दोस्तों हैडलाइन पढ़ करके आप तो अंदाजा लगा ही लिए होंगे कि आखिर आज हमारी कलम कहना क्या चाहती है। तो आइये सीधा विषय पर आते…
खोया जनाधार पाने में जुटी कांग्रेस, नहीं करेगी क्षेत्रीय दलों से समझौता!
चरण सिंह कांग्रेस ने अपने पुराने वोटबैंक को फिर से हासिल करने की बड़ी रणनीति तैयार कर ली है। अब वह क्षेत्रीय दलों के आगे कोई समझौता करने को तैयार…
लोककला के नाम पर अश्लीलता का तड़का
अश्लीलता फैलाने वाले कलाकारों पर लगे बैन, ग़लत दृश्य दिखाना, अश्लील नाटकों-गीतों का मंचन समाज से खिलवाड़। एक ओर जहाँ कई लोग संस्कृति को प्रमोट करने के लिए अपना करियर,…

