अवैध संबंधों के शक में हामिद ने करंट लगाकर अपनी पत्नी की हत्या कर दी। पत्नी की हत्या के बाद आरोपी ने पुलिस स्टेशन पहुंचकर सरेंडर कर दिया। आरोपी के बेटे की तहरीर पर पुलिस ने हत्या का केस दर्ज किया और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। दरअसल ये पूरी घटना उत्तराखंड के रुड़की में लंढौरा की है। उत्तर प्रदेश के बुढ़ाना निवासी हामिद अपने पुत्र तालीफ परिवार के साथ लंढौरा में बस अड्डे के पास रहता है गुरुवार रात हामिद अपनी पत्नी खातून और छह साल की बच्ची शबनम के साथ एक कमरे में सोया था. आरोप है कि रात करीब एक बजे हामिद ने बिजली के तार का एक सिरा प्लग में लगाकर, दूसरा सिरा पत्नी के मुंह में लगा दिया। करंट लगने से खातून की मौके पर ही मौत हो गई। इसके बाद हामिद ने रात में ही पुलिस स्टेशन जाकर सरेंडर कर दिया. हामिद ने बताया कि उसे पत्नी के चरित्र पर शक था इसलिए उसने खातून की हत्या कर दी। हामिद को हिरासत में लेकर पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। हामिद के पुत्र नदीम की तहरीर पर पुलिस ने हत्या का केस दर्ज कर लिया। चौकी प्रभारी नवीन चौहान ने बताया कि हामिद को पत्नी के गलत आचरण का शक था। इसके चलते उसने पत्नी की हत्या कर दी। और अपनी 6 साल की बेटी को धमकी देकर चुप करा दिया परिवार के लोगों का कहना है कि जब हामिद बिजली का करंट लगा कर पत्नी की हत्या कर रहा था, उसी दौरान मां के पास सोई छह साल की बच्ची शबनम की आंख खुल गई थी। हामिद ने बच्ची को जान से मारने की धमकी देकर डरा दिया था। धमकी के डर से बच्ची कुछ नहीं बोली। इस वजह से परिवार के अन्य सदस्यों को हत्या की जानकारी तब हुई जब हामिद ने पुलिस के पास पहुंचकर सरेंडर कर दिया।
Category: हादसा
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इलेक्ट्रॉनिक लॉक बन सकता है आपकी मौत का कारण !
अगर आप भी रूम हीटर चलाकर सो जाते या आपके घर के दरवाजे में भी इलेक्ट्रॉनिक लॉक लगा हुआ हैं तो ये खबर जरूर पढ़े । सर्दी का मौसम है इस वक्त ज्यादा तर हम में से अपने घरों में गरमाहट के लिए roomheater इस्तेमाल करते है । वही अब ये roomheater आपकी मौत की वजह बन सकता है और ये पहली बार नहीं हुआ है काफी दफा एसी खबरे सुनने को मिलती है लेकिन हाल ही में जो खबर सामने आई है उसमे एक घर में आग लगने के कारण दरवाजे में लगा इलेक्ट्रॉनिक लॉक की वजह से 6 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई है ।
बता दें कि राजधानी दिल्ली के पीतमपुरा में 18 जनवरी को एक घर में आग लगने से बड़ा हादसा हो गया है। दिल्ली पुलिस के अनुसार, इस हादसे में 6 लोगों की जान चली गई है। शुरुआती जांच में सामने आया कि आग लगने के कारण दरवाजे में लगा इलेक्ट्रॉनिक लॉक खराब हो गया था। जिसके कारण लोग घर से बाहर नहीं निकल पाए। इस हादसे में अपने माता-पिता और बहन को खोने वाले साहिल सदमे में हैं। पूरी घटना के वह चश्मदीद गवाह भी हैं। उन्हें इसका अफसोस है कि आग की घटना का पता होने के बावजूद भी वह परिवार को नहीं बचा पाए। दरवाजे पर लगा इलेक्ट्रॉनिक डोर लॉक अगर समय पर खुल जाता तो वह अपने परिवार को बचा लेते। घटना की काली रात को याद कर हुए साहिल के फूफा सुनील अग्रवाल की आंखें नम हो जाती हैं। उन्होंने बताया कि साहिल ने उन्हें बताया कि जिस समय घटना घटी, उनके माता-पिता और बहन तीसरी मंजिल पर अपने फ्लैट में मौजूद थे। जबकि वह किसी से फोन पर बात करने के लिए इमारत की छत पर बनी बालकनी में गए थे। इसी दौरान उन्होंने बिल्डिंग से नीचे की मंजिल से धुआं निकलता देखा। वह हड़बड़ाते हुए परिवार को देखने नीचे की ओर भागे। लेकिन धुआं इतना था कि सीढ़ियां भी नहीं दिख रही थीं। किसी तरह धुएं के बीच से जान बचाते हुए फ्लैट के दरवाजे के पास पहुंचे। दरवाजे को खोलने की काफी कोशिश की, लेकिन दरवाजा लॉक होने के कारण अंदर नहीं जा पाए। दरवाजे को पीटते हुए परिवार वालों को आवाज लगाई, लेकिन अंदर से कोई जवाब नहीं मिला। इस बीच सीढ़ियों में तेजी से धुआं बढ़ने लगा। उन्हें आंखों में जलन और सांस लेने में दिक्कत होने लगी। वह अपनी जान बचाकर छत की ओर भागे और घटना की जानकारी दमकल विभाग, पुलिस और पत्नी सिमरन को दी। उसके बाद छत से लगातार मदद के लिए गुहार लगाते रहे।
पुलिस ने बताया कि जिस इमारत में आग लगी वह चार मंजिला है। आग की यह घटना पहली और दूसरे फ्लोर की है। इमारत में रिहायशी इलाके में है और अलग-अलग परिवार इसमें रहते हैं। पुलिस ने बताया कि शुरुआती जानकारी के अनुसार शॉट सर्किट या रूम हीटर के कारण आग लगी। वहीं, सुनील अग्रवाल ने बताया कि इस फ्लैट में उनके साले राकेश गुप्ता, अपनी पत्नी रेणू, बेटी श्वेता, बेटा साहिल और बहू सिमरन के साथ रहते थे। साहिल और सिमरन मल्टीनैशनल कंपनी में काम करते हैं। सिमरन घटना के समय अपने ऑफिस गई हुई थी। इस बीच हादसे की जानकारी मिलने के बाद दमकलकर्मी मौके पर पहुंचे और राहत कार्य शुरू किया। धुएं की वजह से साहिल को भी सांस लेने में दिक्कत आ रही थी। दमकलकर्मियों ने साहिल को सुरक्षित बाहर निकाला। पुलिस ने उन्हें तुरंत पास के अस्पताल में पहुंचाया, जहां उनकी जान बच गई। राकेश गुप्ता के पड़ोस में रहने वाली मीनाक्षी ने बताया कि घटना के समय वह अपने घर में मौजूद थीं। तभी उन्हें किसी के चिल्लाने की आवाज सुनाई दी। बाहर आकर देखा तो साहिल छत से मदद के लिए आवाज लगा रहे थे। वह बार-बार चिल्ला रहे थे कि उनके माता-पिता को कैसे भी बचा लो। उसके बाद उन्होंने आस-पड़ोस के लोगों को इकट्ठा करके घर के बाहर लगी गाड़ियों को हटवाया और पानी की बाल्टी लेकर आग बुझाने की कोशिश की। लेकिन उससे कुछ न हो पाया और मोके पर साहिल ने अपने माता पिता और बहन को खो दिया । साहिल को इस बात का बोहत अफसोस है की आगर समय रहते doorlock खुल जाता तो शायद वे ऊषे बचा पाते । -
क्या है बिलकिस बानो रेप केस ? सुप्रीम कोर्ट ने क्या लिया फैसला ?
बिलकिस बानो के दोषियों की समयपूर्व रिहाई के मामले में आज सुप्रीम कोर्ट ने अपना फैसला सुनाया है और दोषियों को वापस जेल भेजने का आदेश दिया है. कोर्ट ने दोषियों को दो हफ्ते में सरेंडर करने को कहा है . गुजरात सरकार के आदेश को पलटते हुए सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि पीड़िता की तकलीफ को समझना जरूरी है. जस्टिस बीवी नागरत्ना और जस्टिस उज्जल भुयन की बेंच ने फैसला सुनाते हुए कहा कि अपराध का अहसास होने के लिये सजा दी जाती है. इस मामले में गैंगरेप के 11 दोषियों को गुजरात सरकार ने समय से पहले रिहा कर दिया गया था.
आखिर क्या है ये पूरा मामला
27 फरवरी 2002 को गुजरात के गोधरा स्टेशन पर साबरमती एक्सप्रेस के कोच को जला दिया गया था. इस ट्रेन से कारसेवक लौट रहे थे. इससे कोच में बैठे 59 कारसेवकों की मौत हो गई थी. इसके बाद दंगे भड़क गए थे. दंगों की आग से बचने के लिए बिलकिस बानो अपनी बच्ची और परिवार के साथ गांव छोड़कर चली गई थीं. बिलकिस बानो और उनका परिवार जहां छिपा था, वहां 3 मार्च 2002 को 20-30 लोगों की भीड़ ने तलवार और लाठियों से हमला कर दिया. भीड़ ने बिलकिस बानो के साथ बलात्कार किया. उस समय बिलकिस 5 महीने की गर्भवती थीं. इतना ही नहीं, उनके परिवार के 7 सदस्यों की हत्या भी कर दी थी. बाकी 6 सदस्य वहां से भाग गए थे.
उसकी तीन साल की बेटी परिवार के उन सात सदस्यों में शामिल थी, जिनकी दंगों के दौरान हत्या कर दी गई थी। पिछले साल 15 अगस्त को सभी 11 दोषियों को सजा में छूट दिए जाने और रिहा किए जाने के तुरंत बाद सामाजिक कार्यकर्ताओं और राजनेताओं ने शीर्ष अदालत में कई याचिकाएं दायर की थीं।
अदालत में दोषियों ने कहा था कि वे पहले ही बहुत कुछ झेल चुके हैं और 14 साल से अधिक समय जेल में बिता चुके हैं। दोषियों ने कहा था कि उन्हें अपने परिवार के सदस्यों के साथ फिर से मिलने की अनुमति दी जानी चाहिए। यह अनुरोध करते हुए कि उनकी स्वतंत्रता ‘छीन’ नहीं जानी चाहिए, उन्होंने कहा था कि अदालत को positve attitude अपनाना चाहिए और उन्हें खुद को सुधारने का मौका दिया जाना चाहिए।बार-बार जान से मारने की धमकियां मिलीं
बिलकिस बानो को कोर्ट में सुनवाई और सीबीआई जांच के दौरान बार बार जान से मारने की धमकियां मिलीं. उसने दो साल में 20 बार घर बदले.उसने सुप्रीम कोर्ट से अपना केस गुजरात से बाहर किसी दूसरे राज्य में शिफ़्ट करने की अपील की. मामला मुंबई कोर्ट भेज दिया गया. सीबीआई की विशेष अदालत ने जनवरी 2008 में 11 लोगों को दोषी क़रार दिया. 07 को सबूतों के अभाव में छोड़ दिया गया.
विपक्ष के नेताओं ने दायर की याचिका
सुनवाई के दौरान केंद्र, गुजरात सरकार और दोषियों ने सजा में छूट के आदेश के खिलाफ सीपीआई-एम नेता सुभाषिनी अली, तृणमूल कांग्रेस नेता महुआ मोइत्रा, नेशनल फेडरेशन ऑफ इंडियन वुमेन, आसमां शफीक शेख और अन्य द्वारा दायर जनहित याचिकाओं का विरोध करते हुए कहा था कि जब पीड़िता ने स्वयं अदालत का दरवाजा खटखटाया है, तो दूसरों को इस मामले में हस्तक्षेप करने की अनुमति नहीं दी जा सकती।
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जापान में लैन्डिंग के समय 2 विमानों में टक्कर , लगी भीषण आग !
जापान को शायद इस व्यक्त किस की बुरी नज़र लगी है नये साल के मौके पर जहा सारी दुनिया जशन मन रहा था , वहीं जापान भूकंप के कई झटकों से दहल उठा. जापान में साल के पहले दिन 7.6 तीव्रता का भूकंप आया. अब इसके बाद जापान से आज के बड़ी खबर सामने आरही है । जहां टोकियो एयरपोर्ट पर एक प्लेन लैंड करते समय अचानक भीषण आग की चपेट में आ गया. इस हादसे की पुष्टि जापानी न्यूज एजेंसी एनएचके ने की है. मामले में अबतक मिली जानकारी के अनुसार, प्लेन हादसे की ये दुर्घटना विमान लैंडिंग के वक्त, किसी दूसरे विमान से टकराने की वजह से पेश आने का शक है. हालांकि अबतक इसकी असल वजह का साफ पता नहीं चल पाया है. वहीं संबंधित विभाग लगातार मामले में तफ्तीश कर हकीकत का पता लगाने में जुटे हैं…
गौरतलब है कि,इस घटना की CCTV फुटेज जारी की है, जिसमें विमान की खिड़की और इसके नीचे से आग की लपटों को निकलते साफ देखा सकता है. वीडियो में देखा जा सकता है कि अग्निशमन दल आग बुझाने प्रयास कर रही है. NHK मुताबिक, जिस फ्लाइट में आग लगी है इसका नंबर JAL 516 था और इस फ्लाइट ने होक्काइडो से उड़ान भरी थी. जानकारी के अनुसार, आग विमान के विंग में लगी थी जिसमें इंजन सेट रहता है. देखते ही देखते आग विंग के आसपास के हिस्से में भी फैल गई. इसके बाद विमान को तुरंत रोका गया और इमजरेंसी एग्जिट से सभी यात्रियों को बाहर निकाला गया. जापान टाइम्स के मुताबिक, फ्लाइट से कुल 367 यात्री सवार थे जिन्हें सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है.
रिपोर्ट के मुताबिक इस विमान में 367 यात्री और 12 क्रू मेंबर सवार थे, लेकिन सभी को बाहर निकाल लिया गया. एपी की रिपोर्ट के मुताबिक जापान कोस्ट गार्ड ने कहा कि विमान से टक्कर की सूचना के बाद 5 क्रू-मेंबर सदस्य लापता हैं. वीडियो में विमान के इंजन के पास आग की तेज लपटें निकलती नजर आ रही है. दमकल आग पर पानी डालकर उसपर काबू पाने की कोशिश कर रहे हैं. इस घटना के बाद हनेडा के सभी रनवे को बंद कर दिए गए हैं. वहीं कुछ उड़ानों को डायवर्ट भी किया गया है. -
Devariya Hatyakand: परिवार के पांच सदस्यों की सामूहिक हत्या के मामले में अब तक 20 गिरफ्तार
देवरिया हत्याकांड-पांच सदस्यों की सामूहिक हत्या के मामले में अब तक 20 गिरफ्तार
- देवरिया के Fatehpur गांव में एक परिवार के पांच सदस्यों की हत्या में शामिल लोगों को न्याय के कटघरे में लाने के प्रयास में, स्थानीय पुलिस इकाई ने बुधवार को विभिन्न स्थानों से चार और संदिग्धों को Arrest किया
- मृतक सत्य प्रकाश दुबे के बहनोई सुधीर पांडे ने साधु दुबे के ठिकाने पर सवाल उठाया और उसके ठिकाने का पता लगाने की मांग की
Devariya Hatyakand Devaria Hatyakand के बाद जमीन विवाद की परतें खुलती जा रही हैं. खुलासा हुआ है कि देवरिया के रुद्रपुर के Fatehpur गांव का दबंग प्रेमचंद्र यादव का पहले से ही आपराधिक रिकॉर्ड बना हुआ था. हम आपको बता दे जबरन जमीन कब्जे का आरोप भी थी, लेकिन स्थानीय पुलिस इस पर आंखें मूंदे रही है.
Gorakhpur: देवरिया के फतेहपुर गांव में एक परिवार के पांच सदस्यों की हत्या में शामिल लोगों को न्याय के कटघरे में लाने के प्रयास में, स्थानीय पुलिस इकाई ने बुधवार को विभिन्न स्थानों से चार और संदिग्धों को गिरफ्तार किया। इस घटनाक्रम से मामले में गिरफ्तारियों की कुल संख्या 20 हो गई है, जबकि सात पहचाने गए संदिग्ध अभी भी फरार हैं।
इससे पहले, सोमवार को जमीन के विवाद में सत्य प्रकाश दुबे द्वारा कथित तौर पर पूर्व जिला पंचायत सदस्य प्रेम चंद यादव की हत्या के बाद देवरिया के फतेहपुर गांव में अराजकता फैल गई थी। जवाबी कार्रवाई में, यादवों ने कानून अपने हाथ में ले लिया और दुबे परिवार के पांच सदस्यों की हत्या कर दी। स्थिति तब बिगड़ गई जब भीड़ ने वाहनों में तोड़फोड़ की और मवेशियों के शेड में आग लगा दी।क्षेत्राधिकारी रुद्रपुर जी ने इस बात पर जोर दिया कि हत्या में शामिल शेष आरोपियों और चश्मदीदों की सघन तलाश की जा रही है.
साधु दुबे, जिन्हें ज्ञान प्रकाश दुबे के नाम से भी जाना जाता है, की अनुपस्थिति, जिन्होंने पारिवारिक स्वीकृति के बिना विवादित संपत्ति प्रेम चंद यादव को बेच दी थी, एक रहस्य बनी हुई है। मृतक सत्य प्रकाश दुबे के बहनोई सुधीर पांडे ने साधु दुबे के ठिकाने पर सवाल उठाया और उसके ठिकाने का पता लगाने की मांग की.
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सुधीर पांडे के अनुसार, साधु दुबे मानसिक रूप से विक्षिप्त था और प्रेम चंद यादव के घर में नौकर के रूप में काम करता था, मवेशियों की देखभाल करता था और छोटे-मोटे काम करता था। यह साधु
ही थे जिन्होंने 2014 में अपनी संपत्ति बेच दी और कुछ वर्षों के लिए गुजरात चले गए। सुधीर ने bataya, बाद में उनके बड़े भाई सत्य प्रकाश दुबे ने संपत्ति की बिक्री के खिलाफ एक दीवानी मुकदमादायर किया।
सुधीर पांडे ने राज्य सरकार से सत्य प्रकाश दुबे के जीवित बेटों को शिक्षा सहायता और संभावित सरकारी रोजगार के अवसर सहित सहायता प्रदान करने का भी आह्वान किया। प्रेम चंद यादव की राजनीतिक पृष्ठभूमि प्रेम चंद यादव की विधवा शिला यादव ने इस दावे का खंडन किया है कि साधु मानसिक रूप से विक्षिप्त है। उन्होंने यह भी खुलासा किया कि उनके दिवंगत पति ने 2007 में राजनीति में प्रवेश किया था और 2010 में उन्होंने अपनी मां को ग्राम प्रधान के रूप में चुनाव भी दिलाया था। धीरे-धीरे, उन्होंने स्थानीय लोकप्रियता और प्रभाव हासिल किया, अंततः 2015 में देवरिया में जिला पंचायत सदस्य बन गए। इसके बाद, उन्होंने इसमें कदम रखा। एक पेशे के रूप में रियल एस्टेट।
Devariya Hatyakand 2 FIR में 27 लोगों को नामज़द किया गया हिंसा के सिलसिले में दो एफआईआर दर्ज की गई हैं। पहला मामला मृतक सत्य प्रकाश दुबे की बेटी शोभिता दुबे द्वारा आईपीसी की धारा 302 (हत्या), 307 (हत्या का प्रयास), और 504 (शांति भंग करने के इरादे से जानबूझकर अपमान) के तहत दर्ज किया गया था। दूसरी, एक क्रॉस एफआईआर, दिवंगत प्रेम चंद यादव के चाचा अनिरुद्ध यादव द्वारा आईपीसी की धारा 302, 307, 147 (दंगा), 148 (दंगा, घातक हथियार से लैस), और 149 (गैरकानूनी सभा) के तहत दर्ज की गई थी।.
दोनों FIR में कुल मिलाकर 27 व्यक्तियों को नामित किया गया है। भूमि विवाद एवं विध्वंस योजना राजस्व विभाग की दो टीमों ने मृतक प्रेम चंद यादव की संपत्ति से संबंधित भूमि सीमांकन की प्रक्रिया पूरी कर ली है। एसडीएम योगेश कुमार ने पुष्टि की कि प्रेम चंद यादव का घर ग्राम समाज की जमीन के एक हिस्से पर बना था। इसके अतिरिक्त, ग्राम समाज की भूमि पर तीन और घरों को विध्वंस के लिए चिन्हित किया गया है,
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नाइजर में रह रहे भारतीयों के लिए सरकार ने जारी की एडवाइजरी
हालांकि पुलिस ने इस बात पर जोर दिया है कि उनकी प्राथमिक चिंता शांति बहाल करना है। ‘बुलडोजर के इस्तेमाल से सिर्फ ध्यान भटकेगा’ फतेहपुर गांव में दिवंगत जिला पंचायत सदस्य प्रेम चंद यादव की बहुमंजिला इमारत को गिराए जाने की अटकलों के बीच आजाद अधिकार सेना के अध्यक्ष और पूर्व आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर अशांत गांव पहुंचे.
ठाकुर ने जोर देकर कहा कि घर को गिराने के लिए बुलडोजर का इस्तेमाल करने से केवल मूल समस्या से ध्यान भटकेगा। उन्होंने अधिकारियों से यह सुनिश्चित करने का भी आग्रह किया कि सोमवार की दुखद घटनाओं से संबंधित मामलों में निर्दोष व्यक्तियों को झूठा नहीं फंसाया जाए।
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पाकिस्तानियों ने तोड़े हिन्दू मंदिर ?
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nike air jordan black and whiteभारत और पाकिस्तान को अलग हुए 75 साल हो गए,वही भारत कहा से कहां पहुंच गया, पाकिस्तान लोकतांत्रिक देश बनकर भी एक इस्लामिक कटरवादी देश बन कर रह गया हैं, वही आप को बतादे की पाकिस्तान हिंदू राइट्स मूवमेंट के अनुसार, 1947 में जब बंटवारा हुआ तब पाकिस्तान वाले हिस्से में 428 मंदिर मौजूद थे,लेकिन अब इनकी संख्या घट कर 22 रह गयी हैं…..
पाकिस्तान में हिन्दू मंदिर की हालात जर्जर।
पाकिस्तान एक इस्लामिक देश हैं और अपने आप को लोकतांत्रिक कहता हैं वही दूसरी तरफ वह अपने ही देश के हिन्दुओ पर ज़ुल्म करता हैं,जहाँ पाकिस्तान में बंटवारे से पहले 428 हिन्दू मंदिर थे अब वो संख्या केवल 22 रह गयी हैं,पाकिस्तानी Youtuber शोएब मलिक ने लोगों के साथ जाकर हिंदू मंदिरों की स्थिति का जायजा लेने की कोशिश की. इस दौरान उसने देखा की वहां की मंदिरों की स्थिति दयनीय है.जहाँ उन्होंने लोगो की भी राई ली और हिन्दू मंदिरों की जर्जर हालत को दिखाया,वही लेकिन अगर बात करें वहां के रहने वाले अल्पसंख्यकों की तो उनकी स्थिति बहुत ही ज़्यादा खराब हैं. वहां अल्पसंख्यकों के साथ उस तरह का व्यवहार नहीं किया जाता है, जिस तरह का भारत में होता है. खासकर हिंदू समुदाय के लोगों के साथ,
हिंदू मंदिरों पर हमला ! पाकिस्तान के कश्मीर में नहीं बचे हिन्दू मंदिर ?
वही आगे Youtuber शोएब मलिक की वीडियो में एक आदमी ने बताया की पाकिस्तान के कश्मीर में सिर्फ 3 ही हिन्दू मंदिर बचे हैं जो की 16-17 साल से ताला बंध हैं और न ही उनकी मर्मद की गयी हैं वहीं एक और बुर्जग ने कहा कि कश्मीर में मंदिरों के अंदर किसी भी भगवान की मूर्तियां मौजूद नहीं है. कश्मीर की मंदिरों को यहां के ही मुसलमानों ने तोड़ा है. कई लोग लाहौर से आकर मंदिर तोड़कर चले गए,
पाकिस्तानी इस्लामिक कट्टरपंथी लोगों ने मंदिर की दीवारों को ध्वस्त किया ! आपको आकंड़ो के अनुसार बताये तो 1990 के दौरान लगभग 408 मंदिरों को साफ़ करके , होटल, सरकारी स्कूल या मदरसे में बदल दिया गया, पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने साल 2020 में पाकिस्तान के इस्लामाबाद में श्रीकृष्ण मंदिर का निर्माण शुरू करवाया था तो उसे कई पाकिस्तानी इस्लामिक कट्टरपंथी लोगों ने मंदिर की दीवारों को ध्वस्त कर दिया ! एक तरफ भारत हैं जहाँ हमारे देश के अल्पसंख्याक खुली आज़ादी के साथ जीते हैं !
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मुरैना में सुखोई-30 में और मिराज 2000 क्रैश, भरतपुर में भी विमान हादसा
मुरैना में जो प्लेन क्रैश हुए हैं, उनके पायलट्स को ट्रेस कर लिया गया है, उन्हें ग्वालियर लाया गया है, ये दोनों घायल हैं
जयपुर/ग्वालियर। शनिवार का दिन वायुसेना के लिए बुरा साबित हुआ है। मध्य प्रदेश के मुरैना में शनिवार को एयरफोर्स के दो विमान क्रैश हो गये। इंडियन एयरफोर्स द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार ये दोनों विमान सुखोई-३० और मिराज-२००० हैं। कई मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि मुरैना से अभ्यास के लिए उड़ान भरने वाले ये दोनों विमान आपस में टकरा गये, लेकिन डिफेंस सूत्रों का कहना है कि यह अभी पुख्ता तौर पर नहीं कहा जा सकता। उधर राजस्थान के भरतपुर में एक विमान क्रैश होने की खबर भी सामने आई है।
इंडियन एयरफोर्स सूत्रों ने कहा है कि कोर्ट ऑफ इंक्वायरी से ही यह स्पष्ट हो पाएगा कि क्या दोनों विमान हवा में टकराये हैं या नहीं। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सुखोई-३० में दो पायलट थे, जबकि मिराज-२००० में एक पायलट था। मुरैना के डीएम ने जानकारी दी है कि हादसे वाली जगह के पास से दो पायलट्स को रेस्क्यू किया गया है। ये दोनों पायलट घायल हैं उन्हें ग्वालियर शिफ्ट किया गया है। तीसरे पायलट्स को लेकर सर्च अभियान चलाया जा रहा है। प्रशासन और डिफेंस की टीमें घटनास्थल पर मौजूद हैं।रक्षा मंत्री को दी गई जानकारी
डिफेंस सूत्रों ने बताया कि मुरैना के पास हुए हादसे की जानकारी रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को दे दी गई है। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह इस मामले को लेकर सीडीएस जनरल अनिल चौहान और वायुसेना चीफ वीआर चौधरी से टच में हैं। हादसे को लेकर डिटेल्स जुटाई जा रही हैं। डिफेंस सूत्रों ने बताया कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को हादसे के बारे में एयर चीफ ने जानकारी दी। रक्षा मंत्री ने उनसे वायुसेना के पालट्स के बारे में जानकारी ली।
भरतपुर में भी प्लेन क्रैश
उधर राजस्थान के भरतपुर में एक विमान क्रैश हुआ है। विभिन्न मीडिया रिपोर्ट्स में इस विमान को वायुसेना का फाइटर जेट बताया जा रहा है लेकिन भरतपुर के डीसी आलोक रंजन ने इसे चार्टर्ड विमान बताया है। जानकारी के अनुसार भरतपुर में यह विमान जिले के पिंगोरा रेलवे स्टेशन के पास गिरा है। स्थानीय लोगों ने बताया कि विमान में हवा में ही आग लग गई थी। विमान हादसे के बाद घटनास्थल पर भीड़ जमा हो गई है। पुलिस और प्रशासन की टीमें भी मौके पर मौजूद हैं।
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Noida News : एक्सप्रेस-वे पर तेज रफ्तार कैंटर ने बाइक में मारी टक्कर, दो की मौत
आशंका है कि कैंटर चालक तेज रफ्तार में रहा होगा कि बोटेलनेक के कारण डिवाइडर से टक्कर से बचने के लिए उसने तेजी से वाहन मोड़ा तो उसकी बाइक से टककर हो गई।
नोएडा। नोएडा के सेक्टर 141 स्थित एडवांट टावर के पास बुधवार रात नोएडा ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस वे पर एक तेज रफ्तार कैंटर ने बाइक में टक्कर मार दी। हादसे में दो लोगों की मौत हो गई है। वहीं दो लोग घायल हो गये। सूचना पर पहुंची एक्सप्रेस वे कोतवाली पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। मामले की जांच जारी है।
फिरोजाबाद के शोभित, भावना, सोनू व कौशलेंद्र उर्फ कौशल बरौला गांव में किराये के मकान में रहते थे। सभी चाई-फाई स्थित ग्रेटर नोएडा के रेस्तरां में काम करते थे। सभी प्लेटिना पर सवार होकर बरौला आ रहे थे कि सभी प्लेटिना पर सवार होकर बरौला आ रहे थे। नोएडा ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस वे पर एडवांट के सामने ग्रेटर नोएडा की ओर से आ रहे एक फर्नीचर से भरे हुए टैंकर ने बाइक में पीछे से टक्कर मार दी, जिसमें चारों लोग गंभीर रूप से घायल हो गये हंै।एंबुलेंस की मदद से पहुंचाया गया अस्पताल
सूचना पर पहुंची पुलिस ने सभी को एंबुलेंस की मदद से इलाज के लिए सेक्टर 30 स्थित जिला अस्पताल में भर्ती कराया। हादसे में 19 वर्षीय युवती भावना व 23 वर्षीय शोभित को डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। शेष अन्य दो घायलों का इलाज शारदा अस्पताल ग्रेटर नोएडा में चल रहा है। कोतवाली प्रभारी सुधीर कुमार का कहना है कि पुलिस ने फर्नीचर से भरे हुए कैंटर को कब्जे में लिया। हादसे के बाद कैंटर चालक फरार हो गया था। वाहन नंबर के आधार पर कैंटर मालिक से चालक संबंध में जानकारी की जा रही है। मृतकों के शव का पंचायतनामा भर आवश्यक कार्रवाई जारी है। मृतक शोभित के बड़े भाई शिव कुमार की लिखित तहरीर के आधार पर कैंटर चालक के खिलाफ लापरवाही का मुकदमा पंजीकृत कर मामले की जांच की जा रही है। चारों एक ही बाइक पर सवार थे। बाइक सवार ने हेलमेट भी नहीं पहना था। जिस जगह पर हादसा हुआ था। वहां अंडरपास निर्माण कार्य के कारण बैरिकेड लगाये गये हैं। इस कारण बोटलनेक की स्थित बनती है। आशंका है कि कैंटर चालक तेज रफ्तार में रहा होगो। बोटेलनेक के कारण डिवाइडर से टक्कर से बचने के लिए उसने तेजी से वाहन मोड़ा तो उसकी बाइक से टक्कर हो गई। शारदा अस्पताल में भर्ती घायलों की हालत गंभीर बताई जा रही है।
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Rishabh Pant Accident : जिस Mercedes Benz GLC में सवार थे ऋषभ पंत, 2021 में खत्म हो गया था SUV का इंश्योरेंस
Rishabh Pant Accident :भारतीय क्रिकेट टीम के विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत शुक्रवार सुबह एक कार दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। ये हादसा शुक्रवार की सुबह उत्तराखंड से दिल्ली लौटते वक्त रुड़की के नारसन बॉर्डर पर हम्माद पुर झाल के पास हुआ जहां उनकी कार एक डिवाइडर से टकरा गई। ऋषभ पंत को गंभीर हालत में दिल्ली रेफर किया गया है जहां उनकी प्लास्टिक सर्जरी की जाएगी।
Rishabh Pant Mercedes Benz GLC SUV में थे सवार
ऋषभ पंत जिस कार में सवार थे वो एक मर्सिडीज बेंज जीएलसी एसयूवी है जो जिसका नंबर DL 10 CN 1717 है और ये कार Rishabh Pant के नाम पर ही रजिस्टर्ड है।
Rishabh Pant Mercedes Benz GLC SUV का 2021 में खत्म हो गया था इंश्योरेंस
आरटीओ से मिली जानकारी के मुताबिक, मर्सिडीज बेंज जीएलसी दिल्ली नंबर पर रजिस्टर्ड है इस एसयूवी का इंश्योरेंस 4 सितंबर 2009 को एक्सपायर हो गया था।
Mercedes Benz GLC SUV चलाते वक्त Rishabh Pant ने नहीं लगाई थी सीट बेल्ट
मौके पर मौजूद लोगों के मुताबिक, ऋषभ पंत खुद ही मर्सिडीज बेंज को चला रहे थे और हादसे के वक्त उन्होंने सीट बेल्ट नहीं लगाई थी। सीट बेल्ट न लगाने के कारण कार जब डिवाइडर से टकराई तब ऋषभ पंत विंडशील्ड से टकराकर बाहर जा गिरे थे।
ऋषभ पंत जिस मर्सिडीज बेंज जीएलसी को चलाते हुए हादसे का शिकार हुए वो एक प्रीमियम एसयूवी है जिसकी एक्स शोरूम कीमत 61 लाख रुपये से शुरू होकर 66.90 तक जाती है। कंपनी ने इसके दो वेरिएंट मार्केट में उतारे हैं जिसमें पहला GLC 200 और दूसरा GLC 200d है।
इस एसयूवी में दो इंजन का विकल्प मिलता है। पहला इंजन 2.0 ट्रबो पेट्रोल इंजन है जो 197 पीएस की पावर और 320 एनएम का पीक टॉर्क जनरेट करता है। दूसरा इंजन 2.0 लीटर टर्बो पेट्रोल इंजन है जो 194 पीएस की पावर और 400 एनएम का पीक टॉर्क जनरेट करता है। इस इंजन के साथ 9 स्पीड ऑटोमैटिक गियरबॉक्स दिया गया है। इसके डीजल वेरिएंट में कंपनी ऑल व्हील ड्राइव का विकल्प देती है।
Mercedes Benz GLC Safety Features
मर्सिडीज इस कार में मल्टीपल एयरबैग के साथ घुटनों की सुरक्षा के लिए नी बैग भी देती है। इसके साथ ही टायर प्रेशर मॉनिटरिंग सिस्टम और इलेक्ट्रॉनिक स्टेबिलिटी प्रोग्राम को भी जोड़ा गया है।
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JHARKHAND: इलेक्ट्रिक कटर से किये दूसरी 50 टुकड़े, कुत्ते नोच रहे थे इंसानी मांस के टुकड़े
पुलिस अभी श्रद्धा मर्डर केस की गुत्थी भी सही से सुलझा नही पाई है, मानवता को झंकझोर करने देने वाली एक ओर वारदात सामने आय़ी है। श्रद्धा मर्डर केस मे उसके शरीर के 35 टुकड़े किये गये थे तो वही इस केस मे टुकड़ो की संख्या 50 के पार पहुंच गई है। आइये आपको विस्तार से है बताते हत्या से लेकर 50 टुकड़ो तक का ये खौंफनाक मंजर….
12 टुकड़ो का ये खौफनाक मंजर
दरसअल झारखंड के साहिबगंज जिले के बोरियो से ठीक इसी तरह का मामला सामने आया है। जहां एक पति ने अपनी दूसरी पत्नी की हत्या कर उसके शरीर को 12 टुकड़ो मे काट कर जंगलो मे फेंक दिया। इस खौफनाक वारदात का पता पुलिस को तब चला जब मोमिन टोला के लोगों को आंगनवाड़ी भवन के पीछे कुछ कुत्तों का झुंड दिखाई दिया । जो इंसानी मांस के टुकड़े को नोच रहे थे।
झूठे वादों का झांसा देकर की थी शादी
शुरुआती जांच में यह बात सामने आई है कि आरोपी ने महिला को गलत वादा देकर और उसे बहलाया-फुसला कर उससे शादी की। पीड़िता की पहचान रुबिका पहाड़िन के रूप मे हुई है।
सिर और धड़ को फेंका अलग-अलग हिस्सों मे
जिसकी सूचना स्थानीय लोगो ने पुलिस को दी। टुकड़े को लेकर पुलिस ने आशंका जताई है कि आरोपी ने हत्या के बाद डेड बॉडी को इलेक्ट्रिक कटर से काटा होगा । उसके सिर और धड़ अलग-अलग हिस्सों में थे। आरोपी ने पूरी बॉडी को छोटे-छोटे टुकड़ों में कटर से काटा था। हालांकि अब उससे पूरे मामले को लेकर पूछताछ की जा रही है।
पूरी बॉडी को छोटे-छोटे टुकड़ों में कटर से काटा
जल्द ही पता चलेगा की आखिर कैसे और क्यों अपनी पत्नी को इतनी भयानक मौत दी। आपको बतां दे इस हत्याकांड को उसके पति दिलदार अंसारी ने अंजाम दिया है। मृतक महिला की उम्र 22 साल बताई जा रही है। आरोपी दिलदार ने दो साल पहले महिला से दूसरी शादी की थी। दोनों दो साल से एक साथ रह रहे थे। लड़की आदिवासी समुदाय से है तो वहीं आरोपी विशेष समुदाय से आता है। ऐसे में अब आशंका जताई जा रही है कि यह पूरा मामला लव जिहाद का भी हो सकता है। हालांकि पुलिस ने इस मामले मे अब तक कोई पुष्टि नहीं की है।