सनातन धर्म में होली के त्योहार को काफी धूमधाम से मनाया जाता है। हिंदु पांचाग के अनुसार हिंदू धर्म में रंग और उमंग से भरी होली के पावन पर्व का बहुत महत्व होता है पंचांग के अनुसार फाल्गुन मास की पूर्णिमा पर पड़ने वाले इस पर्व को देश-विदेश में बड़ी धूम-धाम से मनाया जाता है. होली से ठीक 8 दिन पहले होलास्टक लग जाते है।ऐसा माना जाता है कि इन दिनों कोई भी शुभ काम करने से बचना चाहिए। सनातन धर्म के अनुसार होलिका दहन शुभ महुर्त में ही किया जाता है। भद्राकाल में होलिका दहन नहीं किया जाता। तो चलिए आज की इस post में जानते है कि इस साल होलिका दहन कब किया जायेगा। और इस साल की होली में क्या खास है.
इस साल 7 मार्च मंगलवार को होलिका दहन किया जायेगा। और 8 मार्च को रंगो वाली होली खेली जायेगी। पंचांग के अनुसार इस साल फाल्गुन मास की पूर्णिमा तिथि 06 मार्च 2023 को सायंकाल 04:17 बजे से प्रारंभ होकर 07 मार्च 2023 को सायंकाल 06:09 बजे समाप्त होगी। तो वही होलिका दहन का शुभ महुरत 7 मार्च मंगलवार शाम 6 बजकर 29 मिनट से रात 8 बजकर 52 मिनट तक रहेगा।
होली से जुड़ी मान्यता
हिंदू धार्मिक मान्यता के अुनसार होली का संबंध होलिका और प्रहलाद की कथा से जुड़ा हुआ है. मान्यता है कि इसी दिन जब भगवान श्री विष्णु के परम भक्त को जलाकर खत्म करने के लिए होलिका अग्नि में बैठी तो श्री हरि की कृपा से प्रहलाद को कुछ भी नहीं हुआ और वे सकुशल बाहर निकल आए लेकिन होलिका उसी अग्नि में भस्म होकर राख हो गई. हिंदू मान्यता के अनुसार पौराणिक काल में होली के 8 दिन पहले से प्रहलाद को यातनाएं देना प्रारंभ हुआ था, इसीलिए होलिका दहन से आठ दिन पहले से होलाष्टक लग जाता है और इसमें किसी भी शुभ कार्य को करने की मनाही होती है.
कब लगेगा होलाष्टक
पंचांग के अनुसार साल 2023 में होलाष्टक 27 फरवरी 2023 से प्रारंभ होकर 08 मार्च 2023 तक रहेगा. हिंदू मान्यता के अनुसर इस दौरान कोई भी शुभ कार्य नहीं किए जाते हैं. होलिका और प्रहलाद के अलावा होलाष्टक से जुड़ी एक कथा और कही जाती है. जिसके अनुसार एक बार इंद्रदेव के कहने पर कामदेव ने भगवान शिव की तपस्या को भंग कर दिया था, जिससे नाराज होकर भगवान शिव ने अपने तीसरे नेत्र से कामदेव को भस्म कर दिया था. जिस दिन महादेव ने कामदेव को भस्म किया वो फाल्गुन मास की अष्टमी तिथि थी. इसके बाद कामदेव की पत्नी रति ने उसी दिन से लगातार 8 दिन तक कठिन तपस्या की और महादेव को प्रसन्न करके अपने पति कामदेव को दोबारा जीवित करने का वर प्राप्त किया. इसी आठ दिन को हिंदू धर्म में होलाष्टक कहा जाता है.
होलिका दहन को लेकर पंचांगों में मतभेद
होलिका दहन को लेकर इस बार पंचांगों में मतभेद है. बनारसी पंचांग के अनुसार 6 मार्च को भद्रा पुच्छ होने से मध्य रात के बाद 12.23 बजे से दिन के 1.35 बजे के बीच होलिका दहन का मुहूर्त बन रहा है. जबकि, मिथिला पंचांग के अनुसार भद्रा मुक्त काल प्रदोष काल में शाम 5.48 बजे से 7.24 बजे के बीच होलिका दहन करना शुभ रहेगा. फाल्गुन मास में शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा दो दिन होने के कारण ऐसी स्थिति बनी है.
होलिका दहन की परिक्रमा करने से मिलेगा मन चाहा फल
माना जाता है होलिका दहन और पूजा करने से पहले परिक्रमा करना बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। कहते है परिक्रमा करते हुए अगर आप अपनी इच्छा कह दे तो वो सच हो जाती है। इस दिन की गई पूजा से तमाम समस्या दूर हो जाती है। मान्यता है कि इस पूजा से रोग,द्वेस और तमाम समस्याओं से मुक्ति मिल जाती है। अगर आप भगवान की कृपा पाना चाहते है तो इस दिन आप आसान से कुछ उपाय भी कर सकते है।
1- होलिका दहन में घर में सभी सदस्यों को आवश्यक ही शामिल होना चाहिए होलिका दहन में चना मटर गेहूं की बलिया या अलसी आदि डालने हुए अग्नि के तीन या फिर सात परिक्रमा करें इससे घर में शुभता आती है।
2- होलिका दहन के दिन घर के मुखिया को होली में लॉग एक बताशा और एक पान का पत्ता भी आवश्यक चढ़ाना चाहिए तत्पश्चात होली के तीन परिक्रमा करते हुए होली में सूखे नारियल की आहुति देनी चाहिए इससे ना केवल सभी कष्ट दूर होते हैं वरन घर में सुख समृद्धि भी बढ़ती है
3- जिस दिन होली जलानी है उस दिन सुबह एक साबुत पान में साबुत सुपारी एवं होली की राख( भस्म )रखकर किसी भी मंदिर में शिवलिंग पर चढ़ाएं और भगवान शिव से योग्य जीवनसाथी के लिए प्रार्थना करें और प्रणाम करके वापस जाएं पीछे मुड़कर न देखें यह प्रयोग लगातार 7 दिन करें इससे अति शीघ्र विवाह होने की स्थिति बनती है.
होली 2023 किन राशियों का चमकेगा भाग्य
कुंभ राशि (Aquarius)- होली पर शनि देव कुंभ राशि में ही उदित हो रहे हैं, ऐसे में धन के मामले में आपको बंपर फायदा मिलेगा. निवेश के लिए ये अनुकूल समय है, योजनाओं में इनवेस्ट करने से आपको लंबे समय तक धन लाभ मिलेगा. इससे आपकी आर्थिक स्थिति मजबूत होगी. आय के स्तोत्र बढ़ेंगे. खर्चों पर जरुर लगाम लगाकर रखें. कार्य को लेकर किसी पर पूर्ण रूप से भरोसा करने से बचें. परिवार और दोस्तों का साथ आपके आत्मविश्वास में वृद्धि करेगा.
तुला राशि (Libra)- तुला राशि वालों के लिए होली का पर्व बेहद लाभदायक होने वाला है. ऑफिस में आपकी मेहनत और कार्य की सराहना होगी, अधिकारियों का साथ मिलेगा. शनि के उदय से आपकी नौकरी और व्यापार में तरक्की के प्रबल योग बन रहे हैं. घर में खुशियों का आगमन होगा. लंबे समय से जो नौकरी की तलाश कर रहे हैं उन्हें जल्द सफलता मिलेगी. शनि देव की रोजाना पूजा करें.
वृषभ राशि (Taurus) – उदयवान शनि होली पर आपको कई तरह के लाभ प्रदान करेगा. लंबे वक्त से जो कार्य अटका हुआ है वह शनि देव की कृपा से पूरा होगा. तरक्की की राह में आ रही बाधाओं का नाश होगा. लक्ष्य प्राप्ति में विरोधी रुकावट बनेंगे लेकिन सफल नहीं हो पाएं. दुश्मनों की चालें विफल होंगी. ऑफिस में नई जिम्मेदारी मिलने की संभावना है. नौकरीपेशा करने वालों को रोजगार के नए अवसर प्राप्त होंगे.
कन्या राशि– कन्या राशि के जातकों को 3 नग जायफल 3 नग काली मिर्च होलिका दहन में डालनी चाहिए इससे सभी संकटों से मुक्ति मिल जाएगी।
सुखी वैवाहिक जीवन के लिए होली के उपाय
यदि आपका वैवाहिक जीवन दुख और कटुता भरा है तो होली के दिन इस उपाय को कर सकते हैं। होली के दिन उत्तर दिशा में एक आसन या पट्टे पर सफेद कपड़ा बिछाएं। उस पर चावल, दाल और अनाज के दानों से विधिवत रूप से नवग्रह यंत्र स्थापित करें। केसर का तिलक कर घी का दीपक जलाएं और कामदेव के साथ रति की पूजा करें। इससे वैवाहिक जीवन आनंद से भर उठेगा।