भागलपुर | दीपक कुमार तिवारी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भागलपुर की पावन धरती पर कदम रखते ही किसानों और आमजन को ऐतिहासिक सौगात दी। उनके आगमन के साथ ही पूरा कार्यक्रम स्थल “भारत माता की जय”, “वंदे मातरम”, “जय श्री राम” और “मोदी-मोदी” के नारों से गूंज उठा।
पीएम किसान सम्मान निधि की 19वीं किस्त जारी:
प्रधानमंत्री ने पीएम किसान सम्मान निधि योजना की 19वीं किस्त के तहत 9.8 करोड़ किसानों के खातों में 22,000 करोड़ रुपये से अधिक की धनराशि हस्तांतरित की। इसमें बिहार के 76 लाख किसानों को 1600 करोड़ रुपये मिले। यह आयोजन पूरी तरह किसानों को समर्पित रहा, जिसमें भागलपुर और आसपास के प्रसिद्ध फलों व फसलों के नाम पर बनाए गए तोरण द्वारों—”केला द्वार”, “जर्दालु आम द्वार”, “मखाना द्वार”, “कतरनी धान द्वार”—से किसानों का स्वागत किया गया।
अंगिका में बोले पीएम मोदी, ऐतिहासिक धरोहरों के विकास का वादा:
अपने संबोधन की शुरुआत प्रधानमंत्री मोदी ने अंगिका भाषा में की, जिससे वहां मौजूद जनता गदगद हो गई। उन्होंने कहा—
“अंग राज दानवीर कर्ण की धरती, महर्षि मेंही की तपस्थली और विक्रमशिला बिहार बाबा बूढ़ानाथ की भूमि पर सब भाई-बहन शनि का प्रणाम करें छियय।”
प्रधानमंत्री ने भागलपुर के ऐतिहासिक महत्व को रेखांकित करते हुए विक्रमशिला विश्वविद्यालय को सेंट्रल यूनिवर्सिटी का दर्जा देने की घोषणा की और कहा कि केंद्र सरकार जल्द इस पर काम शुरू करेगी।
बिहार में बुनकरों और किसानों को मिला समर्थन:
पीएम मोदी ने भागलपुर के रेशम और तसर सिल्क उद्योग को वैश्विक स्तर पर पहचान दिलाने का भरोसा दिलाया। उन्होंने कहा कि मखाना बोर्ड के गठन से स्थानीय किसानों को लाभ मिलेगा। इसके अलावा, दलहन उत्पादन बढ़ाने, एफपीओ को प्रोत्साहित करने और पावर प्लांट को कोयले की आपूर्ति सुनिश्चित करने की योजनाओं का ऐलान किया गया।
सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम:
कार्यक्रम में करीब 4 लाख किसानों और आमजन की भीड़ उमड़ी, जिसके लिए 4000 से अधिक सुरक्षाकर्मियों, डॉग स्क्वाड, सीसीटीवी कैमरों और ड्रोन की मदद से निगरानी रखी गई।
जंगलराज पर कड़ा प्रहार:
अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने विपक्ष पर तीखा हमला बोला और कहा कि जो जानवरों का चारा खा सकते हैं, वे कभी राज्य का विकास नहीं कर सकते। उन्होंने कहा कि बिहार में स्वास्थ्य, शिक्षा, बिजली और पर्यटन में लगातार सुधार हो रहा है और गंगा नदी पर कई फोरलेन पुलों का निर्माण किया जा रहा है, जिससे आवागमन सुगम होगा।
उन्होंने यह भी कहा कि “जंगलराज वाले हमारी आस्था और धरोहरों से नफरत करते हैं”, लेकिन बिहार की जनता उन्हें माफ नहीं करेगी।
किसानों और जनता में दिखा जबरदस्त उत्साह:
प्रधानमंत्री की घोषणाओं से किसानों में उत्साह की लहर दौड़ गई। पीएम मोदी ने कहा कि उनका सपना है कि भारत के किसानों का उत्पाद विश्व के हर घर तक पहुंचे और इसके लिए केंद्र सरकार हरसंभव प्रयास कर रही है।