नीतीश सरकार ने एयरपोर्ट अथॉरिटी को सौंपी 58 एकड़ जमीन
पटना। बिहार के पूर्णिया जिले से हवाई यात्री अरसे से उड़ान भरने की मांग कर रहे हैं। पूर्णिया में हवाई अड्डा हो जाने के बाद यात्रियों को बागडोगरा के भरोसे नहीं रहना होगा। पूर्णिया में एयरपोर्ट हो जाने के बाद सीधे यात्री सीमांचल में प्रवेश कर सकेंगे। उन्हें पटना उतरने के बाद पूर्णिया और किशनगंज जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। फिलहाल सीमांचल के यात्री बागडोगरा में उतरते हैं। उसके बाद अपने गंतव्य को जाते हैं।
बिहार के पूर्णिया जिले में बिहार के पांचवें नागरिक एयरपोर्ट के निर्माण का रास्ता पूरी तरह साफ हो गया है। बिहार सरकार की ओर से सिविल एन्क्लेव और संपर्क पथ के निर्माण के लिए एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया को 58.18 एकड़ जमीन सौंपी गई है। जमीन सौंपने के बाद अब निर्माण का रास्ता साफ बताया जा रहा है। इसके बाद अब पूर्णिया में एयरपोर्ट का संचालन शुरू हो जाएगा।
जानकारी के मुताबिक वायुयान संगठन निदेशालय पटना और हवाई अड्डा के प्रशासी पदाधिकारी सह निकासी और व्ययन पदाधिकारी अखिलेश कुमार सिंह और भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण, पटना के एजीएम एलबी सिंह ने सरकार के साथ संयुक्त पत्र पर हस्ताक्षर कर इस प्रक्रिया को पूरा कर लिया है।
बताया जा रहा है कि सिविल एन्क्लेव और संपर्क पथ के निर्माण में आ रही बाधा को दूर कर लिया गया है। इस अवसर पर पटना एयरपोर्ट के भूमि सलाहकार अशोक कुमार सिन्हा की मौजूदगी भी रही। बिहटा की तरह पूर्णिया में भी सैन्य हवाई अड्डा है। इस हवाई अड्डे से सेना के विमानों का परिचालन किया जाता है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पूर्णिया एयरपोर्ट को बिहटा एयरपोर्ट की तर्ज पर संचालित किया जाएगा। बिहटा एयरपोर्ट भी सेना के लिए समर्पित हवाई अड्डा है। पूर्णिया में एयरपोर्ट को शुरू करने के लिए जमीन अधिग्रहण का काम तेजी से चल रहा है। उसके बाद एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया की ओर से जरूरी कंस्ट्रक्शन के निर्माण की प्रक्रिया जल्द शुरू की जाएगी। इसके बन जाने से सीमांचल के यात्रियों को काफी फायदा होगा।