कांग्रेस 18 मुद्दों को संसद के शीतकालीन सत्र में उठायेगी। सभी मुद्दों पर चर्चा करने के लिए कांग्रेस ने रणनीति समिति की बैठक बुलाई। बैठक से ठीक पहले कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने केंद्रीय मंत्रिमंडल के कृषि कानूनों को वापस लेने के विधेयक को मंजूरी देने को अस्पष्ट करार दिया है।
गौरतलब है कि केंद्रीय मंत्रिमंडल ने बुधवार को तीन विवादास्पद कृषि कानूनों को वापस लेने के विधेयक को मंजूरी दे दी। इस मामले में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) के महासचिव प्रभारी केसी वेणुगोपाल ने आईएएनएस से कहा, देर आये दुरुस्त आये, बेहतर है। लेकिन हमें कुछ स्पष्टीकरण की आवश्यकता है। क्या एमएसपी को जोड़ा गया है? किसान जिस तरह से लगातार मुआवजे की मांग कर रहे हैं, ये मुआवजा दिया जा रहा है या नहीं?
उन्होंने कहा, हम एमएसपी और किसानों से जुड़े सभी मुद्दों को शीतकालीन संसद सत्र में उठाएंगे। कांग्रेस पार्टी इसके लिए प्रतिबद्ध है।
हालाँकि, विपक्षी एकता जिसको एकजुट करने की बात कांग्रेस पार्टी लगातार कर रही है और जो पिछले संसद सत्र में देखी जा रही थी, वह अब संदेह के घेरे में आ गई है क्योंकि हाल ही में पूर्व सांसद कीर्ति आजाद सहित कई कांग्रेस नेता टीएमसी में शामिल हुए हैं।
इसको लेकर वेणुगोपाल ने कहा, हमें इन सब की परवाह नहीं है.. अगर कोई हमारी पार्टी से लोगों को ले रहा है, तो कोई बात नहीं। अगर कोई सोच रहा है कि वे एक दिन कांग्रेस को नष्ट कर सकते हैं, तो ऐसा नहीं होगा। पहले भी कई लोगों ने ये कोशिश की है और पहले भी इस तरह से लोग कांग्रेस पार्टी छोड़कर जाते रहे हैं।
उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि कांग्रेस का मुख्य ध्यान मोदी सरकार की ‘जनविरोधी’ नीतियों के खिलाफ लड़ना है, जो कि सबसे पुरानी पार्टी के रूप में हम करते रहेंगे।
उल्लेखनीय है कि कांग्रेस पार्टी ने सरकार को घेरने के लिए आगामी संसद सत्र में उठाए जाने वाले मुद्दों पर विचार करने के लिए गुरुवार को अपने संसदीय रणनीति समूह की बैठक बुलाई है। यह बैठक शाम साढ़े पांच बजे कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के आवास पर होगी। सूत्रों के मुताबिक, पार्टी संसद के आगामी सत्र में 18 मुद्दे उठाएगी जिसमें मुद्रास्फीति, कोविड प्रबंधन, किसानों का विरोध, पेगासस, राफेल और भारत-चीन सीमा मुद्दे प्रमुख फोकस में होंगे। संसद का शीतकालीन सत्र 29 नवंबर से शुरू होने जा रहा है और 23 दिसंबर को खत्म होगा।