राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा के कार्येक्रम के बाद अब अयोध्या में भक्तो का जनसैलाब उमड़ रहा है और ऐसा अनुमान हैं कि एक साल में राम मंदिर में जाने वालो की संख्या 10 करोड़ तक हो सकती हैं जो दुनिआ के किसी भी धार्मिक स्थल से ज़यदा होगी। रामलला के विराजमान होते हि 500 सालो का इंतज़ार भी खत्म हो गया है। भारत और देश में रह रहे राम भक्तो के लिए यह बेहद भावुक क्षण था। पूरी नगरी की तस्वीर बदल गई हैं बात करे पर्टयकों कि उनके लिए भी उत्तम व्यस्था हो रही हैं। बड़ते हुए लोगो की संख्या से ऐसी उम्मीद लगाई जा रही हैं कि आने वाले समय में देश के सबसे बड़ा तीर्थ स्थल के रूप में देखा जा सकता हैं। वही बात करे मक्का में सालाना 2 करोड़ लोग जाते थे जबकि वेकिटन में लगभग 90 लाख लोग जाते हैं।
इस हिसाब से राम मंदिर इन सभी कही आगे होगा वही बात करे तो इसके आलावा कशी विश्नाथ धाम अमृतसर में स्वर्ण मंदिर दक्षिण में बड़ा आस्था का बड़ा केंद्र तिरुपति बालाजी और वैष्णो देवी धाम से भी कहीं ज़्यदा लोग राम मंदिर के दर्शन के लिए जाएंगे। बीते दो सालों में कशी विश्नाथ में दर्शन करने वालो कि संख्या कुल 13 करोड़ थी जो कि अपने आप में बड़ा अकड़ा था। और बात करे राम मंदिर कि भक्तो का ताता लग सकता है जिससे यूपी सरकार को राजस्व में बड़े उछाल की उम्मीद हैं। एसबीई की रिपोर्ट के अनुसार मंदिर में आने वाले भक्तजन के चलते यूपी सरकार को वित वर्ष साल 2024 -225 तक सरकार को 25 हज़ार करोड़ का मुनाफा हो सकता हैं। आकड़ो के मुताबिक आन्ध्र प्रदेश के तिरुपति बालाजी के मंदिर में हल साल 2. 5 करोड़ लोग जाते है
वही वैष्णो देवी के मंदिर में लगभग 90 लोग सालाना जाते है। इस्लाम की सबसे पवत्रि स्थल मक्का जाने वालो की संख्या हर साल 2 करोड़ हैं यहाँ पर लोग दूर दूर से काबा देखने के लिए आते है गौरतलब है कि राम मंदिर का निर्माण साल 2022 से चल रहा था तब भी लोग वहा जा रहे थे उस समय के आकड़े 2 . 21 करोड़ लोग वहा जा चुके थे। इस बात से अनुमान लगाया जा सकता है कि आने वालो दिनों में क्या आकड़ा होगा