मुजफ्फरपुर: जिले में भी ईद उल फितर का त्योहार अत्यंत धूमधाम से मनाया गया। बन्दरा प्रखण्ड के विभिन्न हिस्सों में भी ईद की ख़ूब धूम है।बता दें कि यह पर्व रमजान महीने के समाप्त होने के बाद, शव्वाल महीने की पहली तारीख को आता है. कहा जाता है कि इस पर्व की शुरुआत पैगंबर मुहम्मद द्वारा की गई थी. यह पर्व इस्लाम धर्म के अनुयायियों की एकता और आध्यात्मिक शुद्धता का प्रतीक माना जाता है. ईद के दिन आरा ईदगाह में ईद की नमाज अदा की गई एवं देश में अमन चैन की दुआ की गई.बताते चलें कि इस दिन मुस्लिम समुदाय अल्लाह का आभार व्यक्त करता है और अपनी अनजानी गलतियों के लिए क्षमा मांगता है. वहीं बताते चलें कि ईद-उल-फित्र का आयोजन इसीलिए किया जाता है क्योंकि रमजान के पूरे महीने में अल्लाह की इबादत की जाती है और रोजा रखने का अवसर प्राप्त होता है. ईद की नमाज में अल्लाह का आभार व्यक्त किया जाता है. रोजा को पूरा करने की खुशी में अल्लाह ने अपने भक्तों को ईद की खुशियों से नवाजा है. रोजा समाप्त करने की खुशी के साथ-साथ ईद पर मुसलमान भाई इस बात के लिए भी अल्लाह का धन्यवाद करते हैं कि उन्होंने पूरे महीने रोजा रखने की शक्ति और साहस प्रदान किया।