पटना/गोपालगंज। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने लालू यादव के गृह जिले गोपालगंज में चुनावी शंखनाद करते हुए एनडीए के अटैकिंग मोड की शुरुआत कर दी। पुलिस लाइन मैदान में आयोजित जनसभा में भारी संख्या में लोग जुटे, जबकि भाजपा ने दावा किया कि सभा में डेढ़ लाख से ज्यादा लोग मौजूद थे। मंच पर अमित शाह का भव्य स्वागत वैदिक मंत्रोच्चार और शंखनाद से किया गया, जिससे गृहमंत्री प्रसन्न नजर आए।
बिहार को बाढ़ मुक्त करने का वादा:
अमित शाह ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि बिहार में एक बार फिर एनडीए की सरकार बनेगी। उन्होंने नीतीश कुमार और नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार को राज्य के विकास और युवाओं के उज्ज्वल भविष्य के लिए कृतसंकल्प बताया। शाह ने कहा कि अगर एनडीए फिर सत्ता में आती है, तो अगले पांच साल में बिहार को बाढ़ से मुक्त कर दिया जाएगा।
लालू परिवार पर तीखा हमला:
अमित शाह ने अपने भाषण में लालू परिवार पर निशाना साधते हुए कहा कि बिहार को तय करना है कि जंगलराज चाहिए या नीतीश-मोदी की सरकार। उन्होंने कहा कि कांग्रेस और राजद ने बिहार को बर्बादी के कगार पर पहुंचा दिया, जबकि नरेंद्र मोदी ने पिछले दस वर्षों में बिहार में कई नए काम किए हैं।
माता जानकी मंदिर का वादा और छठ पूजा पर जोर:
अमित शाह ने कहा कि जिस तरह अयोध्या में भव्य राम मंदिर बन रहा है, उसी तर्ज पर बिहार में माता जानकी का भव्य मंदिर भी बनेगा। उन्होंने छठ पूजा को लेकर कहा कि भाजपा शासित राज्यों में इसे लेकर छुट्टी की जाती है और केंद्र सरकार ने भी छठ पूजा को खूब बढ़ावा दिया है।
तेजस्वी यादव का पलटवार:
अमित शाह के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए राजद नेता तेजस्वी यादव ने उन्हें झूठा करार दिया। कोलकाता से लौटने के बाद एयरपोर्ट पर मीडियाकर्मियों से बात करते हुए तेजस्वी ने कहा कि चुनाव के वक्त अमित शाह बड़े-बड़े वादे करते हैं, लेकिन चुनाव बीतने के बाद वे वादे जुमला बनकर रह जाते हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार को करोड़ों रुपये देने का दावा किया था, लेकिन वो पैसे कहां गए, इसका जवाब कोई नहीं दे रहा।
बिहार चुनावी घमासान तेज:
अमित शाह के दौरे और तेजस्वी यादव के पलटवार के बाद बिहार में चुनावी माहौल और गर्म हो गया है। एनडीए और महागठबंधन के बीच जुबानी जंग तेज हो गई है, जिससे आगामी विधानसभा चुनाव में सियासी सरगर्मी और बढ़ने की संभावना है।