ऑल इंडिया जन आंदोलन संघर्ष मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने पूरे देश के कार्यकर्ताओं से आंदोलन को तेज करने की अपील
भुगतान को लेकर सहारा इंडिया के खिलाफ संयुक्त ऑल इंडिया जन आंदोलन संघर्ष न्याय मोर्चा संगठन पूरे देश में मोर्चा खोले हुए है। चाहे उत्तर प्रदेश हो, बिहार हो, मध्य प्रदेश हो, झारखंड हो, छत्तीसगढ़ हो लगभग सभी प्रदेशों में संगठन के कार्यकर्ता सहारा के चेयरमैन सुब्रत राय के खिलाफ सड़कों पर उतर रहे हैं। ऑल इंडिया जन आंदोलन संघर्ष न्याय मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अभय देव शुक्ला और महासचिव नीरज शर्मा आंदोलन को धार देने के लिए लगातार संघर्षरत हैं। भले ही गत दिनों उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले में आंदोलन करने पर अभय देव शुक्ला की गिरफ्तार हो गई थी पर उससे उनका हौसला कम नहीं हुआ है बल्कि बढ़ा ही है।
अब अभय देव शुक्ला ने ऐलान किया है कि 9 नवम्बर से उनका संगठन पूरे उत्साह के साथ पूरे देश में युद्ध स्तर पर आंदोलन शुरू कर देगा। सुब्रत राय के खिलाफ करो या मरो अभियान चलेगा। उन्होंने अपने कार्यकर्ताओं से उत्तर प्रदेश निकाय चुनाव में भाजपा को हराने की अपील की है। उनका कहना है कि यदि भाजपा चाह ले तो निवेशकों और एजेंटों का पैसा मिलने में देर नहीं लगेगी पर भाजपा सुब्रत राय के साथ मिली हुई है। अभय देव शुक्ला ने आरोप लगाया है कि भाजपा के संरक्षण में ही सुब्रत राय अपना खेल खेल रहे हैं। उन्होंने सवालिये लहज में कहा कि देश में यह कैसा कानून है कि सुब्रत राय 9 साल साल पैसे पैरोल पर जेल से बाहर घूम रहे हैं। देशभर में उनके खिलाफ हजारों केस दर्ज हो गये हैं पर उनकी गिरफ्तारी नहीं हो रही है। उन्होंने कहा कि उनके खिलाफ मध्य प्रदेश से गैर जमानती वारंट जारी भी हुए पर उनका कुछ न बिगड़ सका।
अभय देव शुक्ला ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को कटघरे में खड़ा करते हुए कहा कि वह बहुत दावा करते हैं कि अपराधियों को गिरफ्तार करने के लिए उनके घरों पर बुलडोजर चलवा दिया जाता पर सुब्रत राय के घर पर बुलडोजर क्यों नहीं चलवा गया ? मध्य प्रदेश में भी भाजपा की सरकार और उत्तर प्रदेश में भी, गैर जमानती वारंट लेकर मध्य प्रदेश की पुलिस आई थी और गिरफ्तार उत्तर प्रदेश में करना था। पर पुलिस को बैरंग ही लौटना पड़ा। कहां था योगी आदित्यनाथ का बुल्डोजर। उन्होंने सुब्रत राय की वजह से हजारों एजेंटेों ने आत्महत्या कर ली है। करोड़ों लोगों का लाखों करोड़ रुपये सहारा इंडिया पर है पर वह खुलेआम मजा ले रहे हैं और निवेशक और एजेंट दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं। उन्होंने ऐसा नहीं है कि सहारा ग्रुप में कर्मचारी मजे में हों।
कर्मचारियों को भी वेतन नहीं मिल पा रहा है। वेतन मांगने पर उनको नौकरी से निकाला जा रहा है। नोएडा सहारा मीडिया में हाल ही में निकाले गये ५ कर्मचारियों का हवाला उन्होंने दिया है। उन्होंने कहा कि अब आंदोलन ही एकमात्र रास्ता है, जिससे सहारा इंडिया से निवेशक और एजेंटों का पैसा मिल सकता है। उत्तर प्रदेश में संस्कार सिंह, मध्य प्रदेश में वीरेंद्र सोलंकी, झारखंड में नागेंद्र कुशवाहा, बिहार में मोहित कुमार मोर्चा खोले हुए हैं।