30 मार्च को पूरे कर्नाटक में धूमधाम से मनाया जाता है उगादी त्यौहार
नंदिनी दूध की कीमत में हो जाएगा 4 रुपए प्रति लीटर का इजाफा
कर्नाटक मिल्क फेडरेशन की तरफ से सप्लाई किया जाता है नंदिनी दूध
किसानों की मांग पर सिद्धारमैया की सरकार ने लिया फैसला
द न्यूज 15 ब्यूरो
नई दिल्ली बेंगलुरु। कर्नाटक में सिद्धारमैया की सरकार ने गुरुवार को कर्नाटक मिल्क फेडरेशन की तरफ से सप्लाई किए जाने वाले नंदिनी दूध की कीमत 4 रुपये प्रति लीटर और बढ़ाने का फैसला लिया है। यह फैसला KMF और किसान संगठनों की मांग पर विचार करने के बाद लिया गया।
ये सारे प्रोडक्ट भी हो जाएंगे महंगे
दूध की कीमत बढ़ाने का यह फैसला उगादी त्यौहार से ठीक पहले लिया गया, जिसे 30 मार्च को पूरे कर्नाटक में धूमधाम से मनाया जाएगा। अब चूंकि दूध की कीमत बढ़ेगी, तो होटलों से लेकर मिठाई की दुकानों में कॉफी, चाय और दूध से बने अन्य प्रोडक्ट्स की कीमत भी बढ़ जाएगी।
हाल ही में मेट्रो और आरटीसी बस का किराया बढ़ाए जाने को लेकर राज्य सरकार की आलोचना की गई थी। सरकार ने बिजली का रेट भी बढ़ाया है। दूध की कीमत भी 5 रुपये प्रति लीटर बढ़ाने की मांग की गई थी। हालांकि सरकार ने इसे 4 रुपये ही बढ़ाने का फैसला लिया है।
इसलिए बढ़ाई जाएगी दूध कीमत
5 मार्च को कर्नाटक की सरकार ने राज्य में नंदिनी दूध की कीमत बढ़ाने की जानकारी दी थी। विधान परिषद में सवाल-जवाब सत्र के दौरान सदन में पशुपालन मंत्री के. वेंकटेश ने कहा कि ‘हम दूध की कीमत निश्चित रूप से बढ़ाएंगे। कीमत कितनी बढ़ाई जाए, इस पर मुख्यमंत्री के साथ चर्चा की जाएगी। उन्होंने यह भी कहा था कि सरकार पर दूध उत्पादकों का 656.07 करोड़ रुपये का सब्सिडी बकाया है। कुल 9.04 लाख लाभार्थियों को अभी तक बकाया राशि नहीं मिली है।
उन्होंने बताया कि हमने वित्त विभाग से लंबित धनराशि जारी करने को कहा है। विभाग द्वारा राशि स्वीकृत होने के बाद इसे लाभार्थियों को वितरित कर दिया जाएगा। हम जल्द ही ऐसा करेंगे। किसान दूध की कीमत 10 रुपये प्रति लीटर तक बढ़ाने की बात कह रहे हैं। हम दूध के दाम जरूर बढ़ाएंगे। मुख्यमंत्री से चर्चा के बाद कीमत कितनी बढ़ाई जानी है यह तय की जाएगी।
राज्य भर में जारी विरोध प्रदर्शन
राज्य भर में दूध फेडरेशन दूध की कीमत बढ़ाने की मांग कर रहे हैं। मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने पहले इस बढ़ोतरी का विरोध किया था, लेकिन गुरुवार को कैबिनेट की बैठक में इसे मंजूरी दे दी गई। दूध की बढ़ती कीमतों को लेकर विरोध प्रदर्शन फरवरी से जारी है। कर्नाटक राज्य रैयत संघ और ग्रीन ब्रिगेड दूध की खरीद कीमत को बढ़ाकर कम से कम 50 रुपये प्रति लीटर करने की मांग कर रहे हैं। उन्होंने MSP लागू होने तक 10 रुपये प्रति लीटर का अंतरिम समर्थन मूल्य भी मांगा है।