राष्ट्रवादी कांग्रेस पाटी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक शनिवार को दिल्ली में हुई और शरद पवार निर्विरोध अध्यक्ष निर्वाचित हुए। वहीं इसके बाद एक मीटिंग हुई, जिसमें एनसीपी नेता जयंत पाटिल को अजित पवार से पहले बोलने का मौका दिया गया, वहीं अजित पवार की बारी आई तो वह कार्यक्रम स्थल से चले गये।
स्थिति को संभालने के लिए पार्टी ने स्पष्ट किया कि अजित पवार वाशरूम के लिए गये थे और जल्द ही लोैटेंगे क्योंकि पार्टी के कार्यकर्ताओं ने महाराष्ट्र के पूर्व उप मुख्यमंत्री के समर्थन में नारे लगाना शुरू कर दिया था। अजित पवार के बैठक छोड़ने से एनसीपी के शीर्ष नेताओं में संभावित असंतोष की चर्चा होने लगी है। पार्टी के वरिष्ठ नेता प्रफुल्ल पटेल और शरद पवार की बेटी और सांसद सुप्रिया सुले को परेशान दिख रहे अजित पवार को मनाने की जिम्मेदारी दी गई थी। प्रफुल्ल पटेल ने पार्टी कार्यकर्ताओं को सूचित किया कि अजित पवार वाशरूम गये थे और जल्द ही लौट आएंगे। वहीं इस पूरे घटनाक्रम के दौरान शरद पवार मंच पर मौजूद थे और सारा घटनाक्रम चुपचाप देख रहे थे।
एनसीपी अध्यक्ष चुने जाने से पहले शरद पवार ने पार्टी नेताओं को संबोधित करते हुए कहा कि उनकी पार्टी में मौजूद शासकों के सामने कभी आत्मसमर्पण नहीं करेगी। इसके साथ ही शरद पवार ने भाजपा को सत्ता से बेदखल करने के लिए गैर भाजपा दलों से एक बार फिर मिलकर काम करने का आह्वान किया। वहीं शरद पवार ने महंगाई, बेरोजगारी, किसानों के प्रदर्शन से निपटने के तरीके और देश के धार्मिक अल्पसंख्यकों के खिलाफ नफरत फैलान के मुद्दे पर भी केंद्र सरकार को घेरा। वहीं एनसीपी नेता प्रफुल्ल पटेल ने कहा, शरद पवार प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नहीं हंै और न ही वे इच्छुक हैं। पहले भी वह कभी प्रधानमंत्री पद के इच्छुक नहीं रहे हंै। वर्तमान में भी इसके बारे में नहीं सोच रहे हैं।