चरण सिंह
देश की राजनीति बदलने चले आप संयोजक अरविंद केजरीवाल ने देश को दिवालिया घोषित कराने की बुनियाद दिल्ली में रख दी है। देश की बड़ी पार्टियां कांग्रेस और बीजेपी इस बुनियाद पर इमारत बनाने की तैयारी कर रही है। ये सभी दल फ्री की योजनाओं की घोषणा तो ऐसे कर रहे हैं कि जैसे इन दलों ने पार्टी के चंदे से फ्री की योजनाओं का पैसा देने की व्यवस्था करके रख दी हो। दिलचस्प यह है कि देश की राजधानी जहां पर हर कोई कमाने आया है और कमा भी रहा है, यहां पर फ्री की योजनाओं की भरमार की जा रही हैं। जब दिल्ली में ये दल महिलाओं को 2100 रुपए, 2500 रुपए प्रति माह देंगे। बिजली पानी और राशन फ्री देंगे। वरिष्ठ नागरिकों को 2500 रुपए प्रतिमाह देंगे। तो फिर आदमी काम क्यों करेगा ? कहा जाता है कि यदि किसी को बेकार और निट्ठल्ला करना हो तो उसे सब कुछ फ्री में दे दो। वह काम करना छोड़ देगा। ऐसा ही ये दल सत्ता के लिए कर रहे हैं।
जो नेता देश को विकास के रास्ते पर ले जाने का दंभ भरते हैं वे दल सत्ता के लिए देश को बर्बाद करने के लिए तत्पर हैं। मतलब इन्हें हर हाल में सत्ता चाहिए। भले ही देश दिवाला निकल जाएं। ऐसे में प्रश्न उठता है कि यदि देश की राजधानी दिल्ली में फ्री की योजनाओं की भरमार कर देंगे तो फिर बिहार, उड़ीसा, झारखंड, प. बंगाल जैसे पिछड़े प्रदेशों के लोगों को क्या-क्या फ्री में देंगे ? मतलब अब जिस जिस प्रदेश में भी चुनाव आएंगे फ्री की योजनाओं की होड़ लगेगी। मतलब अब राजनीतिक दलों को काम जरुरत नहीं है बस फ्री की योजनाएं ले आओ। अरविंद केजरीवाल ने बिजली-पानी और राशन के साथ ही महिलाओं को बसों में फ्री सफर और 1000 रुपए प्रतिमाह देने की व्यवस्था की। अब चुनाव के बाद 2100 रुपए प्रतिमाह देने का ऐलान कर दिया। कांग्रेस भला कहां पीछे रहने वाली थी ? कांग्रेस ने महिलाओं को 2500 रुपए प्रतिमाह तो शिक्षित बेरोजगार युवाओं को 8500 रुपए देने का वादा किया है। 500 रुपए का गैस सिलेंडर और 2500 रुपए पेंशन देने का वादा किया है। बीजेपी तो इन दोनों पार्टियों से भी आगे निकल गई। बीजेपी ने अपने घोषणा पत्र में कहा कि यदि वह दिल्ली सरकार बनाती है तो आप सरकार के नेतृत्व वाली सभी जनकल्याणकारी योजनाओं को तो जारी रखेगी ही। साथ ही महिलाओं को 2,500 रुपये की सम्मान राशि भी देगी। पार्टी ने विधानसभा चुनाव जीतने पर 500 रुपये में एलपीजी सिलेंडर और वरिष्ठ नागरिकों के लिए 2,500 रुपये पेंशन की भी घोषणा की। मातृ सुरक्षा वंदना को और ताकत देने के लिए 6 पोषण किट और हर गर्भवती महिला को 21,000 रुपये देने का वादा किया। मतलब चुनाव जीतने के लिए काम नहीं करना है। इन दलों ने पाने घोषणापत्र में यह नहीं बताया कि दिल्ली के लिए क्या क्या करेंगे ? बस फ्री की योजनाओं के नाम पर चुनाव जीत लो।