गांव की फिरनी पर लाइटें लगाने की प्रक्रिया हुई शुरू, ग्रामीणों को होगी सुविधा
करनाल, (विसु) : प्रदेश सरकार की योजना के तहत शहर की तर्ज पर गांवों में भी एलईडी लाइटें लगाई जा रही है। करनाल जिले का गांव घोघड़ीपुर भी अब लाइटों से जगमग होने जा रहा है। गांव में लाइटें लगाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। जिला परिषद सदस्य प्रतिनिधि बलवान व सरपंच प्रतिनिधि अशोक शर्मा ने उद्घाटन कर लाइटें लगाने की प्रक्रिया का शुभारंभ किया है। इस मौके पर जिला परिषद सदस्य प्रतिनिधि बलवान ने बताया कि सरकार की योजना के तहत गांवों की फिरनी पर एलईडी लाइटें लगाई जा रही हैै। जिले के सभी गांवों में शहर की तर्ज पर सुविधाएं दी जानी हैं। जिले की 395 ग्राम पंचायतों में कुल 435 गांव पड़ते हैं। पहले चरण में पांच हजार आबादी वाले गांव का चयन किया गया है। दूसरे चरण में अन्य गांवों में भी एलईडी लाइटें लगाई जाएंगी। उन्होंने बताया कि जिला परिषद वार्ड-11 के अंतर्गत आने वाले गांव जुंडला व नरूखेड़ी में लाइटें लगाई जा चुकी है और अब गांव घोघड़ीपुर में इसकी शुरुआत की गई है। फिरनी पर लाइटें लगने से गांवों में रोशनी रहेगी। जिसका लाभ ग्रामीणों को मिलेगा। वहीं सरपंच प्रतिनिधि अशोक शर्मा ने कहा कि एलईडी लाइटों के लगने से गांव जगमग हो उठेगा और ग्रामीणों को सुविधा होगी। गांव में लाइटें लगने की प्रक्रिया शुरू किए जाने पर अशोक शर्मा ने विधायक एवं विधानसभा अध्यक्ष हरविन्द्र कल्याण, जिला परिषद चेयरमैन व प्रदेश सरकार का आभार व्यक्त किया है।
टीबी मुक्त ग्राम पंचायत का सम्मान पा चुकी घोघड़ीपुर पंचायत
सरपंच संगीता शर्मा ने बताया कि गांव घोघड़ीपुर विकास के क्षेत्र में लगातार आगे बढ़ रहा है। गांव में सफाई व्यवस्था को बनाए रखने के लिए ट्रैक्टर-ट्राली द्वारा डोर टू डोर कूड़ा एकत्रिकरण किया जाता है। वहीं टीबी मुक्त ग्राम पंचायत का सम्मान भी घोघड़ीपुर को मिल चुका है। आगे भी उनका प्रयास रहेगा गांव में ज्यादा से ज्यादा विकास कार्य करवाए जाएं।
बोक्स
जिला परिषद चेयरपर्सन प्रवेश सोहन सिंह राणा ने बताया कि गांवों को शहरों की तर्ज पर विकसित करने के लिए गांव की फिरनी पर एलईडी लाइटें लगाई जा रही है। प्रथम चरण में जिले के 45 गांवों में यह योजना शुरू की गई थी। दूसरा चरण भी शुरू हो चुका है। यह योजना जिले के गांवों के लिए वरदान सिद्ध होगी और गांवों का कायाकल्प ऐसी स्कीमों के माध्यम से होने जा रहा है। जिला परिषद की यह योजना सभी पंचायतों में पहुंचेगी। इससे पहले जिला परिषद की ओर से गांवों में ई-लाइब्रेरी और इंडोर जिम लगाए गए थे।