देवाशीष कुमार
कोहिनूर दुनिया के सबसे बड़े और सबसे विवादास्पद हीरों में से एक है। गुरुवार शाम को महारानी एलिजाबेथ के निधन के बाद अब कोहिनूर चर्चा का विषय बन गया है। ब्रिटेन पर सबसे लंबे समय तक शासन करने वाले सम्राट का 96 साल की उम्र में बाल्मोरल में स्कॉटिश रिट्रीट में निधन हो गया।
उनकी मौत की घोषणा के कुछ ही घंटों बाद, कोहिनूर हीरे को उसके उसके देश को वापस करने की मांग भी सोशल मीडिया पर तेज हो गई। पूरा मामला जानने से पहले आइए जानते हैं, आखिर कोहिनूर हीर क्या है।
कोहिनूर हीरा भारत और ब्रिटेन के बीच विवाद का विषय बना हुआ है। ब्रिटिश शाही परिवार में आने से पहले ये हीरा कई हाथों में रहा। हीरे से जुड़े पहला विवाद 1740 के दशक में सामने आया, जब यह मुगल मयूर सिंहासन का हिस्सा था, जिसे नादर शाह ने दिल्ली से लूटा था। राजपूत राजकुमारों से लेकर मुगलों से लेकर पंजाब के महाराजाओं और अफगान शासकों तक कोहिनूर के कई मालिक थे। 1849 में पंजाब के ब्रिटिश कब्जे के बाद इसे महारानी विक्टोरिया को सौंप दिया गया था।
1937 में, इसे किंग जॉर्जVI की पत्नी महारानी एलिजाबेथ के लिए बनाए गए एक ताज में जड़ दिया गया था, जिसे उनके राज्याभिषेक के दौरान पहना जाना था। लंदन के टॉवर में प्लैटिनम का मुकुट प्रदर्शित किया गया है।
अभी के लिए, कोहिनूर का ताज किंग चार्ल्स की पत्नी कैमिला पहनेंगी। चार्ल्स अपनी मां महारानी एलिजाबेथ ॥ की गुरुवार शाम को निधन हो जाने के बाद सिंहासन पर आसीन हुए। उनकी पत्नी कैमिला, डचेस ऑफ कॉर्नवाल थीं, अब उन्हें क्वीन कंसोर्ट की उपाधि दी गई है।
इस साल फरवरी में, महारानी एलिजाबेथ ने कहा था कि कैमिला को आखिरकार क्वीन कंसोर्ट के रूप में जाना जाना चाहिए। उन्होंने इसे अपनी “ईमानदारी से इच्छा” बताया।
उस समय, डेली मेल ने एक रिपोर्ट छापी थी, जिसमें कहा गया था कि कैमिला को चार्ल्स के राज्याभिषेक पर पहनने के लिए कोहिनूर हीरे वाला रानी मां का 1937 का ताज दिया जाएगा। आधिकारिक राज्याभिषेक शनिवार को होने की उम्मीद है।