चरण सिंह राजपूत
Agneepath Scheme : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ड्रीम योजना अग्निपथ योजना को पलीता लगता दिखाई दे रहा है। युवाओं, किसानों और विपक्ष के नेताओं के विरोध का असर पंजाब में शुरू हुई अग्निपथ योजना में दिखाई दे रही है। दरअसल पंजाब में सेना के जोनल अधिकारी ने पंजाब के मुख्य सचिव वी.के. जंजुआ और प्रमुख सचिव रोजगार सृजन, कौशल विकास और प्रशिक्षण कुमार राहुल को पत्र लिखा है। पंजाब में आम Maan Sarkar में इस योजना को सहयोग न मिलने से यह माना जा रहा है कि गैर भाजपा शासित प्रदेशों में इस योजना को सहयोग नहीं मिलेगा। ऐसे में पंजाब के अलावा दिल्ली, राजस्थान, पश्चिम बंगाल और केरल में यह योजना रद्द की जा सकती है।
दरअसल पंजाब के जालंधर में सहयोग न मिलने की वजह से सेना के जोनल भर्ती अधिकारी ने स्थानीय नागरिक प्रशासन के समर्थन का हवाला देेते हुए पंजाब सरकार से कहा है कि राज्य में अल्पकालिक अग्निपथ योजना के तहत भर्ती रैलियों को स्थगित किया जा सकता है। जालंधर के जोनल भर्ती अधिकारी, Major General Sharad Bikram Singh
ने गत 8 सितम्बर को पंजाब के मुख्य सचिव वी.के. जंजुआ और कुमार राहुल, प्रमुख सचिव रोजगार सृजन कौशल विकास और प्रशिक्षण को संबोधित करते हुए एक पत्र लिखा है। उन्होंने लिखा है कि हम विवश हैं। यह मुद्दा आपके ध्यान में लाना जरूरी है कि स्थानीय नागरिक प्रशासन का समर्थन बिना किसी स्पष्ट प्रतिबद्धता के कम हो रहा है। वे आमतौर पर चंडीगढ़ में राज्य सरकार के निर्देशों की कमी या धन की कमी का हलावा दे रहे हैं।
Facilities Sought from local Administration
पत्र में लिखा है कि कुछ जरूरी आवश्यकताएं हैं जो स्थानीय प्रशासन को भर्ती रैलियों को आयोजित करने के लिए देनी चाहिए। इन आवश्यकताओं में कानून और व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस सहायता, सुरक्षा, भीड़ को नियंत्रित करने के लिए आवश्यक बैरिकेडिंग और उम्मीदवारों के आसानी से प्रवेश की व्यवस्था शामिल है।
पत्र में यह भी कहा गया है कि Agneepath Scheme में नागरिक प्रशासन से यह भी अपेक्षा की जाती है कि तत्काल सहायता प्रदान करने के लिए एक टीम और एम्बुलेंस के साथ एक चिकित्सा अधिकारी समेत चिकित्सा सहायता की व्यवस्था करे। पत्र में कहा गया है कि इसके अलावा किसी खास स्थल पर रैली करने वाले 14 दिनों के लिए प्रतिदिन 3,000 से 4,000 उम्मीदवारों को बारिश से बचने के लिए रेन शेल्टर, पानी, मोबाइल शौचालय और भोजन जैसी बुनियादी सुविधाओं की व्यवस्था करनी होगी।
Seeking Medical Help
गौरतलब है कि पंजाब राज्य में अगस्त में लुधियाना में भर्ती रैलियों का आयोजन किया गया था। वहीं गुरुदासपुर में गत 1-14 सितंबर तक एक शिविर चल रहा है और दूसरा 17 से 30 सितम्बर तक पटियाला में आयोजित किया जाएगा। सेना द्वारा राज्य सरकार के साथ शेयर की गई जानकारी के अनुसार पटियाला में भर्ती रैलियों में लगभग 27,000 उम्मीदवारों के भाग लेने की उम्मीद है। ये रैलियां मलेरकोटला, फतेहगढ़ साहिब, मानसा, पटियाला, संगरूर और बरनाला के छह जिलों में आयोजित की जाएगी। हालांकि रोजगार सृजन के प्रमुख सचिव कुमार राहुल ने कहा कि गुरदासपुर में कुछ मुद्दे गुरदासपुर में कुछ मुद्दों के बारे में बताया लेकिन यह गंभीर नहीं है। सब कुछ ठीक है और रैलियों के सुचारू संचालन के लिए अभी उपाय किये जा रहे हैं।