भारत के पड़ोसी देश बांग्लादेश में बीते 19 जुलाई को एक साथ हज़ारों लोग प्रधानमंत्री शेख हसीना के खिलाफ सड़क पर उतर आये,जिसमे कई लोग घायल हो गए और 1 व्यक्ति की मौत भी हो गए बता दे की की ये मोर्चा बांग्लादेश की विपक्षी पार्टी,बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (BNP) ने हसीना के खिलाफ निकाला था,उनकी मांग हैं की शेख हसीना तुरंत सीट छोड़े और दोबारा चुनाव हो……
ढाका में उमड़ा जनसैलाब ,,,
बांग्लादेश की राजधानी ढाका में बीते 19 जुलाई को सड़कों पर हज़ारों लोग निकल आये, रिपोर्ट्स कि माने ढाका में करीब 13km लम्बा जनसैलाब उमड़ पड़ा था, ये रैली ढाका समेत 16 जगहों पर निकाली गई थी,आप को बता दे की इस रैली का आयोजन बंगलदेश की विपक्ष की पार्टी बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (BNP) ने आयोजित की थी, विपक्ष की बुलाई रैली में पहुंचे इन लोगों ने हसीना से इस्तीफे की मांग की,विपक्ष का कहना हैं की सत्ताधारी पार्टी बांग्लदेश अवामी पार्टी पर भ्रस्टाचार और मानव हनन का आरोप लगाया हैं,
BNP के नेता BNP के महासचिव मिर्जा फखरुल इस्लाम आलमगीर ने शेख हसीना से तुरंत पद छोड़ने, संसद को भंग करने और देश में लोकतंत्र बहाल करने में मदद के लिए एक अंतरिम सरकार (केयरटेकर गवर्नमेंट) को सत्ता सौंपने की मांग की। इस रैली में हुई हिंसा पर BNP के स्पोक्सपर्सन जहीर उद्दीन स्वपन ने कहा कि “रूलिंग पार्टी की स्टूडेंट विंग के एक कार्यकर्ता ने हमारी पार्टी के साजिब हुसैन को गोली मार दी, जिससे उसकी मौत हो गई”
आगामी चुनाव से पहले देश में हंगामा ,,,
2009 से शेख हसीना प्रधानमंत्री हैं,वे इस गद्दी पर 5 बार से ज़्यादाबार बैठ चुकी हैं,बांग्लादेश में जनरल इलेक्शन जनवरी 2024 में होगा। PM शेख हसीना वाजेद ने इसका ऐलान किया है।वही शेख हसीना ने BNP पर उल्ट वार करते हुए कहा की ” मुख्य विपक्षी दल BNP पर आरोप लगाते हुए कहा कि उनके नेता मनी लॉन्ड्रिंग के जरिए मुल्क का पैसा दूसरे देशों में भेजते हैं और इसमें सबसे बड़ा नाम BNP की नेता और पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया के बेटे तारिक रहमान का हैं।
वही शेख हसीना को भारत का करीबी माना जाता हैं,वो आये साल प्रधानमंत्री मोदी और भारत के अन्य नेताओं को बांग्लादेश के मशहूर आम भेजती हैं,हसीना बीते साल सितम्बर 2022 में भारत में 4 दिवस के दौरे पर आयी थी,जिसमे उन्होंने कई जल प्रबंधन ,रेलवे और विज्ञान और Tenchnology के क्षेत्रों में कम से कम साल द्विपक्षीय समझौते पर हस्ताक्षर करने के लिए आयी थी,,,,वही अगर बंगलादेश और भारत की दोस्ती की बात करे तो सभ्यता,सामाजिक,संस्कृति और आर्थिक रूप से जुड़े हैं वही जैसा की आप जानते हैं बंगाल 1971 में पाकिस्तान से भारत की मदद से ही आज़ाद हुआ था,
बांग्लादेश की राजनीती नहीं हैं ज़्यादा पुरानी ,,,
बांग्लादेश 1971 में ही आज़ाद हुआ था, जिसके पहले प्रधानमंत्री ताजुद्दीन अहमद जो की भारत कि मदद से ही राजगद्दी पर बैठे थे,वही यहाँ की संसद को ‘जातियो संगसद’ या ‘हाउस ऑफ द नेशन’ कहा जाता है।इसकी नई बिल्डिंग 15 फरवरी 1982 में तैयार हुई थी,ये कुल 200 एकड़ में बना हुआ हैं,जिसमे 350 seats हैं जिसमे से की 50 seats महिलाओं के लिए आरक्षित हैं,अभी करंट में शेख हसीना की पार्टी के पास 302 सीटें हैं और हुसैन इरशाद की जातिया पार्टी के पास 26 सीटें हैं।खालिदा जिया की पार्टी BNP के पास इस वक्त महज 7 सांसद ही हैं।
वही ये भी देखने की बात हैं की जब से हसीना सरकार में आयी हैं बांग्लादेश नयी ऊंचाइयों पर पंहुचा हैं , उसी तर्ज पर आगामी चुनाव में शेख हसीना 6वी वार प्रधानमंत्री बनने की रेस में हैं वही विपक्षी मोर्चे को लेकर एक्सपर्ट्स का दावा हैं की अभी ये प्रदर्शन बहुत लम्बा चल सकता हैं और और भी हिंसक हो सकता हैं !