नई दिल्ली, गूगल ने क्रोमबुक के कैमरे को एक स्कैनर में बदल दिया है और लोग अब किसी भी दस्तावेज को स्कैन करने के लिए बिल्ट-इन कैमरे का इस्तेमाल कर सकते हैं और उसे बिना किसी थर्ड पार्टी स्कैनर एप को डाउनलोड किए पीडीएफ या जेपीईजी फाइल में बदल सकते हैं। गूगल ने एक बयान में कहा कि अगर आपका क्रोमबुक फ्रंट और बैक फेसिंग कैमरा के साथ आता है, तो आप स्कैन करने के लिए इनमें से किसी का भी उपयोग कर सकते हैं।
कंपनी ने मंगलवार देर रात कहा, “अगले साल की शुरुआत से, आप कैमरा ऐप पर जीआईएफ बनाने में सक्षम होंगे। बस पांच सेकंड का वीडियो रिकॉर्ड करें और यह स्वचालित रूप से साझा करने योग्य जीआईएफ में बदल जाएगा।”
क्रोमबुक के कैमरे का उपयोग करके दस्तावेजों को स्कैन करने के लिए कैमरा ऐप खोलें और ‘स्कैन करें’ मोड चुनें। जब आप उस दस्तावेज को पकड़ कर रखते हैं, जिसे आप कैमरे के सामने स्कैन करना चाहते हैं, तो किनारों का स्वत: पता चल जाएगा।
एक बार यह हो जाने के बाद जीमेल के माध्यम से, सोशल मीडिया पर या आस-पास के एंड्रॉइड फोन या क्रोमबुक पर नियर शेयर का उपयोग करके साझा करना आसान है।
एक और नई सुविधा यह कि यदि आप अपने क्रोमबुक के साथ किसी बाहरी कैमरे का उपयोग करते हैं, तो अब आप अपने कैमरे के दृश्य को ठीक उसी तरह से क्रॉप और एंगल कर सकते हैं, जैसा आप चाहते हैं।
कंपनी ने बताया, “अपने बाहरी कैमरे को प्लग इन और कॉन्फिगर करने के साथ, उस कोण को समायोजित करने के लिए कैमरा ऐप खोलें, जिसे आप कैप्चर करना चाहते हैं। आपके चयन स्वचालित रूप से सहेजे जाएंगे, इसलिए जब आप गूगल मीट वर्क कॉल से अपने कैमरे के एंगल के साथ वीडियो बनाते हैं तो आपके चयन अपने आप सेव होते जाएंगे, प्राथमिकताएं वही रहेंगी।