न रोजगार मिल रहा है
न राशन मिल रहा है
मिल रहा है तो संभल
धार्मिक होली का दंगल …
न स्वास्थ मिल रहा है
न आवास मिल रहा है
मिल रहा है तो बुलडोजर
दर्दनाक तबाही का मंजर …
न न्याय मिल रहा है
न विकास मिल रहा है
मिल रहा है तो विनाश
वैचारिक और आर्थिक नाश ..
न शिक्षा मिल रही है
न सुरक्षा मिल रही है
मिल रही है जेल
खुदकुशी वाली बेल …
न प्रेम मिल रहा है
न शांति मिल रही है
मिल रही है तो नफरत
बाँटने- काटने वाली फितरत ..
मिल रही है नफरत …
न राशन मिल रहा है
मिल रहा है तो संभल
धार्मिक होली का दंगल …
न स्वास्थ मिल रहा है
न आवास मिल रहा है
मिल रहा है तो बुलडोजर
दर्दनाक तबाही का मंजर …
न न्याय मिल रहा है
न विकास मिल रहा है
मिल रहा है तो विनाश
वैचारिक और आर्थिक नाश ..
न शिक्षा मिल रही है
न सुरक्षा मिल रही है
मिल रही है जेल
खुदकुशी वाली बेल …
न प्रेम मिल रहा है
न शांति मिल रही है
मिल रही है तो नफरत
बाँटने- काटने वाली फितरत ..
मिल रही है नफरत …
केएम भाई