Covid-19 Cases : भारत में एक बार फिर से कोरोना महामारी के मामले (Covid-19 Cases) बढ़ने लगे हैं। कोरोना के बढ़ते (Covid-19 Cases) मामलों को देख अलग-अलग राज्य सरकार ने एहतियात के तौर पर अभी बस मास्क लगाने को अनिवार्य कर दिया हैं। वही गाजियाबाद और नोएडा के स्कूल में कोरोना के मामले (Covid-19 Cases) मिलने पर उन्हें बंद करने का आदेश भी दे दिया हैं। बहुत जल्द हमारे देश में भी कोरोना की चौथी लहर दस्तक दे सकती है जिसकी आहट दिखने लगी है।
देश में लगातार गिरते मामलों के बीच पिछले एक हफ्ते से संक्रमण में तेज रफतार देखने को मिल रही है। बता दें कि देश में पिछले सात दिनों में कोरोना के नए मामलों (Covid-19 Cases) की संख्या में 35 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। बताया जा रहा है कि दिल्ली से सटे उत्तर प्रदेश और हरयाणा के कई जिलों में कोरोना के नए मामलों में सबसे अधिक तेजी देखी गई है।
दिल्ली में कोविड में भी बढ़े कोविड के मामले (Covid-19 Cases) –
स्वास्थ्य विभाग के जारी आंकड़ों (Covid-19 Cases) के मुताबिक सोमवार यानी 18 अप्रैल को दिल्ली में पॉजिटिविटी रेट 7.72 फीसदी हो गई हैं। दिल्ली में यह पॉजिटिविटी रेट का आंकड़ा कोविड की तीसरी लहर के बाद देखने को मिला। जबकि शहर में सोमवार यानी 18 अप्रैल को 501 ताजा मामले दर्ज किए गए है इसके पहले दिल्ली में 17 अप्रैल को पॉजिटिविटी रेट 4.21 फीसदी दर्ज की गई।
हालांकि देश में कोरोना के कुल मामलों की संख्या कम है। 11 से 17 अप्रैल के बीच लगभग 6610 नए मामले सामने आए। वहीं पिछले सप्ताह संक्रमण के 4900 मामले थे। एक अच्छा संकेत ये भी है कि बढ़ते मामलों के बीच संक्रमण से होने वाली मौतों में गिरावट जारी है। इस सप्ताह देश में केवल 27 मौतें दर्ज हुई जो 23-29 मार्च, 2020 के बाद से 2 वर्षों में सबसे कम है।
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इस बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने 17 अप्रैल को केरल को पत्र लिख कोविड के आंकड़ों (Covid-19 Cases) को हर दिन जारी करने को कहा है इसके पहले केरल ने बीते 5 दिनों के राज्य स्तरीय आंकड़े एक साथ जारी किए थे। ऐसे में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोविड को लेकर बेहतर समझ बनाने को लेकर आंकड़ों को समय पर जारी करने का अनुरोध किया हैं।
चलिए समझते है कि चौथी लहर के दौरान देश में आखिर क्यों ज्यादातर बच्चे ही संक्रमण का शिकार हो रहे है।
कोरोना के चलते बच्चे सबसे ज्यादा प्रभावित –
अगर बात करें तो बदलते वातावरण के प्रति यदि कोई सबसे ज़्यादा संवेदनशील होता है तो वो हैं, बच्चे। बच्चों की इम्युनिटी सिस्टम कमजोर होने के कारण किसी भी बीमारी का असर उन पर सबसे ज़्यादा देखने को मिलता है। आंकड़ों के अनुसार कोरोना की चौथी लहर के दौरान बच्चों में कोरोना संक्रमण ज्यादा देखा गया पिछले हफ्ते दिल्ली-NCR के कई स्कूलों में कोरोना संक्रमित बच्चें पाए गए। जिसके कारण स्कूलों को बंद कर दिया गया और ऑफलाइन के बजाय ऑनलाइन पढाई शुरू कर दी गई।
ऐसे में आपके लिए यह जानना जरूरी है कि कोरोना का नया वेरिएंट XE बच्चों के लिए कितना घातक हो सकता है और साथ ही आपके लिए यह भी जानना जरूरी है कि इस महामारी से आप अपने बच्चों का कैसे ख्याल रख सकते है।
अभी तक इस बात का कोई सबूत नहीं मिला है कि XE वेरिएंट के लक्षण पहले से मौजूद वेरिएंट से कितना अलग हैं, हालांकि अब तक इसके लक्षणों में थकान, सुस्ती, बुखार, सिरदर्द, शरीर में दर्द, तेज़ धड़कन और दिल की समस्याएं शामिल हैं। संक्रमण से बचने के लिए अपने बच्चों के खानपान पर खास ध्यान दें और उन्हें पोस्टिक और संतुलित खाना खिलाए। बच्चों के आहार में ताज़े फल और सब्जियां जरूर शामिल करें और सबसे महत्वपूर्ण बात अपने बच्चों को हर रोज बाहर खेलने जरूर भेजें।
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ये कोरोना की लहर आती जाती रहेंगी बस हमें और आपको नियमित एक काम करना है जो रामबाण साबित हो सकता है वो है समय समय पर हाथ धोते रहे और फेस मास्क जरूर लगाए और सामाजिक दुरी तो रखें ही बांकी आपको हमारा ये वीडियो कैसा लगा कमेंट सेक्शन में बताए और चैनल को सब्सक्राइब जरूर कर ले मिलते है।