लोगों में कंपनी के खिलाफ भारी असंतोष
नोएडा। ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली की समस्या को लेकर सैकड़ों की संख्या में किसान सभा के कार्यकर्ताओं के नेतृत्व में पीड़ित ग्रामीण बिजली उपभोक्ताओं का शारदा विश्वविद्यालय के सामने स्थित एनपीसीएल बिजली दफ्तर पर धरना प्रदर्शन हुआ। धरना प्रदर्शन की अध्यक्षता बाबा संतराम ने की तथा संचालन महासचिव जगबीर नंबरदार ने किया।
धरने को संबोधित करते हुए किसान सभा के जिला अध्यक्ष डॉ. रुपेश वर्मा ने कहा कि एनपीसीएल कंपनी नाजायज तौर पर किसानों का शोषण कर रही है। नाजायज चोरी के मुकदमे दर्ज कर रही है। ग्रामीण क्षेत्रों में सप्लाई ग्रामीण शेड्यूल के अनुसार दी जा रही है, जबकि बिजली के रेट शहरी रेट पर चार्ज किये जा रहे हैं, जो कि बिजली कानून का सरासर उल्लंघन है।
किसान सभा के संयोजक वीर सिंह नागर ने कहा कि कंपनी प्राधिकरण क्षेत्र में काम कर रही है जबकि अधिग्रहण से प्रभावित लोगों को नौकरी नहीं देती है। निजी ट्यूबवेल के चार्ज भी लिए जा रहे हैं जबकि ट्यूबवेल का बिल उत्तर प्रदेश सरकार ने माफ कर दिया है बेवजह लोगों को पीड़ित किया जा रहा है लोगों में कंपनी के खिलाफ भारी असंतोष है।
पुलिस के सीनियर अधिकारी एसीपी सुशील कुमार की ओर से कंपनी के उपाध्यक्ष सारनाथ गांगुली के साथ वार्ता करने का प्रस्ताव आया 25 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने वार्ता की वार्ता में कंपनी के वाइस प्रेसिडेंट ने ट्यूबवेल पर हाल ही में वसूले गए सभी बिल राशि को वापस करने का आश्वासन दिया और आगे सरकारी नोटिफिकेशन को पूरी तरह लागू करने के लिए कहा। बिजली चोरी के मामलों में किसान सभा ने मांग रखी कि 2 लाख तक की बिजली चोरी के सभी मामले रद्द किए जाएं उससे ऊपर के सभी मामलों में कैसे टू केस बेसिक पर अधिकतम धनराशि माफ करते हुए निस्तारण किया जाए कंपनी ने आश्वासन दिया कि कंपनी के उच्च स्तर पर वार्ता कर नतीजे से अवगत कराएंगे और इस संबंध में आगे वार्ता जारी रखेंगे।
किसान सभा ने मांग रखी ग्रामीण क्षेत्रों में ग्रामीण शेड्यूल की सप्लाई करने पर ग्रामीण दर से ही बिल जनरेट किए जाएं शहरी रेट से बिल जनरेट करने पर शहरी शेड्यूल जिसमें 24 घंटे बिजली सप्लाई का प्रावधान है लागू किया जाए इस पर कंपनी ने सहमति जताई है और कार्रवाई का आश्वासन दिया है। रोजगार के मुद्दे पर कंपनी ने कहा है कि हम योग्यता अनुसार रोजगार देने के लिए राजी हैं। कंपनी ने जिन किसानों पर ट्यूबवेल के बिल भूमि अधिग्रहण होने के बावजूद भी आ रहे हैं वे नक्शा 11 की कॉपी दिखा दे उनका बिल खत्म कर देने का वादा किया और सहमति जताई। वार्ता के नतीजे से किसान सभा ने उपस्थित सैकड़ों किसानों साथियों को अवगत कराया। किसान सभा के जिला अध्यक्ष डॉ रुपेश वर्मा ने ऐलान किया की सहमत बिंदुओं पर यदि कंपनी कार्रवाई नहीं करती है तो पुन: हजारों की संख्या में पक्का मोर्चा लगाकर कंपनी के खिलाफ प्रदर्शन किया जाएगा। कंपनी के साथ तय हुआ है कि हर महीने एक बार किसान सभा का प्रतिनिधिमंडल ग्रामीण उपभोक्ताओं की समस्याओं को लेकर वार्ता करेगा और उपभोक्ताओं की समस्याओं को निस्तारित कराया जाएगा।
आज के धरना प्रदर्शन में गबरी मुखिया, सुरेंद्र यादव, सतीश यादव, सतबीर यादव, सुरेश यादव, बुधपाल यादव, विजय यादव, मोनू मुखिया, नरेश नागर, अशोक भाटी, ओमपाल पंडित जी, मास्टर कूड़े सिंह, प्रवीण चौहान, बाबा करतार, रईसा बेगम, श्याम सिंह प्रधान, प्रशांत भाटी, संदीप भाटी, अजब सिंह भाटी सलारपुर, मुकेश खेड़ी, मटोल खेड़ी, सुंदर भनोता, शिशांत भाटी अजब सिंह नेताजी, जोगेंद्री, निशांत रावल, भोजराज रावल, सुधीर रावल, यतेंद्र मैनेजर, अजय पाल भाटी, लोकेश भाटी, मनोज प्रधान, सुरेंद्र भाटी, मनवीर भाटी, धर्मेंद्र भाटी, निरंकार प्रधान, गुरप्रीत एडवोकेट, नितिन चौहान, देशराज चौहान, बिजेंद्र नागर, मामचंद नेताजी एवं बड़ी संख्या में महिलाएं और सैकड़ो किसान उपस्थित रहे।