उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव: अपना दल को भाजपा के साथ गठबंधन में 18 सीटें मिली हैं। इसमें प्रतापगढ़ सदर की भी सीट है, जहां से उनकी मां भी अपनी पार्टी की ओर से उम्मीदवार बनने जा रही हैं
द न्यूज 15
नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी की प्रमुख सहयोगी दल और राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन का हिस्सा अपना दल (एस) की नेता अनुप्रिया पटेल का कहना है कि उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में गठबंधन के तहत उन्हें कुल 18 सीटें मिली हैं। इन 18 सीटों में एक सीट प्रतापगढ़ सदर भी है। दूसरी तरफ उनकी मां कृष्णा पटेल के नेतृत्व वाले अपना दल (कमेरा) का गठबंधन समाजवादी पार्टी से है। और उनकी पार्टी को भी अपने गठबंधन में 18 सीटें ही मिलीं। साथ ही प्रतापगढ़ सदर की सीट भी उनके हिस्से में है।
बताया जा रहा है कि इस सीट से कृष्णा पटेल स्वयं खड़ी होंगी। अनुप्रिया पटेल ने कहा है कि अगर उनकी मां प्रतापगढ़ सदर सीट से उम्मीदवार बनती हैं तो वह अपना प्रत्याशी वहां नहीं उतारेंगी। हालांकि पहले इस सीट पर अनुप्रिया पटेल ने अपने उम्मीदवार की घोषणा की थीं, लेकिन कृष्णा पटेल का नाम सामने आने के बाद उन्होंने अपने प्रत्याशी का नाम वापस करा दिया। केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल ने अपना दल (एस) के सामाजिक न्याय के पक्ष में खड़ा रहने पर जोर देते हुए सोमवार को अपनी पार्टी को ‘हिंदुत्व और इससे संबंधित सभी मुद्दों” से अलग किया और कहा कि उनकी पार्टी वैचारिक रूप से भारतीय जनता पार्टी से अलग है।
अपना दल (एस) प्रमुख ने ‘पीटीआई-भाषा’ के साथ साक्षात्कार में कहा कि मुस्लिम उम्मीदवार उनकी पार्टी के लिए अछूत नहीं हैं। पटेल ने कहा, ”हां, हम वैचारिक रूप से भाजपा से अलग हैं। लोग मुझसे हिंदुत्व और इससे जुड़े मुद्दों पर सवाल पूछने की कोशिश कर रहे हैं, मैं उन सभी मुद्दों से खुद को अलग करती हूं और मेरी पार्टी धार्मिक राजनीति नहीं करती। हम सामाजिक न्याय के लिए खड़े हैं। यही हमारी विचारधारा है।”
उन्होंने कहा, ”हमने हमेशा समाज में हाशिए पर पड़े वर्गों के लिए काम किया है, चाहे सड़कों पर हो या संसद में और यही हमारा दर्शन एवं संस्थापक सिद्धांत हैं और हम इसे बरकरार रखते हैं।” उत्तर प्रदेश में पिछले तीन चुनावों – 2014 और 2019 के आम चुनाव तथा 2017 के विधानसभा चुनावों में भाजपा की सहयोगी रही अपना दल (एस) ने इस बार अपने पहले मुस्लिम उम्मीदवार की घोषणा की है।
नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी की प्रमुख सहयोगी दल और राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन का हिस्सा अपना दल (एस) की नेता अनुप्रिया पटेल का कहना है कि उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में गठबंधन के तहत उन्हें कुल 18 सीटें मिली हैं। इन 18 सीटों में एक सीट प्रतापगढ़ सदर भी है। दूसरी तरफ उनकी मां कृष्णा पटेल के नेतृत्व वाले अपना दल (कमेरा) का गठबंधन समाजवादी पार्टी से है। और उनकी पार्टी को भी अपने गठबंधन में 18 सीटें ही मिलीं। साथ ही प्रतापगढ़ सदर की सीट भी उनके हिस्से में है।
बताया जा रहा है कि इस सीट से कृष्णा पटेल स्वयं खड़ी होंगी। अनुप्रिया पटेल ने कहा है कि अगर उनकी मां प्रतापगढ़ सदर सीट से उम्मीदवार बनती हैं तो वह अपना प्रत्याशी वहां नहीं उतारेंगी। हालांकि पहले इस सीट पर अनुप्रिया पटेल ने अपने उम्मीदवार की घोषणा की थीं, लेकिन कृष्णा पटेल का नाम सामने आने के बाद उन्होंने अपने प्रत्याशी का नाम वापस करा दिया। केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल ने अपना दल (एस) के सामाजिक न्याय के पक्ष में खड़ा रहने पर जोर देते हुए सोमवार को अपनी पार्टी को ‘हिंदुत्व और इससे संबंधित सभी मुद्दों” से अलग किया और कहा कि उनकी पार्टी वैचारिक रूप से भारतीय जनता पार्टी से अलग है।
अपना दल (एस) प्रमुख ने ‘पीटीआई-भाषा’ के साथ साक्षात्कार में कहा कि मुस्लिम उम्मीदवार उनकी पार्टी के लिए अछूत नहीं हैं। पटेल ने कहा, ”हां, हम वैचारिक रूप से भाजपा से अलग हैं। लोग मुझसे हिंदुत्व और इससे जुड़े मुद्दों पर सवाल पूछने की कोशिश कर रहे हैं, मैं उन सभी मुद्दों से खुद को अलग करती हूं और मेरी पार्टी धार्मिक राजनीति नहीं करती। हम सामाजिक न्याय के लिए खड़े हैं। यही हमारी विचारधारा है।”
उन्होंने कहा, ”हमने हमेशा समाज में हाशिए पर पड़े वर्गों के लिए काम किया है, चाहे सड़कों पर हो या संसद में और यही हमारा दर्शन एवं संस्थापक सिद्धांत हैं और हम इसे बरकरार रखते हैं।” उत्तर प्रदेश में पिछले तीन चुनावों – 2014 और 2019 के आम चुनाव तथा 2017 के विधानसभा चुनावों में भाजपा की सहयोगी रही अपना दल (एस) ने इस बार अपने पहले मुस्लिम उम्मीदवार की घोषणा की है।