नीतीश से मुलाकात के बाद तेजस्वी की आरजेडी के विधायकों-नेताओं संग बंद कमरे में मीटिंग क्यों?

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 अंदर की बात

दीपक कुमार तिवारी

पटना। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात के ठीक एक दिन बाद नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने अपनी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के सांसदों और विधायकों के साथ बुधवार को बंद कमरे में बैठक की। इस बैठक को लेकर पटना के राजनीतिक गलियारों में गहमा गहमी बनी रही। लोगों के मन में तरह-तरह के सवाल उठ रहे थे कि आखिर बंद कमरे में हुई तेजस्वी यादव की इस मीटिंग में क्या बातें हुई। बिहार की राजनीति में दिलचस्पी रखने वाले लोगों की भावनाओं का ख्याल करते हुए हमने मीटिंग के अंदर हुई बातों के बारे में पता लगाने की कोशिश की।
आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव के खासमखास माने जाने वाले पूर्व मंत्री शिव चंद्र राम ने बताया कि पार्टी के सारे जिलाध्यक्ष, प्रधान महासचिव, विधायक, पूर्व विधायक, एमएलसी, पूर्व एमएलसी समेत पार्टी के तमाम नेता जुटे। सभी लोगों ने संगठन को मजबूत करने को लेकर बातें की। लालू यादव ने जो गरीबों को आवाज दी, सामाजिक न्याय किया। उन्होंने ब्लॉक दिखाया, अनुमंडल दिखाया, जिला दिखाया। इन तमाम बातों को गांव-गांव पहुंचाने की जरूरत है। बाबा साहब भीमराव अंबेडकर की विचारधारा को जमीन पर उतारने को लेकर बात की गई। शिव चंद्र राम ने कहा कि हम लोग लगातार चुनाव में रहते हैं, इसलिए 2025 के विधानसभा चुनाव के लिए अलग से बात करने की क्या बात है। आरजेडी गरीब, गुरबा, शोषित, वंचितो की पार्टी है, इसलिए हमेशा इन्हीं के काम में जुटी रहती है। हालांकि जब उनसे सीएम नीतीश की तेजस्वी से मुलाकात पर सवाल पूछे गए तो उन्होंने इस पर कुछ भी बोलने के बजाय बात को टाल गए।
तेजस्वी यादव की बैठक में मौजूद रहे आरजेडी विधायक सतीश दास ने बताया कि यह यह मीटिंग पहले से प्रस्तावित थी। उन्होंने बताया कि तेजस्वी यादव की जन आभार यात्रा शुरू होने वाली है, जिसमें कार्यकर्ताओं से संवाद स्थापित करना है। उसी की तैयारी को लेकर मीटिंग में समीक्षा हुई। इसके अलावा 2025 में होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर भी बात हुई। संगठन में हम कैसे मजबूत हो सकें, बूथ पर हमारी कहां कमी रह जाती है, इन तमाम बातों पर बात हुई। हमने इसको लेकर बात की कि जनता की ताकत से कैसे विरोधियों के धन बल को रोका जा सके। 10 सितंबर को समस्तीपुर से यात्रा प्रस्तावित है। पहले चरण में तेजस्वी यादव को समस्तीपुर, मधुबनी, दरभंगा समेत मिथिलांचल के तमाम हिस्सों को दौरा करना है। सतीश दास ने बताया कि लोकायुक्त की नियुक्ति के संदर्भ में मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष की मुलाकात हुई है। उन्होंने कहा कि मौजूदा सरकार जातीय जनणगना और 65 फीसदी आरक्षण की नाकामियों पर यह सरकार गिरेगी।
वहीं इस मीटिंग को लेकर तेजस्वी यादव ने कहा कि यह पार्टी की रूटीन बैठक थी। हालांकि इस दौरान उन्होंने बिहार में खराब कानून व्यवस्था का आरोप लगाते हुए खूब हमले किया। साथ ही लालू-राबड़ी सरकार में अपराधियों को सरकार की ओर से दिए जाने वाले सह के सवाल पर तेजस्वी यादव ने उल्टा केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी से सबूत की मांग कर दी। उन्होंने कहा कि मांझी जी अगर कोई आरोप लगा रहे हैं तो वह इसका सबूत दें, क्योंकि उस वक्त वह भी उसी सरकार का हिस्सा रहे हैं।
नीतीश कुमार के साथ मुलाकात पर तेजस्वी यादव ने कहा कि सरकार कुछ नियुक्तियां करेगी, अधिकारिक जानकारी जल्द ही दी जाएगी। बिहार में आरक्षण पर भी बातचीत हुई। यह मामला अभी कोर्ट में है। इस बारे में उन्होंने कहा, ‘सीएम से बात हुई है। मामला कोर्ट में है। हमने भी कहा कि हम भी कोर्ट पहुंच गए हैं। आप अपनी बात को कोर्ट में रखिए, हम भी अच्छे से अपनी बात रखेंगे।’

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