Uniform Civil Code in Uttarakhand Assembly Live : उत्तराखंड विधानसभा में यूनिफॉर्म सिविल कोड विधेयक को पेश कर दिया गया है। मंगलवार का दिन उत्तराखंड विधानसभा के लिए ऐतिहासिक बन गया है। उत्तराखंड विधानसभा देश की पहली विधानसभा बन गई है, जहां समान नागरिक संहिता विधेयक पर चर्चा हो रही है। देश में समान नागरिक संहिता लागू करने की बात भारतीय जनता पार्टी के शुरुआती घोषणापत्रों में से एक रही है। उत्तराखंड विधानसभा से इसकी शुरुआत होने वाली है। उत्तराखंड यूनिफॉर्म सिविल कोड की तर्ज पर कई अन्य प्रदेशों में भी यूनिफॉर्म सिविल कोड लागू किया जाता देखा जा सकता है। उत्तराखंड की पुष्कर सिंह धामी सरकार इस मामले में रिकॉर्ड बनाने में सफल हो गई है। यूनिफॉर्म सिविल कोड लागू होने से धार्मिक आधार पर मिलने वाली स्वतंत्रता लोगों से छिन जाएगी। भारतीय कानून के प्रावधान सभी वर्गों पर एक समान लागू होंगे। उत्तराखंड ऐसा करने वाला पहला राज्य बनने जा रहा है।
पुष्कर सिंह धामी ने बनाया इतिहास
सीएम पुष्कर सिंह धामी ने इतिहास रचा है। उन्होंने यूसीसी बिल पेश किया। इसके साथ विधानसभा में बिल पर चर्चा शुरू होने की बात कही गई। धामी सरकार ने दूसरे कार्यकाल की शुरुआत के साथ ही यूसीसी पर बिल लाने के लिए कैबिनेट से कमेटी का गठन किया। माना जा रहा है कि आज और कल दो दिन इस बिल पर सदन में बहस होगी। बुधवार को इसे पास किया जाएगा।
यूसीसी बिल की कॉपी सभी सदस्यों में की गई वितरित
उत्तराखंड यूसीसी बिल की कॉपी सभी सदस्यों में वितरित की गई। तमाम सदस्यों को बिल का अध्ययन करने के लिए करीब तीन घंटे का समय मिला है। माना जा रहा है कि दोपहर 2 बजे से बिल पर चर्चा शुरू होने के बाद विधायक अपना पक्ष रखेंगे। सरकार की कोशिश आज ही बिल को पास कराने की होगी।
यूसीसी बिल की कॉपी सभी सदस्यों में की गई वितरित
उत्तराखंड विधानसभा में उत्तराखंड यूसीसी बिल 2024 को सदन के पटल रखा गया। सीएम पुष्कर सिंह धामी ने बिल को पेश किया। उनके बिल पास किए जाने के बाद विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी ने सदस्यों से इस पर राय मांगी। सदस्यों ने जय श्री राम और भारत माता की जय के नारों के साथ बिल का समर्थन किया। वहीं, एक आवाज न की भी आई। इसके बाद विधानसभा की कार्यवाही को दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया।
उत्तराखंड विधानसभा में पेश हुआ यूसीसी बिल
उत्तराखंड विधानसभा ने मंगलवार को यूसीसी बिल पेश कर दिया गया है। इस प्रकार उत्तराखंड विधानसभा ने इतिहास रच दिया। स्वतंत्र भारत में उत्तराखंड विधानसभा इस प्रकार के बिल पेश करने वाली पहली विधानसभा बन गई है। इस बिल को पास कराने के लिए भारतीय जनता पार्टी के पास पर्याप्त बहुमत है। प्रदेश की विधानसभा में भाजपा के पास 47 और कांग्रेस के पास 19 सीटें हैं। इस बहुमत के साथ धामी सरकार को बिल पास कराने में अधिक दिक्कत नहीं होगी। बिल पेश होते ही उत्तराखंड विधानसभा भारत माता की जय और जय श्री राम के नारों से गूंज उठा।
उत्तराखंड विधानसभा परिसर में विपक्ष का हंगामा
उत्तराखंड विधानसभा में विपक्ष की ओर से हंगामा शुरू किया है। विपक्षी दलों के विधायक और नेता हाथों में तख्तियां लेकर पहुंचे हैं। वे सरकार पर सभी वर्गों के हितों की अनदेखी का आरोप लगा रहे हैं। वहीं, कांग्रेस नेताओं के रुख में बिल पेश किए जाने से पहले बदलाव होता दिख रहा है।
विधानसभा के लिए निकले पुष्कर सिंह धामी
सीएम पुष्कर सिंह धामी समान नागरिक संहिता बिल विधानसभा में पेश करने के लिए घर से निकले। यूसीसी बिल को पेश करने के लिए सीएम धामी भारत का संविधान लेकर निकलते दिखाई दिए। यूपी विधानसभा में सुबह 11 बजे बिल को पेश किया जाएगा।
कांग्रेस ने की चर्चा का समय देने की मांग
उत्तराखंड में लाए जा रहे यूनिफॉर्म सिविल कोड को लागू करने से पहले चर्चा के लिए समय देने की मांग की। कांग्रेस ने कहा कि चर्चा का समय दिया जाए, हम यूसीसी के विरोध में नहीं हैं। इस कानून को लागू किए जाने से पहले विस्तृत चर्चा होनी चाहिए।
हरीश रावत का यूसीसी पर हमला
उत्तराखंड के पूर्व सीएम हरीश रावत ने भारतीय जनता पार्टी पर गंभीर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि भाजपा को यूसीसी के ड्राफ्ट में केवल वोट नजर आ रहे हैं। यूसीसी के जरिए प्रदेश की आठ फीसदी आबादी को निशाना बनाए जाने का प्रयास किया जा रहा है। इससे देश- दुनिया में धर्म से जुड़े मामलों में हस्तक्षेप से अच्छा संदेश नहीं जाएगा।