मशहूर उद्योगपति रतन टाटा को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े संगठन की ओर से सेवा रत्न पुरस्कार से सम्मानित किया गया। रतन टाटा को आरएसएस से जुड़े सेवा भारती ने समाजसेवा के क्षेत्र में उनके सराहनीय योगदान के लिए सम्मानित किया है। सेवा भारती ने बयान में कहा कि सामाजिक कार्यांे में अमूल्य योगदान या सामाजिक विकास के लिए धन उपलब्ध कराने के आधार पर प्रतिष्ठित व्यक्तियों को सम्मानित किया गया। हालांकि रतन टाटा समारोह में शामिल नहीं हो पाए। 24 गणमान्य लोगों और संस्थानों को मिला सम्मान ज् संगठन की ओर से जारी बयन में बताया गया कि उत्तराखंड के राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह ने यहां एक समारोह में निस्वार्थ समाजसेवा के लिए 24 गणमान्य लोगों और संस्थानों को सम्मानित किया। लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह ने एक बयान में कहा कि सेवा का अर्थ सेवा भारती से सीखा जा सकता है। यह एक ऐसा संगठन है जो निस्वार्थता से मिलता-जुलता है, जिसके पास कोई नहीं है। उसके पास सेवा भारती है ।
सीबी राजेंद्र प्रसाद को भी मिला सेवा रत्न ज् रतन टाटा के अलावा चलसानी बाबू राजेंद्र प्रसाद को भी सेवा रत्न सम्मान से नवाजा गया। प्रख्यात और प्रतिष्ठित व्यक्तियों को समाजसेवा के क्षेत्र में उनके सराहनीय काम के लिए यह सम्मान दिया गया। टाटा समूह के पूर्व चेयरमैन रतन टाटा को हाल ही में प्रधानमंत्री नागरिक सहायता और आपातकालीन स्थिति में राहत कोष के नए ट्रस्टियों में से एक के रूप में नॉमिनेट किया गया था। इससे पहले फरवरी में रतन टाटा को असम के मुख्यमंत्री डॉ. हिमंता बिस्वा शर्मा ने राज्य के सवार्ेच्च नागरिक पुरस्कार असम वैभव से सम्मानित किया था। एक उद्योग पति और समाजसेवी के रूप में रतन टाटा को असम में कैंसर केयर का आगे बढ़ाने में असाधारण योगदान के लिए यह सम्मान दिया गया था।
दरअसल रतन टाटा का जन्म 1937 में मुंबई में हुआ था। रतन टाटा टाटा समूह की होल्डिंहग कंपनी टाटा संस के अध्यक्ष थे। यह पद उन्होंने साल 1991- 28 दिसंबर 2012 तक संभाला। भारत के सफल बिजनेस टाइकून में से एक रतन टाटा को भारत के दो सवार्ेच्च नागरिक पुरस्कार पदम विभूषण (2008) और पदम भूषण (2000) से सम्मानित किया जा चुकाहै। बिजनेस के अलावा रतन टाटा कर्स तरह के सामाजिक कार्यांे और समाजसेवा के जरिये जरूरतमंदों की मदद करते रहते हैं।