UP Bypoll Election 2024: उत्तर प्रदेश में जल्द ही उपचुनाव की तारीखों का ऐलान हो सकता है जिसे देखते हुए भारतीय जनता पार्टी और समाजवादी पार्टी ने अपनी तैयारियां तेज कर दी है. यूपी उपचुनाव की तैयारियों का जायदा लेने के लिए सीएम योगी आदित्यनाथ ने आज मुख्यमंत्री आवास पर बीजेपी कोर कमेटी की बैठक की, जिसमें आगे की रणनीति पर मंथन किया गया तो वहीं सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव लगातार जिलेवार पार्टी पदाधिकारियों के साथ बैठक कर रहे हैं.
सोमवार को सीएम योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में सुबह साढ़े दस बजे बीजेपी कोर कमेटी की बैठक बुलाई गई. इस बैठक में दोनों डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक मौजूद रहे. उन्होंने अलावा बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी और संगठन महामंत्री धर्मपाल भी बैठक में शामिल हुए. इस बैठक में आगामी उपचुनाव और प्रत्याशियों के चयन में जातीय समीकरण से लेकर क्षेत्रीय समीकरण तक को लेकर चर्चा हुई.
सीएम योगी ने की बैठक
लोकसभा चुनाव में बीजेपी को यूपी में जिस तरह हार का सामना करना पड़ा ऐसे बीजेपी सीएम योगी आदित्यनाथ के लिए ये उपचुनाव बेहद अहम हो गया है. बीजेपी ने इस चुनाव को प्रतिष्ठा का सवाल बना लिया है. इस चुनाव में बीजेपी ज्यादा से ज्यादा सीटें जीतकर ये संदेश देना चाहती है कि यूपी में ऑल इज वेल है. सीएम योगी ख़ुद उपचुनाव की सभी सीटों पर दौरा कर चुके हैं. सीएम योगी ने मिल्कीपुर और कटेहरी सीट को जिताने की जिम्मेदारी अपने हाथों में ली है.
सपा ने भी की बैठक
समाजवादी पार्टी भी इस उपचुनाव में कोई कोर कसर छोड़ने के मूड में नहीं है. सपा की नजर उपचुनाव के साथ 2027 के उपचुनाव पर भी टिकी है. जिसे देखते हुए सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव हर लोकसभा और ज़िलेवार पार्टी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं के साथ बैठक कर रहे हैं. इसी क्रम में सपा अध्यक्ष ने आज लालगंज लोकसभा के पदाधिकारियों के साथ बैठक की. जिसमें उप चुनाव के साथ-साथ विधानसभा चुनाव की तैयारियों का भी जायजा लिया.
यूपी में जल्द होंगे उपचुनाव
बता दें कि चुनाव आयोग जल्द ही यूपी की दस विधानसभा सीटों पर उपचुनाव का ऐलान कर सकता है. माना जा रहा है कि नवंबर महीने में उपचुनाव कराये जा सकते हैं. क्योंकि नियमों के मुताबिक चुनाव आयोग को ख़ाली हुई सीटों पर छह महीने के भीतर चुनाव कराने होते हैं. यूपी की जिन सीटों पर उपचुनाव होना है वो हैं- करहल, मिल्कीपुर, सीसामऊ, कुंदरकी, गाजियाबाद, फूलपुर, मझवां, कटेहरी, खैर और मीरापुर. इनमें से नौ सीटें सांसद बनने के बाद एक सीट सपा सांसद को कोर्ट से सजा मिलने के बाद खाली हुई है.