द न्यूज 15
नई दिल्ली। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज की पूर्व चेयरमैन चित्रा सुब्रमण्यम के पूर्व सलाहकार और ग्रुप के परिचालक अधिकारी आनंद सुब्रमण्यम को सीबीआई ने कल देर रात गिरफ्तार कर लिया। आनंद सुब्रमण्यम वही व्यक्ति है जिनकी नियुक्ति एनएसई की तत्कालीन चेयरमैन और एमडी चित्रा रामकृष्णा ने रहस्यमयी योगी के कहने पर की थी।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सीबीआई आनंद सुब्रमण्यम से पिछले 3 दिनों से पूछताछ कर रही थी जिसके बाद उनकी गिरफ्तारी की गई। सुब्रमण्यम पर आरोप है कि एनएसई के कामकाज में दखल देते थे और चित्रा रामकृष्णा उनके इशारे पर काम किया करती थी।
रहस्यमयी योगी और आनंद कनेक्शन: चित्रा रामकृष्णा ने सीबीआई को पूछताछ में बताया है कि रहस्यमयी योगी उनसे एक ईमेल आईडी के जरिए संपर्क में रहता था। रहस्यमयी योगी ने एक बार चित्र को बताया था यदि उसे धरती पर अवतरित होना होगा, तो वह आनंद जैसे शरीर में ही अवतरित होना चाहेगा। चित्रा ने रहस्यमयी योगी से एनएसई के गोपनीय जानकारियों समेत कर्मचारियों के प्रदर्शन से जुड़ी रिपोर्ट अभी साझा की थी।
जारी हुआ था लुकआउट नोटिस: 192 पन्नों की सेबी की जांच को आधार बनाते हुए सीबीआई ने चित्रा रामकृष्णा और आनंद सुब्रमण्यम के खिलाफ एफआईआर दर्ज की। फिर सीबीआई ने एनएसई के सीईओ रवि नारायण और आनंद सुब्रमण्यम के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी कर दिया था। जिससे दोनों वैधानिक कार्यवाही के बीच देश छोड़कर ना भागे। 9 गुना बढ़ी सैलरी: चित्रा रामकृष्णा ने पद संभालते ही एनएसई में चीफ स्ट्रेटजी ऑफिसर (COO) पद बनाया। जिस पर आनंद सुब्रमण्यम की नियुक्ति की गई। आनंद सुब्रमण्यम इससे पहले सरकारी कंपनी Balmer Lawrie में काम करते थे। जहां उनकी सैलरी 15 लाख थी। चित्रा ने एनएसई में उनकी सैलरी 15 लाख रुपए से बढ़ाकर 1.38 करोड़ रुपए सालाना कर दी । इस दौरान लगातार उन्हें पदोन्नति भी दी गई और वह ग्रुप ऑपरेटिंग ऑफिसर बन गए। इससे पहले एनएसई के शीर्ष अधिकारियों के खिलाफ सेबी ने जांच के बाद अनियमितताएं बरतने के लिए चित्रा रामकृष्णा पर 3 करोड़ रुपए, आनंद सुब्रमण्यम और रवि नारायण (एनएसई के पूर्व एमडी एंड सीईओ) पर 2 करोड़ रुपए और प्रमुख नियामक अधिकारी वीआर नरसिम्हा पर 6 लाख का जुर्माना लगाया है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सीबीआई आनंद सुब्रमण्यम से पिछले 3 दिनों से पूछताछ कर रही थी जिसके बाद उनकी गिरफ्तारी की गई। सुब्रमण्यम पर आरोप है कि एनएसई के कामकाज में दखल देते थे और चित्रा रामकृष्णा उनके इशारे पर काम किया करती थी।
रहस्यमयी योगी और आनंद कनेक्शन: चित्रा रामकृष्णा ने सीबीआई को पूछताछ में बताया है कि रहस्यमयी योगी उनसे एक ईमेल आईडी के जरिए संपर्क में रहता था। रहस्यमयी योगी ने एक बार चित्र को बताया था यदि उसे धरती पर अवतरित होना होगा, तो वह आनंद जैसे शरीर में ही अवतरित होना चाहेगा। चित्रा ने रहस्यमयी योगी से एनएसई के गोपनीय जानकारियों समेत कर्मचारियों के प्रदर्शन से जुड़ी रिपोर्ट अभी साझा की थी।
जारी हुआ था लुकआउट नोटिस: 192 पन्नों की सेबी की जांच को आधार बनाते हुए सीबीआई ने चित्रा रामकृष्णा और आनंद सुब्रमण्यम के खिलाफ एफआईआर दर्ज की। फिर सीबीआई ने एनएसई के सीईओ रवि नारायण और आनंद सुब्रमण्यम के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी कर दिया था। जिससे दोनों वैधानिक कार्यवाही के बीच देश छोड़कर ना भागे। 9 गुना बढ़ी सैलरी: चित्रा रामकृष्णा ने पद संभालते ही एनएसई में चीफ स्ट्रेटजी ऑफिसर (COO) पद बनाया। जिस पर आनंद सुब्रमण्यम की नियुक्ति की गई। आनंद सुब्रमण्यम इससे पहले सरकारी कंपनी Balmer Lawrie में काम करते थे। जहां उनकी सैलरी 15 लाख थी। चित्रा ने एनएसई में उनकी सैलरी 15 लाख रुपए से बढ़ाकर 1.38 करोड़ रुपए सालाना कर दी । इस दौरान लगातार उन्हें पदोन्नति भी दी गई और वह ग्रुप ऑपरेटिंग ऑफिसर बन गए। इससे पहले एनएसई के शीर्ष अधिकारियों के खिलाफ सेबी ने जांच के बाद अनियमितताएं बरतने के लिए चित्रा रामकृष्णा पर 3 करोड़ रुपए, आनंद सुब्रमण्यम और रवि नारायण (एनएसई के पूर्व एमडी एंड सीईओ) पर 2 करोड़ रुपए और प्रमुख नियामक अधिकारी वीआर नरसिम्हा पर 6 लाख का जुर्माना लगाया है।