राम विलास
राजगीर। कमरों की जगह सरकारी कार्यालय में ओपेन एयर बाथरूम यानि खुले आसमान के नीचे बथरूम बनाया गया है। सुनने में यह अटपटा लगता है. लेकिन यह सोलह आने सच है। यह मामला राजगीर अंचल कार्यालय की है। अंचल कार्यालय के दूसरे तल्ले पर एक शौचालय बनाया गया है।
वह शौचालय पुरी तरह पारदर्शी है। कोई भी व्यक्ति पुरुष हो या महिला मल – मूत्र त्याग करने जायेंगे तो उसे कोई भी दूसरा- तीसरा व्यक्ति शीशे की खिड़की से देख सकता है। अर्थात गोपनीयता शून्य से अधिक नहीं है। आधुनिक सुविधाओं वाले इस बाथरूम में इंगलिश सीट कमोड लगा हुआ है।
मग की जगह पाइप और पास में हाथ धोने के लिए वास बेसिन भी लगाया गया है। यह उत्तम व्यवस्था खुले आसमान के नीचे है। यह ओपेन एयर बाथरूम शतप्रतिशत पारदर्शी है। हाॅल के शीशे की खिड़की से साफ साफ बाथरूम के पुरुष अथवा महिला को देखा जा सकता है।
बाथरूम आधुनिक सुविधाओं से लैस है, लेकिन खुले आसमान के नीचे। शायद राजगीर अनुमंडल का यह पहला शौचालय है, जो खुले आसमान के नीचे है। इस बाथरूम में पानी का कनेक्शन है, लेकिन जलापूर्ति कभी नहीं होती है। फलस्वरूप आधुनिक सुविधाओं वाला यह बाथरूम गंदगी से अटापटा है।