राजगीर। आयुध निर्माणी, नालंदा सामरिक रूप से सबल हुआ है। अब यह राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर इतिहास गढ़ने के लिए तैयार है। बिते वित्तीय वर्ष की उपलब्धियां इसके प्रमाण हैं। यह बिते वित्तीय वर्ष की तुलना में चार गुणा अधिक उत्पादन लक्ष्य प्राप्त कर ऐतिहासिक कीर्तिमान स्थापित किया है। निर्माणी के मुख्य महाप्रबंधक एके गुप्ता द्वारा अधिकारिक जानकारी दी गयी है। उन्होंने बताया कि वित्तीय वर्ष 2023-2024 के दौरान 1132 करोड़ रुपये के गोला-बारूद का उत्पादन कर नया कीर्तिमान स्थापित किया है। आयुध निर्माणी विगत वित्तीय वर्ष के दौरान 826 करोड़ रुपये के रक्षा उत्पाद का निर्यात कर म्यूनिशंस इंडिया लिमिटेड की 12 निर्माणियों में अग्रणी स्थान प्राप्त किया है। निर्यात का यह कीर्तिमान म्यूनिशंस इंडिया लिमिटेड द्वारा सम्पूर्ण वित्त वर्ष के दौरान किए गए कुल निर्यात का लगभग 48 प्रतिशत है। यह नालंदा के लिए हर्ष और गर्व का विषय है। खुशी का इजहार करते हुए मुख्य महाप्रबंधक ने इस उपलब्धि के लिए निर्माणी के अधिकारियों और कर्मचारियों को बधाई दिया। उन्होंने कहा कि यह कीर्तिमान निर्माणी के कार्मिकों के परिश्रम, कर्तव्य निष्ठा एवं समर्पण का सकारात्मक परिणाम है।आयुध निर्माणी, नालंदा अब एक हजार करोड़ से अधिक वार्षिक उत्पादन करने वाली निर्माणियों की कतार में शामिल हो गया है। म्युनिशंस इंडिया लिमिटेड के अंतर्गत कार्यरत निर्माणियों में आयुध निर्माणी , नालंदा का स्थान वार्षिक विक्रय की दृष्टि से तीसरे क्रम पर है। अग्रवाल ने कहा कि आगामी वर्षों में भी निर्माणी में उत्पादन लक्ष्य की कमी नहीं होगी। इसी कर्तव्यनिष्ठा और लगन से हमसब को नए कीर्तिमान स्थापित करने के लिए समर्पित भाव से काम करने की आवश्यकता है। उन्होंने सभी से अपील की कि उत्पादन लक्ष्य को प्राप्त करने के साथ – साथ गुणवता और संरक्षा पर भी विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है।