दुनिया में बढ़ता जा रहा है परमाणु बम का खतरा,इस वक़्त दुनिया मे 12,512 परमाणु बम है,और लगातार इनकी संख्या बढ़ती जा रही है,
दुनिया में क्या है परमाणु बम की स्थिति
Stockholm International Peace Research Institute (SIPRI) की हर साल आने वाली रिपोर्ट आ गई है। इस रिपोर्ट में इस बार बताया गया है कि दुनिया में परमाणु बम की संख्या बढ़ कर 12,512 हो गयी है और अनुमान है की इसकी संख्या अगले साल और बढ़ सकती है, बताते चले की इस साल दुनिया में सबसे ज़्यादा बम चीन(China) ने बनाये है , वही पाकिस्तान(Pakistan) ने भी इसी साल 5 परमाणु बम को अपने खेमे मे शामिल करा है , रूस-यूक्रेन के युद्ध के बाद से दुनिया में एक असुरक्षा की स्तिथी बनी हुई है , जिस कारण से कई देश जो परमाणु बम बनाने में सक्षम है , वे इनकी सांख्य को लगातार बढ़ा रहे है , चाहे वो चीन हो पाकिस्तान ,अमेरिका,रूस,नार्थ कोरिया, SIPRI को उम्मीद है कि चीन की संख्या में इजाफा होगा। मगर अमेरिका और रूस के हथियारों की संख्या सीमित रहेगी
किस-किस के पास है कितना-कितना ज़खीरा ?
SIPRI कि रिपोर्ट के मुताबिक दुनिया के 90% परमाणु हथियार रूस (Russia) और अमेरिका (America) के पास है। वहीं, 12,512 हथियारों में से 3,844 परमाणु हथियार मिसाइलों और एयक्राफ्ट (Aircraft) में लगाए गए हैं। अगर नंबर की बात करे तो बता दे की सबसे ज़्यादा हथियार रूस के पास है जिसकी कुल संख्या 4,489 है उसके पीछे अमेरिका के संख्या 3,708, चीन-410,फ्रांस-290,ब्रिटिन-225,पकिस्तान-170,भारत-164,इसराइल-90,नार्थ कोरिया-30 ,रिपोर्ट की माने तो पता चलता है की पाकिस्तान ने इस साल हिंदुस्तान से ज़्यादा परमाणु बम बना लिए है,पिछली साल के मुकाबले दुनिया में इस साल 86 परमाणु हथियार बढ़े है।ये समय दुनिया का सबसे खतरमनाक समय है , चुकी हर पल दुनिया परमाणु युद्ध के खतरे पर ही खड़ी है !
शीत युद्ध ख़तम होने के बाद दुनिया में परमाणु बम बनाने मे कमी आयी थी,पर अब ये Trend बदल गया है,जब से रूस ने यूक्रेन पर हमला किया जब से ये खतरा और भी बढ़ गया है ,रिपोर्ट में ये भी दावा किया जा रहा है की युद्ध के बाद से देश बमो की संख्या की जानकारी नही दे रहे है,परमाणु बम की बढ़ती होड़ को देखते हुए New START Treaty जो की अमेरिका (America) और रूस (Russia) के बिच 8 अप्रैल 2010 को हुई थी जिसके तहत दोनों रूस और अमेरिका देश अपने-अपने परिक्षण की जानकारी एक दूसरे के साथ शेयर करेगे पर रूस शुरू से ही अमेरिका पर ये इल्जाम लगता आया है की वह उसके जानकारी का गलत फयदा उठाता आया है,
परमाणु बम की दुनिया को क्यों है जरुरत ?
परमाणु बम दुनिया के सबसे घातक हथियार है,परमाणु बम का छोटा रूप भी भयंकर तभाही माचने के लिए काफी है,रोबर्ट ओपनहिमर को परमाणु बम के पिता के रूप में जाना जाता है,उन्होंने इसे 1945 अमेरिका में बनाया था,और पहले परमाणु बम का परिक्षण 15 जुलाई 1945 को हुआ था , जिसे अमेरिका के New Mexico राज्य में किया गया था , 6 अगस्त 1945 को Little Boy नामक 4,400 किलोग्राम वजनी बम को हिरोशिमा , जापान पर गिराया गया था , जिसके बाद से दुनिया पर नया खतरा मंडराने लगा था , जो की था परमाणु युद्ध का ,समय के साथ-साथ अलग-अलग किस्म के बम बनाने लगे जो,परमाणु बम मुख्यत दो प्रकार के होते है,Strategic और Tactics , Strategic परमाणु बम लम्बी दुरी और भारी क्षमता वाले होते है,जैसे दिल्ली से कराची,वही दूसरा होता है Tactics, अब ऐसे परमाणु बम भी बन चुके है जो दोनों तरह से चल सके जैसे अमेरिका का B61 जो दोनों रूप में कारगर है !