उत्तर प्रदेश की संभल लोकसभा सीट से समाजवादी पार्टी के सांसद शफीकुर्रहमान ने लड़कियों के पर्दा को लेकर फिर विवादित बयान दिया है। उनका कहना है कि लड़कियां अगर बेपर्दा घूमेंगी तो आवारगी बढ़ेगी। अपने बयानों को लेकर सुर्खियों के पर्दा को लेकर फिर विवादित बयान दिया है। उनका कहना है कि लड़कियां अगर बेपर्दा घूमेंगी तो आवारगी बढ़ेगी। उन्होंने कहा कि हिजाब हटने से हालात बिगड़ते हैं और आवारगी बढ़ती। हिजाब पर बैन लगता है तो न सिर्फ इस्लाम को बल्कि समाज को भी नुकसान होगा। हमें उम्मीद है कि इस मामले में सुप्रीम कोर्ट सही फैसला करेगा। उन्होंने भाजपा पर माहौल बिगाड़ने का आरोप लगाया।
दरअसल सुप्रीम कोर्ट ने कर्नाटक के स्कूल कालेजों में हिजाब पहनने पर लगा प्रतिबंध हटाने से इनकार करने वाले कर्नाटक हाईकोर्ट के फैसले को चुनौती देने वाली याचिकाओं पर गुरुवार को बंटा हुआ फैसला सुनाया। न्यायमूर्ति हेमंत गुप्ता ने हाईकोर्ट के फैसले के खिलाफ दायर याचिकाएं खारिज कर दीं, जबकि न्यायमूर्ति सुधांशु धूलियां ने उन्हें स्वीकार किया। न्यायमूर्ति गुप्ता ने फैसला सुनाते हुए कहा कि इस मामले में मतभेद हैं। पीठ ने खंडित फैसले के मद्देनजर निर्देश दिया कि हाईकोर्ट के फैसले को चुनौती देने वाली इन याचिकाओं को एक बड़ी पीठ के गठन के लिए चीफ जस्टिस के समक्ष रखा जाए।
बयानों को लेकर सुर्खियों में रहते हैं सपा सांसद
इससे पहले सांसद शफीकुर्रहमान बर्क ने विश्व जनसंख्या दिवस के मौके पर कहा था कि औलाद इंसान नहीं कुदरत पैदा करती है। बर्क ने कहा था कि औलाद पैदा करने का ताल्लुक इंसान से नहीं कुदरत और अल्लाह से है। अल्लाह ताला जब किसी बच्चे को पैदा करने का इरादा करता है तो उसके साथ ही उसके खाने का इंतजाम भी करता है।
पीएफआई को बताया था मुसलमानों का मसीहा
शफीकुर्रहमान ने पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया को लेकर कहा था कि यह एक ऐसी संस्था है जिस पर राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण छापेमारी कर जुल्म ढा रही है। उन्होंने पीएफआई के खिलाफ हुई कार्रवाई का विरोध करते हुए पूछा कि आखिर उनका जुर्म क्या है ? इतना ही नहीं उन्होंने हाल ही में प्रतिबंधित किये गये इस संगठन को मुसलमानों का मसीहा करार दिया था।