Urfi Javed हमेशा अपने कपड़ों और फैशन के लिए ट्रैंड में बनी रहती है। कभी सेफ्टी पिनों से तो कभी कैंडी से बनी ड्रेस को लेकर ट्रोल होती रहती है.इस बार Urfi Javed का टूटा दिल वाला ड्रेस को लेकर जमकर वायरल हो रही है. इस बार उर्फी नें ब्रोकेन हार्ट डिजाइन का बैकलेस टॉप पहना जिसके साथ उन्होंनें RED COLOR की स्कर्ट पहनी थी.
वीडियोज में उर्फी अपने फैंस के साथ फोटोज खिंचवाते औऱ पेपराजियों को पोज़ देती नजर आ रही है. इसी फोटो शूट के दौरान उर्फी एक लड़की पर कॉमेंट करती नजर आई. उस लड़की ने हुड्डी पहनी हुई थी और उर्फी ने रेड कलर की ब्रोकन हॉर्ट वाली बैक लेस ड्रेस , तभी उर्फी उस लड़की पर कॉमेंट करती दिखती है.
इसी दौरान Urfi Javed ने जब फोटोशूट के दौरान एक लड़की को हुडी पहने देखा तो वह चौंक गईं. उर्फी अक्सर ही पैपराजियों से बातचीत करती दिखाई देती हैं. जब उन्होंने एक लड़की को पूरे ढके हुए कपड़ों में देखा तो उनसे रहा नहीं गया. “उर्फी ने अपना माथा पकड़ते हुए कहा कि मुंबई में इतनी ठंड नहीं होती है”
Urfi Javed के फैशन को लेकर बेसब्र रहते है उर्फी की नई ड्रेस आने से पहले लोगों को ये इंतजार रहता है कि इस बार क्या नया और अलग देखने को मिलेगा.तो इस बार पब्लिक को ये सब्र का फल कुछ अलग ही देखने को मिला है इस बार उर्फी जावेद ने ड्रेस के माध्यम से टूटे दिल को जोड़कर दिखाया है. उर्फी के इस फैशन के लोग दिवानें हो रहे है.
हालांकि Urfi Javedद को उनके फैशन स्टाइल के लिए हमेशा ट्रोल किया जाता है. जनता कई बार उर्फी जावेद को खरी खोटी भी सुना देते है और उनकी इंस्टाग्राम अकाउंट पर जाकर उनकी पोस्ट पर कई तरह के कॉमेंट भी करते है, फिर भी उर्फी का इस तरह अपने कपड़ो को पहनकर सामने आना और फोटोशूट कराने में कोई कमी नहीं आती । उर्फी जावेद में हमेशा एक कांफीडेशन बना रहता है, और उर्फी इसी आत्मविशवास के साथ हर बार यूनिक और आकर्षित कपड़े पहती है.
उर्फी के अलग तरह से कपड़े पहनने को आप किस तरह देखते हो क्या आपका नजरीया, हमें कॉमेंट बॉक्स में जरूर बताइएगा.भारत एक स्वतंत्र देश है. जहां अपने तरीके से रहने औऱ जीने की स्वतत्रं आजादी है. ऐसे में Urfi Javed के इस तरह के कपड़ें पहनना और उस पर जनता की राय औऱ ट्रोल करना क्या आजादी का ही हिस्सा है.
इस स्वतंत्र समाज में क्या कोई लड़की या इंसान अपनी मन मर्जी से जीवन नहीं जी सकता, कपड़े नहीं पहन सकता. क्यों आजादी के दौर में भी लड़कियों को कपड़े पहनने से पहले सोचना पड़ता हैं? हमनें इस साल आजादी का 75वां अमृत महोत्सव मनाया है. क्या इस आजादी के उत्सव पर हमनें लड़कियों की पूर्ण की बात की?
क्या इस आजादी के उत्सव के बाद लड़कियों ( Urfi Javed ) को जीने की पूर्ण रूप से आजादी मिल गई ? क्या सरकार ने इस अमृत महोत्सव पर लड़कियों को पूर्ण स्वतंत्रता का तोहफा दिया था. क्या है आपकी राय कमेंट बॉक्स में जरूर बताइएगा.