प्रशिक्षार्थियों को प्रमाण पत्र वितरित
समस्तीपुर: डॉ. राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय, पूसा के मात्स्यिकी महाविद्यालय, ढोली, मुजफ्फरपुर में मछली से बनने वाले विभिन्न मूल्य वर्धित उत्पादों पर केंद्रित त्रिदिवसीय व्यवहारिक एवं क्रियाशील प्रशिक्षण कार्यक्रम का समापन प्रमाण पत्र वितरण समारोह के साथ हुआ।
इस प्रशिक्षण में समस्तीपुर जिले के अनुसूचित जाति समुदाय से चयनित 25 प्रशिक्षणार्थियों को मछली से बनने वाले विभिन्न उत्पाद जैसे मछली का अचार, कटलेट, बिस्कुट आदि के निर्माण की तकनीक सिखाई गई। समापन समारोह में विश्वविद्यालय की वैज्ञानिक डॉ. पुष्पा कुमारी, महाविद्यालय के अधिष्ठाता डॉ. प्रेम प्रकाश श्रीवास्तव एवं वैज्ञानिक एवं प्रशिक्षण संयोजिका डॉ. तनुश्री घोड़ई ने प्रशिक्षार्थियों को सफल प्रशिक्षण प्राप्त करने के उपरांत प्रमाण पत्र वितरित किए।
प्रशिक्षण से आत्मनिर्भरता की ओर कदम:
समारोह के दौरान प्रशिक्षार्थियों को स्वरोजगार एवं आत्मनिर्भर बनने के लिए प्रेरित किया गया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. पुन्यव्रत सुविमलेन्दु पाण्डेय के नेतृत्व और दूरदर्शिता की सराहना की गई।
समापन कार्यक्रम में महाविद्यालय के वैज्ञानिक डॉ. शिवेंद्र कुमार, डॉ. मुकेश कुमार सिंह, डॉ. सुजीत कुमार नायक, डॉ. राजीव कुमार ब्रह्मचारी, डॉ. अनिरुद्ध कुमार, रोशन कुमार राम, अधिष्ठाता के निजी सहायक डॉ. राजेश कुमार, साजन कुमार भारती सहित कई अन्य गणमान्य लोग एवं जिला मत्स्य पदाधिकारी, समस्तीपुर भी मौजूद थे।
प्रशिक्षणार्थियों ने किया व्यावहारिक अभ्यास:
समापन सत्र के दौरान प्रशिक्षण संयोजिका डॉ. तनुश्री घोड़ई ने प्रतिभागियों से विभिन्न मछली उत्पादों का व्यावहारिक निर्माण करवाया, जिससे वे आत्मनिर्भरता की दिशा में आत्मविश्वास से भरे नजर आए। इस कार्यक्रम ने प्रतिभागियों को मछली प्रसंस्करण और मूल्य संवर्धन के नए अवसरों की ओर प्रेरित किया।