समस्तीपुर(पूसा)। डॉ राजेन्द्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय के अंतर्गत परिकटन अभियांत्रिकी एवं प्रोधोगिकी परियोजना, प्रसंस्करण एवं खाद्य अभियांत्रिकी विभाग द्वारा आयोजित एक दिवसीय प्रशिक्षण सह जागरूकता कार्यक्रम किया गया। इस दौरान अधिकतर किसान बिरौली, गोपालपुर, ठहरा और मोरसंड समस्तीपुर से कुल 55 किसान भाग लिया। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए अधिष्ठाता डॉ अंबरीश कुमार, ने कहा कि एक दिवसीय प्रशिक्षण सह जागरूकता कार्यक्रम “कटाई उपरांत प्राथमिक प्रसंस्करण एवं मूल्य संवर्धन” से संवंधित किसान को विशेष रूप से जानकारी दिया गया। जिसमें किसान कटाई उपरांत मूल्य संवर्धन पर सभी अनाज, फल सब्जी तथा एफपीओ एवं एफपीसी से संबंधित विस्तृत जानकारी दिया गया। ताकि किसान को अधिक से अधिक लाभ प्राप्त हो सके। वैज्ञानिक डॉ विशाल कुमार परियोजना अन्वेषक ने परियोजना के बारे में जानकारी दिया। डॉ मुकेश श्रीवास्तव विभागाध्यक्ष एवं डॉ पीडी शर्मा, प्राध्यापक मूल्य संवर्धन के बारे में किसानों को बताया। डॉ दिनेश रजक वैज्ञानिक, सह परियोजना अन्वेषक द्वारा मंच संचालन किया गया तथा एग्रो प्रोसेसिंग सेंटर में सभी मशीनों के बारे में तेल निष्कासित यंत्र तथा ग्रेन मिलिंग, दाल प्रसंस्करण, पापड़ बनाने अनाज भण्डारण के लिए हेरमेटिक बैग (वायु रुद्ध) भंडारण तथा मकई निष्कासन यंत्र की विधि इत्यादि सभी मशीनों के बारे में विस्तृत जानकारी दिया गया। सभी किसानों को मेला में लगे सभी स्टाल का भ्रमण कराया गया। आयोजित एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में विभाग के सभी कर्मचारी उपस्थित थे।