Swaraj India Struggle : हिमाचल प्रदेश में विधानसभा चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है पार्टी
Swaraj India Struggle : स्वराज इंडिया ने राष्ट्रीय स्तर पर निर्णय लिया है कि विशेष परिस्थिति छोड़ 2024 लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेगी। पार्टी देश में ईमानदार विकल्प दे रहे दलों व प्रत्याशियों को सपोर्ट करेगी। यह Swaraj India Struggle है कि पार्टी देश की राजनीति को मुद्दों जैसे शिक्षा रोजगार स्वास्थ्य सेवाएं आंतरिक व बाहरी सुरक्षा के साथ ही कानून का राज स्थापित करना, संविधान की रक्षा करना व इंडिपेंडेंस संस्थाओं जैसे सुप्रीम कोर्ट, सीबीआई, ED, चुनाव आयोग आदि की इंडिपेंडेंस बनाए रखने के लिए जनमत तैयार कर रही है।
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दरअसल Assembly elections in Himachal Pradesh नवंबर 2022 में हो रहे हैं ! वर्तमान भाजपा की जय राम सरकार लगभग सभी मोर्चों पर फेल हुई है और अंतिम दिनों में मुख्यमंत्री बिना बजट घोषणाएं व नींव पत्थर रख रहे हैं! स्वराज इंडिया निम्नलिखित लोगों की सुविधाओं के मुद्दों पर जनता में जन मत तैयार कर रहे हैं।
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स्वराज इंडिया का Public Opinion यह है कि देश और समाज के लिए काम हो। 1. पर्यावरण संरक्षण : आज देश प्रदेश में धड़ाधड़ विकास पर्यावरण के मापदंडों को नजर अंदाज कर किया जा रहा है। इससे पर्यावरण पर विपरीत असर पड़ रहा है। हाल ही में मार्च अप्रैल मई जून में तापमान सामान्य से 5 से 8 डिग्री सेल्सियस बढ़ना बहुत बड़ी खतरे की घंटी है। स्वराज इंडिया सभी दलों को पर्यावरण संरक्षण को मुख्य चुनावी घोषणा पत्रों जगह देने के लिए दबाव बनाएगा! वनों के रखरखाव पर सरकारें ध्यान केंद्रित करें व कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जन कम करने के लिए अपनी वाध्यत्ता को प्राथमिकता दें! हिमाचल प्रदेश में विकास व पर्यावरण संरक्षण एक दूसरे के पूरक होने हैं न कि आपस में धुर विरोधी!
2. शिक्षा: हिमाचल प्रदेश में शिक्षण संस्थान बहुत खुले हैं पर बेसिक आधारभूत ढांचे में बहुत कुछ किया जाना है! खेल व अन्य गतिविधियों के लिए आधारभूत ढांचे में बहुत इजाफा किया जाना है! Assembly elections in Himachal Pradesh से पहले शिक्षकों व दूसरे स्टाफ के खाली पदों को अभिलंब भरा जाना हैं, कहीं कहीं उक्तिकरण किए जाने की भी जरूरत है। शिक्षा क्षेत्र में सरकार को बजट को जरूरत के मुताबिक बढ़ाया जाना है।
3. रोजगार: हिमाचल प्रदेश में पढ़े लिखे युवाओं में बेरोजगारी दर बहुत बड़ी है और रोजगार के अवसर बहुत कम हैं। ऐसे में Public Opinion के अनुसार सरकारी महकमों में खाली पदों को अभिलंब भरा जाना है नए पद आवश्यकता मुताबिक सृजित किए जाने हैं मोटे मोटे तौर पर सरकारी महकमों में 2 से ढाई लाख पद होने हैं व अर्धस्रकारी उपक्रमों में लाख भर पद होने हैं और समय समय पर खाली पदों को भरा जाना है।
4 . Swaraj India का मानना है कि सेना की भर्ती की अग्निपथ योजना जो देश के युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ है व सुरक्षा बलों के मनोबल को कमजोर करेगी को तुरंत प्रभाव से वापस लिया जाना है! इससे सेनाओं की मारक क्षमताओं पर विपरीत असर पड़ेगा! हम खुद एक पूर्व सैनिक हैं व 7 साल के बाद नौकरी से वॉलंटियर रिटायर हुए हैं अग्निपथ योजना को सिरे से खारिज करते हैं इसे बिना किसी प्रॉपर सोच समझ व हड़बड़ाहट में लाया गया है। ऐसा देश की सुरक्षा के हित में नहीं है।
5. सुरक्षा: प्रदेश में हर नागरिक को सुरक्षा मुहैया कराया जाना सरकार का पहला दायत्व है। Swaraj India के अनुसार प्रदेश में शांतिपूर्ण माहौल होना है। महिला गरीब वंचित व मार्जिनलाइज्ड यानी हाशिए पर जीवन बसर करने वालों को माकूल सुरक्षा मिलनी है कहीं भी किसी प्रकार का भेदभाव न हो!
6. स्वास्थ्य सेवाएं: प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाएं चकाचौंध सुनिश्चित होनी है सभी स्वास्थ्य संस्थानों में पूरा आधारभूत ढांचा सुनिश्चित किया जाना है दवाइयों लैब टेस्ट इत्यादि की पूर्ति सरकारी ही होनी है डॉक्टर्स व सहायक स्टाफ पूरा हर संस्थान में किया जाना है स्वास्थ्य सेवाओं पर केंद्र व प्रदेश सरकार के बजट में आवश्यकता अनुसार बढ़ोतरी की जानी है। प्रधानमंत्री आयुष्मान व मुख्यमंत्री के नाम चल रही स्वास्थ्य संबंधी योजनाओं को धरातल पर सही उतारा जाना है।
7. Swaraj India मानती है कि कृषि बागवानी पशुपालन व वानिकी में सारी संभावनाओं को टैप किया जाना है इन्ह क्षेत्रों में आधुनिकता लाए जाने से ग्रामीण क्षेत्र की आर्थिकी थोड़े समय में ही कई गुणा बढ़ाया जा सकता है और आधे से ज्यादा परिवारों को इन्ही क्षेत्र में अपनी रोजी रोटी कमाने के लिए व्यस्त किया जा सकता है।
8. पर्यटन क्षेत्र को पूरी तरह से विकसित किए जाने की जरूरत है पर्यटन में भी प्रदेश के 20 से 25 प्रतिशत परिवार इंगेज हो सकते हैं।
9. सड़कें: प्रदेश में सुनियोजित ढंग से सड़कों का विकास व रखरखाब करने की जरूरत है। सभी क्षेत्रों को बराबर की दृष्टि से देखे जाने की जरूरत है।
10. पीने के पानी की व्यवस्था: प्रदेश में जल जीवन मिशन का काम बिल्कुल भी योजनाबद्ध नहीं है इसे सही ढंग से क्रियान्वित किया जाना है पानी की आपूर्ति आवश्यकता अनुसार बढ़ाई जानी है और टेल ऐंड तक पानी की पाइप को बिछाया जाना है अफरा तफरी या कहें बिना किसी योजना के पाइप बिछाई जाना बिल्कुल बेकार है और सरकारी पैसे का दुर्पयोग है।
11 चुनावों में चुनाव आचार संहिता का पूरे तरीके से इंप्लीमेंट किया जाना सभी राजनीतिक दलों सरकार व चुनाव आयोग का दायत्व है! भ्रष्ट तरीके अपनाए जाने से लोकतंत्र कमजोर होता है चुनाव एक मजाक बन जाता है।
दरअसल Swaraj India राष्ट्रीय स्तर पर पंजीकृत राजनीतिक दल है जिसकी एक इकाई हिमाचल में भी है। स्वराज इंडिया एक अलग तरह की राजनीति पार्टी है जो हिंदुस्तान में वैकल्पिक राजनीति के लिए संघर्ष कर रही है। वैकल्पिक मतलब लोकतांत्रिक पारदर्शी व जबावदेह राजनीतिक विकल्प! Swaraj India ने पहले दिन से ही खुद को RTI के तहत स्वेच्छा से रखा है। खुद की आमदनी व खर्च को पब्लिक डोमेन में रखा है।
आज देश में बढ़ते भ्रष्टाचार का मुख्य कारण राजनीतिक दलों द्वारा unaccounted भारी खर्च ही है।चुनावों में और बाद में सरकारों को बनाने गिराने का खेल भ्रष्ट तरीके से इकट्ठा किया गया धन ही है। अब तो इलेक्टोरल बॉन्ड एक और बहुत बड़ा भ्रष्टाचार का जरिया बन गया है। यह Swaraj India Struggle है कि अपने स्थापना दिवस से ही देश की राजनीति को साफ सुथरा व लोकतांत्रिक व्यवस्था कायम करने के लिए संघर्षरत है। हमारा मकसद केवल चुनाव लडना ही नहीं है बल्कि हम जनता के डोमेन में मुद्दों पर लोकतांत्रिक समझ बढाने के लिए काम भी करना है।