नई दिल्ली, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार को कहा कि अगर हमें भारत को ‘आत्मनिर्भर’ बनाना है, तो राज्यों को पहले ‘आत्मनिर्भर’ बनना होगा। उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री मोदी ने कोविड के प्रकोप के दौरान ‘आत्मनिर्भर भारत’ का मंत्र दिया और मेरी सरकार ने मध्य प्रदेश को आत्मनिर्भर बनाने के लिए एक रोडमैप तैयार किया।”
चौहान ने ‘आत्मनिर्भर भारत बनाने में राज्यों की भूमिका’ पर नई दिल्ली में आयोजित राज्य नीति सम्मेलन में अपने वर्चुअल संबोधन में एक आत्मनिर्भर राज्य के लिए चार महत्वपूर्ण स्तंभों को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि एक आत्मनिर्भर राज्य के लिए चार स्तंभों – बुनियादी ढांचा, सुशासन, स्वास्थ्य और शिक्षा, और अर्थव्यवस्था और रोजगार – को मजबूत करने की जरूरत है।
चौहान ने कहा, “जब भी हम अर्थव्यवस्था और रोजगार के बारे में बात करते हैं, तो पहले दो स्तंभ – बुनियादी ढांचा और सुशासन – अधिक महत्व रखते हैं।”
उन्होंने कहा, “हमने नर्मदा एक्सप्रेसवे विकसित किया है जो राज्य की जीवन रेखा है।”
चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश युवाओं में कौशल विकास के दो महत्वपूर्ण लक्ष्य नौकरी चाहने वाले के स्थान पर रोजगार सृजनकर्ता बनने की दिशा में कार्य कर रहा है और दूसरा मध्यप्रदेश को निवेश के लिए राज्य के रूप में विकसित करना है