चरण सिंह
गांधी परिवार की परंपरागत सीट माने जाने वाली अमेठी और रायबरेली पर अभी तक कांग्रेस ने प्रत्याशी घोषित नहीं किया है। गाजियाबाद में अखिलेश यादव के साथ प्रेस कांफ्रेंस करते हुए कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने अमेठी पर चुनाव लड़ने के प्रश्न पर कहा कि जैसा हाईकमान चाहेगा वैसा वह करेंगे। मतलब उनका इशारा यह था कि वह अमेठी से चुनाव लड़ सकते हैं।
दरअसल केरल वायनाड सीट पर मतदान २६ तारीख को है। चर्चा यह है कि राहुल गांधी वायनाड पर मतदान खत्म होने के बाद २७ तारीख को अमेठी से नामांकन कर सकते हैं। दरअसल वायनाड सीट पर भाकपा महासचिव डी राजा की पत्नी एनी राजा चुनाव लड़ रही हैं। केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने राहुल गांधी के वायनाड से चुनाव लड़ने को इंडिया गठबंधन के खिलाफ चुनाव लड़ने की बात कही है। उन्होंने तो कांग्रेस पर अरविंद केजरीवाल को फंसवाने का भी आरोपी बना दिया है। ऐसे में कांग्रेस को अंदेशा है कि वायनाड सीट से वामपंथी उन्हें हरा सकते हैं। ऐसे में उत्तर प्रदेश की अमेठी सीट उनके लिए उपयुक्त मानी जा रही है। वैसे भी राहुल गांधी अमेठी से चुनाव लड़ते रहे हैं। वह वहां से सांसद रहे हैं।
गत २०१९ के चुनाव में भाजपा की स्मृति ईरानी ने राहुल गांधी को हरा दिया था। पहले तो राहुल गांधी के वायनाड से ही चुनाव लड़ने की चर्चा थी। पर जैसे ही वामपंथियों ने एनी राजा को वहां से चुनावी समर में उतारा वैसे ही राहुल गांधी के अमेठी से चुनाव लड़ने की अटकलें तेज हो गईं। अब जब गाजियाबाद में प्रेस कांफ्रेंस में राहुल गांधी ने हाईकमान के फैसले की बात कही तो यह अंदाजा लगाये जाने लगा कि राहुल गांधी अमेठी से चुनाव लड़ रहे हैं। दरअसल अमेठी से मौजूदा सांसद स्मृति ईरानी से लोग नाराज बताये जा रहे हैं। ऐसे में राहुल गांधी के वहां से सीट निकालने की उम्मीद कांग्रेस को है। देखने की बात यह है कि अमेठी से न केवल संजय गांधी बल्कि राजीव गांधी भी सांसद रहे हैं। अब वहां से राहुल गांधी चुनाव लड़ रहे हैं। यह माना जा रहा है कि स्मृति ईरानी के प्रति लोगों की नाराजगी का फायदा राहुल गांधी को मिल सकता है।