द न्यूज 15
कीव । यूक्रेन के पूर्वी इलाके में अलगाववादियों के नियंत्रण वाले डोनेट्स्क शहर में कई विस्फोटों की आवाज सुनी गई। न्यूज एजेंसी रॉयटर्स का कहना है कि इन धमाकों की वजह अभी तक साफ नहीं हो पाई है। यह खबर ऐसे समय सामने आई है जब यूक्रेन में रूस के हमला करने की आशंका चरम पर है।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कल ही कहा था कि वह इस बात से आश्वस्त हैं कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन पर आक्रमण करने का फैसला कर लिया है। हमले का केंद्र राजधानी कीव होगा। अमेरिका को पहले इस बात का यकीन नहीं था कि पुतिन ने आक्रमण करने का अंतिम निर्णय ले लिया है। बाइडेन ने इस दावे के लिए अमेरिकी खुफिया एजेंसी की जानकारी का हवाला दिया।
बाइडेन बोले- अगर रूस आक्रमण करता है तो : राष्ट्रपति बाइडेन ने रूस के खिलाफ बड़े पैमाने पर आर्थिक और राजनयिक प्रतिबंधों की भी धमकी दी है। उन्होंने कहा है कि अगर रूस आक्रमण करता है तो पुतिन को इसकी कीमत चुकानी पड़ेगी। उनके खिलाफ वह पूरी दुनिया को एकजुट करेंगे। बाइडेन ने कहा है कि यदि रूस यूक्रेन पर “आक्रमण” करता है, तो अमेरिका यूक्रेन में लड़ने के लिए अपने सैनिकों को नहीं भेजेगा, लेकिन यूक्रेन के लोगों का समर्थन करता रहेगा।
रूस-यूक्रेन में बढ़ते तनाव पर भारत का कहना है कि इस समय ‘शांतिपूर्ण और रचनात्मक कूटनीति’ की जरूरत है और वह इस मामले में सभी संबंधित पक्षों के संपर्क में है। साथ ही भारत ने बताया कि यूक्रेन में 20,000 से अधिक भारतीय नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करना उसकी सर्वोच्च प्राथमिकता है। वहीं, रूस ने यूक्रेन संकट पर भारत के संतुलित और स्वतंत्र रुख की सराहना की है।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कल ही कहा था कि वह इस बात से आश्वस्त हैं कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन पर आक्रमण करने का फैसला कर लिया है। हमले का केंद्र राजधानी कीव होगा। अमेरिका को पहले इस बात का यकीन नहीं था कि पुतिन ने आक्रमण करने का अंतिम निर्णय ले लिया है। बाइडेन ने इस दावे के लिए अमेरिकी खुफिया एजेंसी की जानकारी का हवाला दिया।
बाइडेन बोले- अगर रूस आक्रमण करता है तो : राष्ट्रपति बाइडेन ने रूस के खिलाफ बड़े पैमाने पर आर्थिक और राजनयिक प्रतिबंधों की भी धमकी दी है। उन्होंने कहा है कि अगर रूस आक्रमण करता है तो पुतिन को इसकी कीमत चुकानी पड़ेगी। उनके खिलाफ वह पूरी दुनिया को एकजुट करेंगे। बाइडेन ने कहा है कि यदि रूस यूक्रेन पर “आक्रमण” करता है, तो अमेरिका यूक्रेन में लड़ने के लिए अपने सैनिकों को नहीं भेजेगा, लेकिन यूक्रेन के लोगों का समर्थन करता रहेगा।
रूस-यूक्रेन में बढ़ते तनाव पर भारत का कहना है कि इस समय ‘शांतिपूर्ण और रचनात्मक कूटनीति’ की जरूरत है और वह इस मामले में सभी संबंधित पक्षों के संपर्क में है। साथ ही भारत ने बताया कि यूक्रेन में 20,000 से अधिक भारतीय नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करना उसकी सर्वोच्च प्राथमिकता है। वहीं, रूस ने यूक्रेन संकट पर भारत के संतुलित और स्वतंत्र रुख की सराहना की है।