Sahara Protest : विजय वर्मा ने राजस्थान के सहारा पीड़ितों की एक बैठक उदयपुर में करने का दिया सुझाव
राष्ट्रीय उपकार संयुक्त मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष दिनेश चंद्र दिवाकर ने कहा है कि उनके संगठन का एक ही उद्देश्य है कि सहारा से पीड़ित सभी व्यक्तियों का पैसा मिले। अगर इस लड़ाई में देश का कोई भी व्यक्ति आना चाहता है तो उसका स्वागत है। उन्होंने कहा कि हम सब एक साथ मिलकर के लड़ाई लड़ेंगे और यह मोर्चा यह कसम खाता है देश में जब तक सहारा से भुगतान नहीं जाता तब तकयह मोर्चा खत्म नहीं होगा। लगातार सहारा निवेशकों की आवाज बनकर लड़ाई लड़ेगा। उन्होंने कहा कि यह प्रतिबद्धता हमेशा हमारी भुगतान सापेक्ष बनी रहेगी चाहे बिहार, बंगाल, उड़ीसा, मध्य प्रदेश, दिल्ली हो या फिर उत्तर प्रदेश किसी भी प्रदेश का मामला हो।
राष्ट्रीय उपकार संयुक्त मोर्चा लड़ाई लड़ता रहेगा। जो व्यक्ति संगठन में कोई भी अपनी सलाह देना चाहता है वह दे सकता है। साथ में जो रहना चाहता है और रह सकता है। मसूरी से यह मोर्चा चलेगा, इसमें किसी एक व्यक्ति का एकाधिकार नहीं होगा। हमारा मात्र एक लक्ष रहना चाहिए आने वाले समय में केवल मात्र सहारा पीड़ितों का भुगतान हो। इसी पर हमको काम करना है इस संगठन से जुड़ने के लिए ₹1 किसी से कभी नहीं लिया जाएगा और और न भविष्य में कभी राजनीति की बात आने पाएगी।
मोर्चे से जुड़े हुए लोग जहां चाहेंगे जब चाहेंगे बुलाएंगे। हम सभी लोग उस लड़ाई को सफल बनाने के लिए वहां तत्पर तैयार रहेंगे हमारी सोच केवल मात्र भुगतान दिलाना है यह भुगतान शब्द जो है बहुत बड़े बलिदान का एक ग्रुप हो सकता है। बहुत बड़े निष्ठा का योग हो सकता है जब तक हम लोग इसके प्रति बलिदान और निष्ठा भाव से काम नहीं करेंगे तब तक की भुगतान देने वाले नहीं हैं क्योंकि देश के विभिन्न कोने-कोने से हमारे सभी साथी अपने अपने स्तर से चाहे वह मनोज कुमार शर्मा जी हो चाहे विजय कुमार वर्मा जी हो चाहे चाहे जेपी दुबे जी हो क्या राधेश्याम सोनी जी हो चाहे विकी श्रीवास्तव जी हो चाहे इंद्रवदन राठौर जी हूं तमाम कार्यकर्ता संगठन बनाकर के लोग भुगतान की लड़ाई अपने अपने बल के अनुसार यानी क्षमता के अनुसार लड़ रहे हैं। हम सभी साथियों का सहृदय धन्यवाद देते हैं और सबके साथ कदम से कदम मिलाकर चलने का भी विश्वास देते हैं।
उदयपुर में हो राजस्थान के लोगों की एक बैठक : उधर मोर्चा के राजस्थान प्रभारी विजय वर्मा ने कहा है कि राजस्थान के सभी साथियों की एक मीटिंग करने का सुझाव और विचार सभी के सामने रख रहा हूं। अगर प्रत्येक जिले से दो ऐसे व्यक्ति जो हमारी इस कानूनी लड़ाई में और जन आंदोलन में कीमती समय और आर्थिक सहयोग दोनों जो साथी कर सकते है तैयार हैं तो उनका स्वागत है। उन्होंने कहा कि जो लोग हमारे विचारों से सहमत हैं। हमें आगे मार्गदर्शन देने के लिए तैयार हो।
हमारी इस लड़ाई में साथ में आते हैं उन राजस्थान के समस्त साथियों का स्वागत है। अपने अपने विचार रखने के लिए एक जगह ऐसी चिन्हित करें जहां पर पूरे राजस्थान के क्रांतिकारी साथी और कानून के जानकार साथियों के साथ विचार विमर्श अपने अपने विचार रखने का मौका मिल सके और इस महा ठग सुब्रत राय जी से अपने निवेश करता हूं का भुगतान और अपने स्वयं का भुगतान निकालने के लिए कोई सही रास्ता सही मार्गदर्शन मिल सके इस तरह का आयोजन करने का विचार हो रहा है इस मैसेज को राजस्थान के सभी जिलों में फैलाने में सहयोग करना है क्योंकि अब समय आ गया है सभी साथियों को एक मंच पर आने का छोटी-छोटी लड़ाई लड़ रहे हैं। सब अपने अपने स्तर पर कुछ साथी कंपनी के झूठे आश्वासन पर चुपचाप बैठे हुए हैं। दिन ऐसा आएगा कि कुछ भी नहीं कर पाएंगे बहुत देर हो चुकी होगी। इसलिए ज्यादा से ज्यादा कानूनी प्रक्रिया इसके साथ साथ मौजूदा सरकार पर चाहे वह केंद्र की सरकार हो चाहे वह प्रदेश की सरकार सभी साथियों को मिलकर एक टीम बनाकर दबाव बनाना है। मौजूदा सरकारों को 2024 का आईना साफ बताना है जो इस मुद्दे को उठाएगा।
सहारा पीड़ितों के लिए कोई कुर्बानी देने को तैयार
उधर राष्ट्रीय उपकार संयुक्त मोर्चा के राष्ट्रीय महासचिव राधेश्याम सोनी ने कहा है कि वे लोग बहुत जल्द अपने पदाधिकारियों के साथ तमाम विपक्षी दलों के प्रमुखों से मिलकर सहारा पीड़ितों की आवाज उठाने के लिए कहेंगे।
उन्होंने कहा कि उनका तर्क होगा कि सहारा भुगतान देश का सबसे बड़ा मुद्दा है। उन्होंने कहा कि इस समय सहारा पीड़ितों को मदद की जरुरत है। कम से कम हम उनकी लड़ाई तो लड़ सकते हैं। उन्होंने कहा कि सभी राजनीतिक पार्टियां मिलकर सहारा पीड़ितों का मुद्दा उठा कर के पूरे देश में सहारा पीड़ितों के जख्मों पर मरहम लगाने का काम करें। राधेश्याम सोनी का कहना है कि सहारा पीड़ितों का भुगतान दिलाने के लिए संयुक्त मोर्चा कोई भी कुर्बानी देने को तैयार है।
मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष दिनेश चंद्र दिवाकर, राष्ट्रीय मुख्य महासचिव राधेश्याम सिंह सोनी, उत्तर प्रदेश के प्रदेश अध्यक्ष मोहम्मद आरिफ खान, संत कबीर नगर के जिलाध्यक्ष रामनाथ यादव, सिद्धार्थ नगर के जिलाध्यक्ष राजू लाल श्रीवास्तव, महाराजगंज के जिलाध्यक्ष ईश्वर चंद्र यादव, अरविंद गुप्ता समेत तमाम अपने पदाधिकारियों के साथ मोर्चा सहारा पीड़ितों की हर संभव मदद भी करेगा।
उधर एजेपी दुबे ने संयुक्त ऑल इंडिया जनांदोलन संघर्ष न्याय मोर्चा से इस्तीफा देकर अलग संगठन बनाकर सहारा पीड़ितों के लिए बड़ी लड़ाई लड़ने का ऐलान किया है। उन्होंने न्याय मोर्चा के अध्यक्ष अभय देव शुक्ला पर चंदे का हिसाब न देने का आरोप लगाया है।
पेमेंट भुगतान को लेकर हम जईसे बहुत ही भाई परेसान है पर 2012 से ही कहा जा रहा है पर आज तक तरीक पर तरीक ही मिल रहा है आप सभी सरकार व पत्रकार व राष्ट्रपति महोदय से भी निवेदन है / तरीक नही सिधे भुगतान करवाए 🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻