Rodger Federer : टेनिस का नाम लेते ही सबकी जुबान पर एक ही नाम ज्यादातर सुनने को मिलता है जो कि हैं रोजर फेडरर। स्विस टेनिस प्लेयर Rodger Federer ने हाल ही में घुटने की सर्जरी कराने का निर्णय लिया हैं और रिटायरमेंट की घोषणा की हैं।3 साल से इस चोट से गुजर रहे 41 वर्ष के फेडरर ने आखिरकार आराम करने का निर्णय लिया हैं। आइए जानते हैं कि छोटे से शहर से निकलकर इन्होंने इतना बड़ा मुकाम हासिल कैसे किया।
Rodger Federer के जीवन की कहानी :
रोजर फेडरर का जन्म 8 अगस्त 1981 को स्विट्जरलैंड के छोटे से शहर बासेल में हुआ। इनके परिवार में इनके माता पिता के साथ इनकी एक बड़ी बहन भी हैं। Rodger Federer की मां को भी टेनिस खेलना पसंद था वह अक्सर उन्हें भी अक्सर टेनिस कोर्ट पर ले जाया करती थी। जहां उनकी रुचि टेनिस की ओर बढ़ी। मात्र 3.5 साल की उम्र में उन्होंने टेनिस खेलना शुरू कर दिया था।
टेनिस की शुरुआत इन्होंने ओल्ड बॉय टेनिस क्लब के कोच एडोल्फ कैकवस्की के अंडर करी थी। टेनिस के साथ रोजर फुटबॉल भी खेला करते थे, लेकिन उनका पूरा ध्यान टेनिस की ओर ही था। रोजर ने बचपन से ही मन बना लिया था कि उन्हें टेनिस का नंबर 1 का खिलाड़ी बनना है।
Rodger Federer का करियर और अचीवमेंट :
8 साल की उम्र से ही Rodger Federer ने टेनिस टूर्नामेंट में हिस्सा लेना शुरू कर दिया था। हालांकि पहले मुकाबले में उन्हें हार का सामना करना पड़ा। इस हार के बाद रोजर ने अपने को पूरी तरह से बदल दिया। साल 1993 वो साल हैं जब उनके टेनिस क्लब के नए कोच पीटर कार्टर बन चुके थे। इस साल रोजर ने 2 जूनियर टूर्नामेंट अपने नाम किए, अब वह लोगों का ध्यान अपनी ओर खींचने करने लगे थे।
साल 1994 में फेडरर ने एक और महत्वपूर्ण निर्णय लिया जिसमे उन्होंने माता-पिता को छोड़ इक्विबल्स जाने का फैसला किया जहां नेशनल टेनिस सेंटर स्थित था। साल 1998 जूनियर विंबलडन में फेडरर ने सिंगल्स और डबल्स दोनो में जीत दर्ज की। इस साल के अंत में इन्हे वर्ल्ड नंबर 1 और जूनियर वर्ल्ड चैंपियन के रूप में सम्मानित किया गया।
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1998-2002 :
साल 1998 में ही इन्होंने प्रोफेशनल टेनिस में अपना करियर संवारने का फैसला किया लेकिन पहली बार में वह असफल रहें पर कभी न हार मानने वाले जज्बे के साथ फेडरर 1999 में दुनिया के टॉप-100 खिलाड़ियों में शामिल हुए। इन्हें प्रोफेशनल करियर में अपनी पहली सफलता 2001 में मिली जब उन्होंने मिलान ओपन का खिताब जीता
लेकिन ग्रैंड स्लैम में ये अभी भी जीत नहीं पा रहे थे जिसका इन्हें बेसब्री से इंतजार था। साल 2001 में ही Rodger Federer पहली बार फ्रेंच ओपन के क्वार्टर फाइनल में पहुंचे जिसका फायदा उन्हें रैंकिंग में भी हुआ और वो पहली बार दुनिया के टॉप 15 खिलाड़ियों की श्रेणी में दिखे। विंबलडन 2001 में एक मैच ने रोजर के करियर को एक नई दिशा दी,
यह मैच 4 बार के विंबलडन डिफेंडिंग चैंपियन और सबसे ज्यादा ग्रैंड स्लैम विजेता पीट सैंपर्स के साथ इस मैच में Rodger Federer ने पीट सैंपर्स को हराकर क्वार्टर फाइनल में अपनी जगह पक्की की साथ ही लोगों के दिल में भी छाने लगे थे। साल 2002 में इन्होंने 3 खिताब जीते और साल के अंत तक रैंकिंग में वर्ल्ड नंबर 6 खिलाड़ी बन गए।
इसी साल कुछ ऐसा हुआ जिसने Rodger Federer का करियर एकदम बदल के रख दिया उनके बड़े भाई जैसे कोच पीटर कार्टर का सड़क हादसे में निधन हो गया और वो अपने करियर को लेकर और भी ज्यादा सीरियस हो गए क्योंकि पीटर चाहते थे की वह दुनिया के सबसे अच्छे टेनिस खिलाड़ी बने।
2003-2010 :
यह समय ऐसा था जब फेडरर ने टेनिस में अपनी बादशाहत हासिल की और टेनिस में हर वो मुकाम हासिल किया और हर खिलाड़ी का सपना होता हैं।2003 में विंबलडन जीतकर पहला ग्रैंड स्लैम अपने नाम किया। इस साल रोजर ने सात टूर्नामेंट्स जीते और साल के अंत तक वर्ल्ड नंबर 2 पर पहुंच गए।
- साल 2004 पूरी तरह से इनके नाम रहा। इस साल इन्होंने तीन ग्रैंड स्लैम खिताब जीते जिसमे ऑस्ट्रेलियन ओपन, विंबलडन और उस ओपन शामिल हैं। 2004 में ये वर्ल्ड नंबर 1 बन गए और इस साल इन्होंने 11 टाइटल्स जीते।
- 2005 में Rodger Federer की शुरुआत अच्छी नहीं रही। इस साल यह ऑस्ट्रेलियन ओपन और फ्रेंच ओपन के फाइनल मुकाबले तक भी नहीं पहुंचे हालांकि लगातार तीसरा विंबलडन का खिताब इस साल भी इनके नाम रहा। यह इनका 5वां ग्रैंड स्लैम था।इस बार भी उन्होंने 11 टाइटल्स जीते और वर्ल्ड नंबर 1 रहे।
- 2006 को Rodger Federer के करियर का सबसे अच्छा साल बताते हैं। इस बार फेडरर चारों ग्रैंड स्लैम के फाइनल तक पहुंचे और तीन ग्रैंड स्लैम अपने नाम किए जिनमें ऑस्ट्रेलियन ओपन विंबलडन और उस ओपन शामिल हैं। 2006 सीजन में इन्होंने 12 टाइटल्स जीते और वर्ल्ड नंबर 1 पर बने रहे।
- 2007 में भी वे चार ग्रैंड स्लैम के फाइनल तक पहुंचे और तीन ग्रैंड स्लैम अपने नाम किए पर फ्रेंच ओपन जीतने का सपना एक बार फिर सपना ही रह गया। इस साल इन्होंने 8 टूर्नामेंट जीते और नंबर 1 की पोजीशन पर बने रहे।
- 2008 साल इनके लिए अच्छा नहीं रहा, सिर्फ 1 ग्रैंड स्लैम(US OPEN)और कुल 4 टाइटल्स जीते और वर्ल्ड नंबर 2 पर आ गए।
- 2009 में उनकी शादी के साथ उनका फ्रेंच ओपन जीतने का सपना भी पूरा हो गया और अपना छठा विंबलडन जीता साथ ही पीट सैंपर्स के 14 ग्रैंड स्लैम जीतने का रिकॉर्ड तोड़कर सबसे ज्यादा ग्रैंड स्लैम जीतने वाले खिलाड़ी बने। साल के अंत में फिर से नंबर 1 पर आ गए ऐसा 5वीं बार हुआ जब वे साल के अंत में नंबर 1 रहे।
- 2010 के शुरुआत में रोजर ने अपना चौथा ऑस्ट्रेलियन खिताब जीता ये उनके करियर का 16वां ग्रैंड स्लैम खिताब था।अब तक अपने करियर में यह 66 ATP टाइटल जीत चुके थे इस साल के अंत में उनकी रैंकिंग नंबर 2 रही।
2010-2016 :
इन छह सालो में यह सिर्फ 1 ग्रैंड स्लैम जीत पाए वो था 2012 में उनका 7वां विंबलडन खिताब। 2015 में उन्होंने अपनी 1000वीं जीत दर्ज की। 2016 में बैक इंजरी और नी इंजरी के कारण बाकी के सीजन में न खेलने का फैसला किया ताकि 2017 में अच्छी वापसी कर सके।
2017-2020 :
साल 2017 में Rodger Federer ने शानदार वापसी की। 2016 में रेस्ट लेने के कारण उनकी रैंकिंग 16 स्थान तक गिर गई थी। लेकिन इस साल एक से एक शानदार प्रदर्शन करके अपने आपको साबित कर दिखाया। उन्होंने ऑस्ट्रेलियन ओपन में जीतकर अपना 18वां ग्रैंड स्लैम जीता, विंबलडन खिताब जीता और यह उनका 19वां ग्रैंड स्लैम था। इस साल उन्होंने इस साल 7 टाइटल्स जीते।
- 2018 के शुरुआत में ऑस्ट्रेलियन ओपन जीतकर टेनिस जगत के 20 ग्रैंड स्लैम जीतने वाले पहले खिलाड़ी बन गए और इतिहास रच दिया।
- 2019 में दुबई ओपन जीतकर 100वां ATP टाइटल जीतने में कामयाब रहे।यह उनका 8वां दुबई ओपन खिताब था। इसी साल उन्होंने अपनी 1200 वी जीत दर्ज की।
कमाल के इस खिलाड़ी ने अब टेनिस जगत की दुनिया से संन्यास लेने का फैसला किया। इस दिग्गज खिलाड़ी को हमेशा याद किया जाएगा रोजर अपना आखिरी मुकाबला 23 से 25 सितंबर के बीच लंदन में खेलने उतरेंगे।
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आपके लिए यह खबर हमारे साथी हर्ष ने लिखी थी। आपको ये खबर कैसी लगी आप कमेंट बाक्स में हमें बता सकते है। अन्य खबरों के लिए बने रहें The News15 के साथ।