भाकियू प्रवक्ता ने कहा-कुख्यात लखीमपुर खीरी प्रकरण को पूरे देश और दुनिया ने देखा जघन्य अपराध करने के बावजूद आशीष मिश्रा को तीन महीने के भीतर जमानत मिल जाती है
द न्यूज 15
लखनऊ। किसान नेता राकेश टिकैत ने मंगलवार को कहा कि संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) लखीमपुर खीरी हिंसा प्रकरण पर उच्चतम न्यायालय का दरवाजा खटखटाएगा, जिसमें चार किसानों सहित आठ लोग मारे गए थे। केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा ‘टेनी’ के बेटे आशीष मिश्रा इस मामले में मुख्य आरोपी हैं और इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने उन्हें 10 फरवरी को जमानत दे दी थी। उसके मंगलवार शाम पांच बजे तक जेल से बाहर आने की उम्मीद है। टिकैत ने चेतावनी दी कि आशीष कोे जेल से बाहर किया गया तो हम जेल के बाहर ही धरना देने बैठ जाएंगे।
किसान आंदोलन का एक प्रमुख चेहरा और भारतीय किसान संघ (बीकेयू) के राष्ट्रीय प्रवक्ता टिकैत, जो एसकेएम का हिस्सा है, ने उत्तर प्रदेश में चल रहे विधानसभा चुनावों के बीच भाजपा पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि कुख्यात लखीमपुर खीरी प्रकरण को पूरे देश और दुनिया ने देखा। जघन्य अपराध करने के बावजूद आशीष मिश्रा को तीन महीने के भीतर जमानत मिल जाती है। टिकैत ने संवाददाताओं से कहा कि हर कोई इसे देख रहा है।
किसान आंदोलन का एक प्रमुख चेहरा और भारतीय किसान संघ (बीकेयू) के राष्ट्रीय प्रवक्ता टिकैत, जो एसकेएम का हिस्सा है, ने उत्तर प्रदेश में चल रहे विधानसभा चुनावों के बीच भाजपा पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि कुख्यात लखीमपुर खीरी प्रकरण को पूरे देश और दुनिया ने देखा। जघन्य अपराध करने के बावजूद आशीष मिश्रा को तीन महीने के भीतर जमानत मिल जाती है। टिकैत ने संवाददाताओं से कहा कि हर कोई इसे देख रहा है।
किसान नेता ने कहा, “तो क्या ऐसी तानाशाही सरकार की जरूरत है, या इस तरह की व्यवस्था की जरूरत है जिसमें कोई व्यक्ति जो एक वाहन के नीचे लोगों को कुचलता है वह तीन महीने के भीतर जेल से बाहर निकल जाता है। आने वाले समय में वे जनता के साथ कैसा व्यवहार करेंगे? ये हमारे मुद्दे हैं और लोगों को समझने की जरूरत है।”
उन्होंने दावा किया कि मामले में ऑनलाइन अदालत की सुनवाई के दौरान जब अभियोजन पक्ष अपनी बात रख रहा था तब बिजली गुल थी लेकिन पूरे बिंदु को अदालत के सामने नहीं रखा जा सका। उन्होंने किसान समुदाय और युवाओं से संबंधित मुद्दों पर भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र और यूपी सरकार पर निशाना साधा, साथ ही विकास के लिए काम करने के बजाय सांप्रदायिक एजेंडे पर चुनाव लड़ने के लिए भगवा पार्टी की आलोचना की। गन्ने की खेती के लिए मशहूर लखीमपुर खीरी में आठ विधानसभा क्षेत्र हैं- गोला गोकरनाथ, धौरहरा, श्री नगर, लखीमपुर, मोहम्मदी, कस्ता, पलिया और निघासन। 2017 में भाजपा उम्मीदवारों द्वारा जीती गई सभी आठ विधानसभा सीटों पर चौथे चरण में 23 फरवरी को मतदान होगा।
उन्होंने दावा किया कि मामले में ऑनलाइन अदालत की सुनवाई के दौरान जब अभियोजन पक्ष अपनी बात रख रहा था तब बिजली गुल थी लेकिन पूरे बिंदु को अदालत के सामने नहीं रखा जा सका। उन्होंने किसान समुदाय और युवाओं से संबंधित मुद्दों पर भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र और यूपी सरकार पर निशाना साधा, साथ ही विकास के लिए काम करने के बजाय सांप्रदायिक एजेंडे पर चुनाव लड़ने के लिए भगवा पार्टी की आलोचना की। गन्ने की खेती के लिए मशहूर लखीमपुर खीरी में आठ विधानसभा क्षेत्र हैं- गोला गोकरनाथ, धौरहरा, श्री नगर, लखीमपुर, मोहम्मदी, कस्ता, पलिया और निघासन। 2017 में भाजपा उम्मीदवारों द्वारा जीती गई सभी आठ विधानसभा सीटों पर चौथे चरण में 23 फरवरी को मतदान होगा।