फल तुड़ाई के बाद आम के पेड़ों को कटाई छंटाई करना स्वास्थ्य और उत्पादकता को बनाए रखने के लिए महत्वपूर्ण : डा संजय कुमार सिंह

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आम के अधिकतम उपज , गुणवक्तायुक्त फल एवं न्यूनतम रोग एवं कीट के लिए फलों की तुड़ाई के बाद पेड़ों की कटाई छंटाई अनिवार्य

समस्तीपुर। डा राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविधालय स्थित विभागाध्यक्ष,पोस्ट ग्रेजुएट डिपार्टमेंट ऑफ प्लांट पैथोलॉजी एवं नेमेटोलॉजी, प्रधान अन्वेषक, अखिल भारतीय फल अनुसंधान परियोजना डा संजय कुमार सिंह ने बताया कि आम को फलों का राजा कहते हैं ।भारत में आम की खेती 2258 हजार हेक्टेयर में होती है, जिससे कुल 21822 हजार मीट्रिक टन उत्पादन प्राप्त होता है ।भारत में आम की उत्पादकता 9.7 टन/हेक्टेयर है।बिहार में आम की खेती 149 हजार हेक्टेयर होती तथा कुल उत्पादन 2443 हजार टन है।बिहार में आम की उत्पादकता 16.37टन/हेक्टेयर है, जो राष्ट्रीय उत्पादकता से बहुत ज्यादा है। फलों की तुड़ाई के उपरांत बागों का प्रबंधन कैसे किया जाय, यह एक महत्त्व पूर्ण प्रश्नं है। क्योकि अभी किया हुआ बाग का प्रबंधन ही निर्धारित करेगा की अगले साल पेड़ पर कितने फल लगेंगे तथा उनकी गुणवक्ता कैसी होगी। आम की खेती की लाभप्रदता मुख्य रूप से समय पर बाग में किये जाने वाले विभिन्न कृषि कार्यो पर निर्भर करती है। एक भी कृषि कार्य या गतिविधि में देरी से बागवान को भारी नुकसान होता है और लाभहीन उद्यम हो कर रह जाता है।

 

फलों की तुड़ाई के बाद कटाई छंटाई करना अनिवार्य

 

फलों की तुड़ाई के बाद, खेत की अच्छी तरह से जुताई करनी चाहिए । रोगग्रस्त ,सुखी टहनियों की करें कटाई छंटाई एवं यदि संभव हो तो पेड़ का आकार छाते जैसा रक्खे। विगत दो तीन सालों से देखा जा रहा है की वातावरण में अत्यधिक नमी एवं अत्बधिक बरसात की वजह से आम के बागवान को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है, इसकी कई वजहों में से एक वजह यह है की कई बागों में सूर्य की किरणे जमीन की सतह तक नही पहुंच पा रही है । बाग बहुत घने हो गए है। अतः पेड़ की कुछ डालियों को काट कर इस तरह से बनाए की सूर्य की किरणे समान रूप से सभी टहनियों पर पड़े एवं बाग़ में जमींन तक पहुचे । उत्तर प्रदेश एवं बिहार के अधिकांश किसान बागों की कटाई छंटाई नही करते है।अक्सर देखा जाता है की अधिक टहनियों के निकलने की वजह से एवं एक दूसरे के ऊपर चढ़े होने की वजह से पेड़ का छत्रप इतना घना हो जाता है की सूर्य की किरणे भी आर पार मुश्किल से हो पाती है। एसी अवस्था में आवश्यक है की बीच बीच की टहनियों को निकाल दे,जिससे की रोशनी आसानी से आर पार हो सके। ऐसा करने से बाग में अत्यधिक नमी नही बनाने पाती हैं।लगभग 30 से 35 डिग्री का तापक्रम एवं 80 प्रतिशत से अधिक नमी अधिकांश रोग एवं कीटो के लिए अनुकूल वातावरण बनाता है। कटाई छंटाई करने से अधिक मंजर भी आते है एवं बाग से रोग एवं कीटों की जनसंख्या में भी भारी कमी आती है।
आम के पेड़ों के लिए कटाई छंटाई ज़रूरी बागवानी पद्धतियाँ हैं, खास तौर पर कटाई के बाद। ये तकनीकें स्वस्थ विकास सुनिश्चित करती हैं, फलों के उत्पादन को बढ़ाती हैं और पेड़ की संरचना को बनाए रखती हैं। फल की तुड़ाई के बाद आम के पेड़ों की कटाई छंटाई कैसे करे ….

कटाई छंटाई का महत्व:

कटाई से पेड़ की वृद्धि को एक मज़बूत संरचना विकसित करने के लिए मदद मिलती है, जबकि छंटाई में पेड़ के कुछ हिस्सों, जैसे शाखाओं, टहनियों या जड़ों को चुनिंदा रूप से हटाना शामिल है।

दोनों ही कार्य निम्न के लिए महत्वपूर्ण हैं

बेहतर वायु परिसंचरण: छत्र (कनोपी) के माध्यम से बेहतर वायु प्रवाह की अनुमति देकर फंगल रोगों के जोखिम को कम करता है।

बढ़ी हुई सूर्य की रोशनी का प्रवेश: यह सुनिश्चित करता है कि आंतरिक शाखाओं को पर्याप्त धूप मिले, जिससे बेहतर प्रकाश संश्लेषण को बढ़ावा मिले।

बढ़ी हुई फल गुणवत्ता: अनुत्पादक या भीड़भाड़ वाली शाखाओं को हटाकर, पेड़ अपनी ऊर्जा को उच्च गुणवत्ता वाले फलों के उत्पादन पर केंद्रित करता है।

कीट और रोग प्रबंधन: कटाई छंटाई पेड़ के रोगग्रस्त या संक्रमित हिस्सों को हटाने में मदद करती है, जिससे कीटों और बीमारियों का प्रसार कम होता है।

आसान कटाई: एक अच्छी तरह से कटाई छंटाई किए गए पेड़ को प्रबंधित करना और फल की तुड़ाई करना आसान होता है।

समय:

फलों की कटाई के तुरंत बाद कटाई छंटाई की जानी चाहिए। यह समय सुनिश्चित करता है कि पेड़ अगले फूल के मौसम से पहले ठीक हो सकता है।

आवश्यक उपकरण

छोटी शाखाओं के लिए छंटाई कैंची:
मध्यम आकार की शाखाओं के लिए लोपर:
बड़ी शाखाओं के लिए छंटाई आरी:
रोग फैलने से रोकने के लिए उपकरणों के लिए कीटाणुनाशक:

कटाई छंटाई के चरण
पेड़ का आकलन करें:

पेड़ की समग्र संरचना का मूल्यांकन करके और उन शाखाओं की पहचान करके शुरू करें जिन्हें हटाने या कटाई की आवश्यकता है जैसे मृत, रोगग्रस्त या क्षतिग्रस्त शाखाएँ, क्रॉस या रगड़ने वाली शाखाएँ
मृत और रोगग्रस्त लकड़ी को हटा दें:

रोगजनकों के प्रसार को रोकने के लिए किसी भी मृत या रोगग्रस्त शाखाओं को काट दें। सुनिश्चित करें कि उपचार को बढ़ावा देने के लिए शाखा के आधार पर या कली के ठीक ऊपर कटौती की जाए।

अवांछित वृद्धि को हटाएँ:

अवांछित शाखावों को हटाएँ, क्योंकि वे फल उत्पादन में योगदान दिए बिना पेड़ के संसाधनों को खत्म करते हैं। प्रकाश प्रवेश और वायु परिसंचरण को बेहतर बनाने के लिए पेड़ के केंद्र की ओर बढ़ने वाली किसी भी शाखा को हटा दें।

पेड़ को आकार दें:

एक संतुलित संरचना बनाने पर ध्यान दें। युवा पेड़ों के लिए, केंद्रीय लीडर सिस्टम या ओपन-सेंटर सिस्टम का उपयोग करें…

केंद्रीय लीडर सिस्टम: अच्छी तरह से फैली हुई पार्श्व शाखाओं के साथ एक एकल प्रमुख ट्रंक बनाए रखना।

ओपन-सेंटर सिस्टम: अधिक सूर्य के प्रकाश प्रवेश को बढ़ावा देने के लिए फूलदान का आकार बनाने के लिए केंद्रीय लीडर को हटा देता है। परिपक्व पेड़ों के लिए, मौजूदा संरचना का पालन करें लेकिन पेड़ के चारों ओर शाखाओं का संतुलन सुनिश्चित करें।

थिनिंग और हेडिंग कट्स:

थिनिंग कट्स: मूल बिंदु पर पूरी शाखाओं को हटा दें। यह अत्यधिक नई वृद्धि को उत्तेजित किए बिना घनत्व को कम करता है।
हेडिंग कट्स: कली या पार्श्व शाखा को वापस काटकर शाखाओं को छोटा करें। यह झाड़ीदार विकास को प्रोत्साहित करता है और इसका उपयोग पेड़ की ऊंचाई और फैलाव को नियंत्रित करने के लिए किया जाता है।

छतरी के आकार का प्रबंधन:

कटाई और रखरखाव में आसानी के लिए पेड़ को प्रबंधनीय ऊंचाई (3-4 मीटर) पर बनाए रखें, सबसे ऊंची शाखाओं को काटकर ऊंचाई कम करें।
साफ करें और सील करें:

छंटाई के बाद, बीमारी फैलने से रोकने के लिए ब्लीच के घोल या रबिंग अल्कोहल से औजारों को कीटाणुरहित करें। बड़े कट के लिए, संक्रमण से बचाने के लिए घाव पर बोर्डो पेस्ट या कॉपर ऑक्सी क्लोराइड का गाढ़ा लेप लगाएं।

कटाई छंटाई के बाद देखभाल

पानी देना: सुनिश्चित करें कि पेड़ को पर्याप्त पानी मिले, खासकर सूखे मौसम के दौरान। इससे उसे छंटाई के तनाव से उबरने में मदद मिलती है।

उर्वरक: नई वृद्धि को बढ़ावा देने और पेड़ को अगले फलने के मौसम के लिए तैयार करने के लिए संतुलित उर्वरक डालें।

कीट और रोग निगरानी: कीटों या बीमारियों के संकेतों के लिए नियमित रूप से पेड़ का निरीक्षण करें और उन्हें नियंत्रित करने के लिए उचित उपाय करें।

आम के पेड़ों की कटाई छंटाई कार्य हमेशा वैज्ञानिकों या एक्सपर्ट की देखरेख मे ही करना चाहिए अन्यथा नुकसान भी हो सकता है ।

 

सारांश

 

फल तुड़ाई के बाद आम के पेड़ों को कटाई छंटाई करना उनके स्वास्थ्य और उत्पादकता को बनाए रखने के लिए महत्वपूर्ण है। ऊपर बताए गए चरणों का पालन करके, आप सुनिश्चित कर सकते हैं कि आपके आम के पेड़ मज़बूत रहें, उच्च गुणवत्ता वाले फल दें और एक प्रबंधनीय संरचना रखें। उचित समय पर की गई कटाई छंटाई न केवल फलों की पैदावार बढ़ाती है बल्कि पेड़ की उत्पादक आयु भी बढ़ाती है। कटाई छंटाई के बाद नियमित निगरानी और देखभाल आम के बाग की समग्र स्वास्थ के लिए अनिवार्य है।
आम के पेड़ों की कटाई छंटाई कार्य हमेशा वैज्ञानिकों या एक्सपर्ट की देखरेख मे ही करना चाहिए अन्यथा नुकसान भी हो सकता है ।

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