DU प्रोफेसर professor Ratan Lal का शिवलिंग को लेकर आया था विवादित बयान
professor Ratan Lal- प्रोफेसर का कार्य आपने शिक्षा देना सुना होगा। परंतु जब वही गुरू शिक्षा में गलत शिक्षा दें और छात्रों के भड़काए तब उस शिक्षित गुरू की शिक्षा पर कई सवाल खड़े होते हैं। और उनकी शिक्षा दिए छात्र जब एक महिला के वजूद पर सवाल उठाए तब आप सोच सकते हैं। कि उस प्रोफेसर (professor Ratan Lal) द्वारा क्या शिक्षा दि जाती होगी। जानिए पूरी कहानी।
ज्ञानवापी मस्जिद (Gyanvapi Mosque) विवाद आजकल चर्चोओं में हैं। इसको लेकर अलग-अलग लोग बयानबाज़ी भी कर रहे हैं। कई लोग ज्ञानवापी मस्जिद में शिवलिंग और कई लोग मस्जिद में हिंदू अवशेष न मिलने का दावा कर रहें हैं। इसी सब के बीच DU के इतिहास विभाग के प्रोफेसर डॉ. रतनलाल ने एक पोस्ट लिखकर स्नातन धर्म पर टिप्पणी की। इसी पर आज हम आपको डिटेल में जानकारी देंगे।
click here – DU Professor Ratan Lal पर पूछा सवाल तो महिला पत्रकार से भिड़ा बहुजन समता दल
दरअसल, दिल्ली यूनिवर्सिटी के हिंदू कॉलेज के प्रोफेसर डॉ. रतनलाल (professor Ratan Lal) ने पिछले दिनों एक पोस्ट किया था। जिसमें उन्होंने लिखा था कि “य़दि शिवलिंग है तो लगता है शायद शिव जी का भी खतना कर दिया गया था।”
इसके बाद हिंदू कॉलेज के प्रोफेसर डॉ. रतनलाल को पुलिस ने गिरफतार कर लिया था। उनके इस पोस्ट के बाद हिंदू कॉलेज के कई छात्रों ने धरना प्रर्दशन किया और उनकी रिहाई (DU Professor Bail) की मांग भी की। कई छात्र उनके इस बयान के कारण गुस्से मे भी नज़र आए थे। जो कह रहे थें। कि डॉ. रतनलाल के बयान के कारण स्नातन धर्म और मुस्लिम धर्म दोनों की भावनाएं आहत हुई हैं।
जिसके बाद ये विवाद और गर्मागया तब से लेकर अब तक इस मुद्दे पर कोई न कोई टिप्पणी सामने आती रहती है। हालांकि डॉ. रतनलाल को जेल से रिहा (DU Professor Bail )कर दिया गया हैं। इसी बीच कई ऐसी घटनाएं हुई जिससे मामले काफी हवा मिली।
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पत्रकार के वजूद पर उठाए सवाल
इस मुद्दे को कवर करने कई मीडिया हाउस गये। जब दिल्ली यूनिवर्सिटी के हिंदू कॉलेज के बाहर वहां के छात्र धरना प्रदर्शन कर रहे थे। तब वहां मौजूद एक महिला रिर्पोटर के साथ बहुमत समता दल का समर्थक अभिषेक जाटव ने डॉ रतनलाल के समर्थन में जमकर बहस भी की।
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इन सबके बीच बहुजन समता दल के सर्मथक ने महिला पत्रकार के वजूद पर कई सवाल उठाए। और महिला पत्रकार को अपने कर्तव्य निभाने में बाधा बनें। जब एक पत्रकार अपना कार्य कर रहा हो और उनके काम मे बाधा बनने वाले छात्रों कों आप किस रूप में देखते हैं। नीचे दिए गए कॉमेंट बॉक्स में अपनी रॉय जरूर बताएं। और प्रोफेसर डॉ रतनलाल (professor Ratan Lal) के द्वारा दिए गया बयान आपको कितना सही लगता हैं। इस पर भी अपनी रॉय करके चर्चो जरूर कीजिए।