पीएम मोदी ने नालंदा यूनिवर्सिटी के नए कैंपस को राष्ट्र को किया समर्पित

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पुस्तकें भले जल जाएं लेकिन आग की लपटें ज्ञान को नहीं मिटा सकतीं’ : प्रधानमंत्री मोदी

अभिजीत पाण्डेय
नालंदा । 821 साल बाद आज से नालंदा अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय का पुराना गौरव लौटने वाला है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज राजगीर में नालंदा अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय को राष्ट्र को समर्पित किया।
उद्घाटन से पहले पीएम मोदी नालंदा खंडहर का भ्रमण किया और नालंदा यूनिवर्सिटी कैंपस में पौधारोपण भी किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “मुझे तीसरे कार्यकाल के लिए शपथ ग्रहण करने के बाद पहले 10 दिनों में ही नालंदा आने का अवसर मिला है। यह मेरा सौभाग्य तो है ही, मैं इसे भारत की विकास यात्रा के एक शुभ संकेत के रूप में देखता हूं। नालंदा केवल एक नाम नहीं है। नालंदा एक पहचान है, एक सम्मान है। नालंदा एक मूल्य है, मंत्र है, गौरव है, गाथा है। नालंदा इस सत्य का उद्घोष है कि आग की लपटों में पुस्तकें भले जल जाएं लेकिन आग की लपटें ज्ञान को नहीं मिटा सकतीं।
प्रधानमंत्री ने कहा, ’21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस है। आज भारत में योग की सैकड़ों विधाएँ मौजूद हैं। हमारे ऋषियों ने कितना गहन शोध इसके लिए किया होगा! लेकिन, किसी ने योग पर एकाधिकार नहीं बनाया। आज पूरा विश्व योग को अपना रहा है, योग दिवस एक वैश्विक उत्सव बन गया है।

 


पीएम मोदी ने कहा, ‘प्राचीन नालंदा में बच्चों का एडमिशन, उनकी पहचान, उनकी राष्ट्रीयता को देखकर नहीं होता था। हर देश, हर वर्ग के युवा यहां आते थे। नालंदा विश्वविद्यालय के इस नए कैंपस में हमें उसी प्राचीन व्यवस्था को फिर से मजबूती देनी है। दुनिया के कई देशों से यहां छात्र आने लगे हैं। यहां नालंदा में 20 से ज्यादा देशों के छात्र पढ़ाई कर रहे हैं। ये वसुधैव कुटुंबकम की भावना का कितना सुंदर प्रतीक है।’
अपने संबोधन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “मैं बिहार के लोगों को भी बधाई देता हूं। बिहार अपने गौरव को वापस लाने के लिए जिस तरह विकास की राह पर आगे बढ़ रहा है, नालंदा का ये परिसर उसी की एक प्रेरणा है।
उन्होंने कहा कि ये सिर्फ नालंदा या बिहार के लिए ही नहीं बल्कि दुनिया के लिए ऐतिहासिक दिन है।

 

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पीएम मोदी को बिहार दौरे के लिए उनका धन्यवाद किया। नीतीश ने कहा कि ‘माननीय प्रधानमंत्री पहली बार राजगीर आए हैं। मैं तहेदिल से उनका और बाकी सभी अतिथियों का स्वागत करता हूं। इस कार्यक्रम में आने से पहले माननीय प्रधानमंत्री जी ने पुराने नालंदा विवि के खंडहर का भी भ्रमण कर लिया है। माननीय प्रधानमंत्री जी, आपने देखा होगा कि पुराने नालंदा विवि का कैंपस कितना बड़ा था। इस विवि से 20-25 किमी तक के गांव भी जुड़े हुए थे। अभी तो काफी कम ही खुदाई हुई है।’
पीएम मोदी के साथ सीएम नीतीश कुमार, राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेनकर के साथ कई बड़े नेता उपस्थित रहे । वहीं 17 देश के राजदूत के साथ साथ नालन्दा अंतरराष्ट्रीय विश्विद्यालय के छात्र ने भी इस उद्घघाटन कार्यक्रम में भाग लिया।
नालंदा अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय के कैंपस में 24 बड़ी इमारतें बनाई गई हैं। 40 हेक्टेयर में जलाशय, अखाड़ा, ध्यान कक्ष, योग शिविर, स्पोर्ट्स स्टेडियम, एथलेटिक्स ट्रैक, ऑडिटोरियम, आउटडोर स्पोर्ट्स स्टेडियम, व्यायामशाला, अस्पताल , पारंपरिक जल नेटवर्क, सोलर फार्म, महिलाओं के लिए तथागत निवास हाल, शॉपिंग कांप्लेक्स और फूड कोर्ट का भी निर्माण किया गया है। नालंदा अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय का शिलान्यास 19 सितंबर 2014 को तत्कालीन विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने किया था।
वर्तमान समय मे नालंदा विश्वविद्यालय में कुल 17 देश के 400 विद्यार्थी अध्ययन कर रहे हैं। स्नातकोत्तर एवं पीएचडी के कुल सात विषयों की पढ़ाई हो रही है। जबकि दो विषय इस शैक्षणिक सत्र से शुरू होने वाला है। वहीं डिप्लोमा और सर्टिफिकेट कोर्स के लिए कुछ 10 विषयों की पढ़ाई हो रही है। इस नालंदा विश्वविद्यालय कैंपस में एशिया का सबसे बड़ा लाइब्रेरी बन रही है।

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