अब महाराष्ट्र में हिन्दू ध्वज के नाम पर राजनीति! 

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चरण सिंह राजपूत
नई दिल्ली/मुंबई। पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव में 4-1 से  जीत दर्ज करने के बाद भाजपा का आत्मविश्वास आसमान पर है। ऐसा लग रहा है कि आरएसएस के एजेंडे को लागू कराने के लिए अब बीजेपी ने अपने सभी तंत्रों को लगा दिया है। भाजपा अब पूरी तरह से हिन्दू ध्वज को लहरा देना चाहती है। जम्मू-कश्मीर में कश्मीरी पंङितों पर हुए अत्याचार पर बनी फिल्म द कश्मीर फाइल्स को लेकर देश बवाल मच ही रहा है कि जहां एक ओर हिंदूवादी नेता और स्वतंत्रता सेनानी सावरकर पर स्वतंत्र वीर सावरकर फिल्म बनने जा रही है वहीं अब महाराष्ट्र में गुड़ी पड़वा के दिन सावरकर मेमोरियल हिन्दू ध्वज के नाम पर बवाल मचाने वाला है। संगठन ने बाकायदा घरों में हिन्दू ध्वज लगाने की अपील की है। हिन्दू ध्वज को लेकर उद्धव सरकार पर निशाना साधते हुए भाजपा ने भी इस संगठन के सुर में सुर मिलाया है।
दरअसल गुड़ी पड़वा मराठी समाज का नया साल होता है। इस त्योहार को लेकर इस साल महाराष्ट्र की राजनीति गरमाई हुई है। हिन्दू संगठन नए साल पर हिन्दू ध्वज लहराना चाहती है तो उद्धव सरकार इसे भाजपा की राजनीति मानकर सख्ती बरत रही है। दरअसल ऐसा माना जाता है कि स्वातंत्र्यवीर सावरकर मेमोरियल हिंदुत्वादी नेता और स्वतंत्रता सेनानी वी डी सावरकर की यादों को सहेजने का काम  करता है। ऐसी जानकारी मिल रही है कि यह संगठन लोगों के बीच सावरकर से जुड़ी जानकारी प्रसारित करने का काम भी करता है। अब इस संगठन के हिंदू ध्वज फहराने की अपील करने पर महराष्ट्र की राजनीति गरमा गई है।
बाकायदा संगठन ये झंडे उपलब्ध करवा रहा है। संगठन की ओर से एक बयान जारी कर कहा गया है कि दादर, मुंबई और पुणे में स्थित उनके कार्यालयों में विभिन्न साइज के झंडे उपलब्ध हैं। वहां से झंडे लिए जा सकते हैं।  महाराष्ट्र सरकार की सख्ती को लेकर भाजपा विधायक आशीष शेलार ने उद्धव ठाकरे की सरकार पर तंज कसा है। हालांकि मुंबई पुलिस ने 10 मार्च से 8 अप्रैल तक धारा 144 लागू की हुई है। दरअसल गुड़ी पड़वा 2 अप्रैल को है, जबकि रामनवमी 10 अप्रैल को मनाई जाएगी। मतलब इस त्यौहार पर बवाल होना तय है। हिन्दू संगठन हिन्दू ध्वज फहराने का प्रयास करेंगे तो उद्धव सरकार इसे रोकना चाहेगी। मतलब माहौल ख़राब होने का पूरा अंदेशा है। वैसे भी भाजपा नेता आशीष शेलार ने पत्रकारों से बात करते हुए आरोप लगाया है कि जब भी हिंदू त्योहारों की बात आती है तो मुख्यमंत्री का हाथ पंगु हो जाता है। उनका कहना है कि कानून और व्यवस्था राज्य की जिम्मेदारी है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि सरकार लोगों को त्यौहार मनाने ही न दे। दरअसल गुड़ी पड़वा और रामनवमी में माहौल ख़राब होने के अंदेशे के चलते मुंबई में कर्फ्यू लगा दिया गया है”।  उधर शेलार के बयान पर शिवसेना नेता मनीषा कायंडे ने आपत्ति जताई है।

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