पूर्वी चंपारण में महिला कार्यकर्ताओं के साथ अन्य कार्यकर्ताओं ने बाबा साहेब की तस्वीर सौंपी
चरण सिंह
जब एनडीए में बीजेपी के सहयोगी संगठन गृह मंत्री अमित शाह के अम्बेडकर पर दिए बयान का बचाव करते हुए देखे जा रहे हैं। ऐसे में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अमित शाह के बचाव में कुछ न बोलते हुए बाबा साहेब की तस्वीर को नमन कर उनके बयान का विरोध करने का संकेत दे दिया है। दरअसल पूर्वी चम्पारण में प्रगति यात्रा के तहत जब नीतीश कुमार अपने कार्यकर्ताओं से संवाद कर रहे थे तो जदयू की कुछ महिला कार्यकर्ताओं और अन्य कार्यकर्ताओं नीतीश कुमार को बाबा साहेब की फ्रेम लगी तस्वीर सौंपी।
नीतीश कुमार ने बाकायदा उस तस्वीर पर नमन कर एक नया संकेत दिया। अमित शाह के बयान के बाद बाबा साहेब की तस्वीर यदि कहीं दिखाई दे रही है तो वह अमित शाह के बयान के विरोध में किये जा रहे प्रदर्शन में दिखाई दे रही है। चाहे कांग्रेस हो या फिर समाजवादी पार्टी या फिर आम आदमी पार्टी। यदि बिना जयंती और पुण्यतिथि के यदि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बाबा साहेब की तस्वीर पर नमन कर रहे हैं तो वह अपने वोट को बचाने का प्रयास ही है।
ऐसे में प्रश्न उठता है कि जब बीजेपी और उसके सहयोगी दल अमित शाह के बयान पर कांग्रेस को घेर रहे हैं। तो 6 जनवरी को जो अमित शाह बिहार पहुंच रहे है नीतीश कुमार उनसे बाबा साहेब के बयान पर माफ़ी मांगने के लिए बोलेंगे। यदि नीतीश कुमार अमित शाह के बयान पर कुछ रिएक्शन नहीं करते है तो फिर उनका वोट बैंक प्रभावित हो सकता है। दरअसल गृह मंत्री शाह ने एक निजी चैनल को इंटरव्यू देते हुए कहा कि बिहार में चुनाव जीतने के बाद कौन मुख्यमंत्री बनेगा यह संसदीय बोर्ड तय करेगा।
अमित शाह के इस बयान के बाद भले ही संजय झा और ललन सिंह अमित शाह के बयान का बचाव कर है हों पर नीतीश कुमार ने चुप्पी साध रखी थी। इस बीच जदयू की और से एक पोस्टर जारी किया गया। इस पोस्टर में जब बार की बात हो तो नाम सिर्फ नीतीश कुमार का हो। जारी किये गए। अब पूर्वी चम्पारण में बाबा साहेब की तस्वीर पर नीतीश कुमार का नमन करना यह दर्शाता है कि बीजेपी भले ही बाबा साहेब का अपमान कर सकती हो पर उनकी राजनीति में बाबा साहेब का बहुत बड़ा योगदान है।
उधर आरजेडी सांसद मनोज झा ने भी अमित शाह के बयान पर आपत्ति जताते हुए कहा है कि स्वर्ग तो बाबा साहेब की नीतियों पर ही चलकर आएगा। तेजस्वी यादव ने कोलकाता में कहा है कि बीजेपी बाबा साहेब, गांधी जी, जवाहर लाल नेहरू, कर्पूरी ठाकुर का विरोध करती रहती है।