LPG Gas Cylinder Price Hike : भारत में इन दिनो रसोई गैस की कीमत, उस खबर के समान हो गई जिस प्रकार आम आदमी शेयर मार्केट की खबरों को पढ़ता हैं जिस प्रकार आधे से ज्यादा पाठको को बाजार के बढ़ने घटने से फर्क नही पड़ता उसी प्रकार तेल, सब्जी और रसोई गैस की कीमतों से फर्क नही पड़ता है।
लगातार रसोई गैस के दामों ने मेहनत कर आखिर 19 मई को रसोई गैस का दाम एक बार फिर 3.50 रुपये महंगा होने के साथ 1000 के बड़े शिखर पर पहुंच गया। इसके साथ कोरोना काल के बाद महंगाई की मार झेल रहे कारोबारी के सिलेंडर यानि कमर्शियल सिलेंडर 8 रुपय महंगा (LPG Gas Cylinder Price Hike )हो गया है। अब देखना होगा किस प्रकार छोटे -छाटे होटल चलाने वाले कारोबारी इस नई कीमत के साथ कब तक 10 रुपये में चाय और समोसा उपलब्ध करा पाऐगें।
थोक महंगाई की दर भी 15 फीसदी हो चली है यानि अगर आप किसी समान के लिए अगर 100 रुपये चुका रहे थे तो अब 115 रुपये चुकाने पड़ेगे। खैर ये पेट्रोल, रसोई गैस के दाम बढ़ते (LPG Price Hike) घटते रहेंगे, अब पेट्रोल महंगा होने पर साइकल लेकर सड़को पर निकलने वाले लोग सरकारों के काम से खुशी से मदहोश है, और जिन्हे इसकी आवाज उठनी चाहिए उनकी पार्टी में अभी इस्तीफे का दौर चल रहा। लेकिन हम आपको समझाएंगे कि आखिर ये पेट्रोल के दाम कौन तय करता हैं।
कौन तय करता है गैस का दाम –
तो भारत में गैस का दाम पेट्रोल के दाम की तुलना में अलग तरीक से तय किये जाते है पहले तो ये समझिए कि LPG यानि कि liquid petroleum gas का दाम IPP (import parity price) द्वारा तय किया जाता है
आपने सऊदी अरामकों (Saudi Aramco) कंपनी का नाम सुना होगा जो कि हाल फिलहाल एप्पल को पीछा छोड़कर दुनिया की सबसे बड़ी कंपनी बन गई है। ये कंपनी LPG के दामों को तय करने के लिए भी बेंचमार्क मानी जाती हैं। इसके अलावा सऊदी से भारत लाने तक के लिए इसका खर्चा, Filling लोकल डीलर के द्वारा कितना कमीशन लिया जा रहा इत्यादि इसके साथ डॉलर के सामने रुपये का स्थिति भी LPG के दाम (LPG Price In India) को प्रभावित करते हैं।
क्या भारत में सस्ती होगी रोटी ?
इसके साथ LPG एक लाइट हाइड्रोकार्बन है जो कि प्रोपेन और ब्यूटेन से मिलकर बनता है इस कारण LPG का दाम इन होना ही Element पर निर्भर करता है, प्रोपेन और ब्यूटेन का अनुपात हमेशा एक जैसा नही होता हैं। भारत में पेट्रोल का दाम टैक्स के कारण और LPG का दाम (LPG Price In India) प्रोपेन और ब्यूटेन की कीमतों पर भी निर्भर करता है जो कि इम्पोर्ट की जाती हैं।
भारत में मुख्यतः गैस कंपनियां इंडेन गैस (IOC), HP गैस (HPCL) और भारत गैस (BPCL) हैं।
उज्जवला योजना पर प्रभाव –
पिछले सात सालों में रसोई गैस का दाम दोगुना हो गया हैं। जिससे सरकार की ही सबसे सफल उज्ज्वला योजना विफल होती नजर आ रही हैं। उज्जवला योजना के आने के बाद देशभर में कनेक्शन धारकों की संख्या दो गुनी तक हो गई थी करोड़ गरीब परिवारों को सिलेंडर और चूल्हे दिलवाए गए। माना गया कि अब देश में कोई भी महिला धुए से परेशान नहीं होगी। लेकिन वर्तमान में दोगुने हुए गैस के दाम (LPG Price Hike) के बाद सामने आए आंकड़े यही बता रहे कि जिन्होने पहली बार गैस भरवाया है वे दूसरी बार गैस भरवाने नही आये हैं।
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उम्मीद है कि सरकार गैस के दामों के लिए कुछ ठोस कदम उठाएगी जिससे आम व्यापारी और आम इंसान के लिए गैस का दाम उसका जेब में अलग से अलर नही डालेगा।